हमारा देश महान आत्माओं का देश माना जाता है हमारे देश को आजादी दिलाने में कई लोगों का योगदान रहा उनमें से अहम भूमिका भीमराव अंबेडकर की भी रही इस वजह से भारत के हर नागरिक को Bhimrao Ambedkar के बारे में जानकारी होना आवश्यक है।
शायद हमारे देश में ऐसा कोई नहीं जिसने भीमराव अंबेडकर का नाम ना सुना हो अगर आपने भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का नाम सुना है और उनके बारे में जानने की रुचि रखते है तो इस लेख के जरिए 10 lines on Bhimrao Ambedkar पर नजर डालिए।

भीम राव अम्बेडकर पर 10 लाइन निबंध
- मध्य प्रदेश के महा व नाम के गांव में 14 अप्रैल 1998 को डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ।
- यह नीची जाति और गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे जिस वजह से इन्हें भारत में भेदभाव का सामना करना पड़ा।
- इन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से अपने स्नातक की पढ़ाई पूर्ण की और लंदन जाकर राजनीति की पढ़ाई की साथ ही न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।
- कोलंबिया विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री लेने के बाद वे मुंबई विश्वविद्यालय में पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर बने।
- 1920 में उन्होंने मुख्य नया नाम की एक पत्रिका शुरू की जिससे आगे चलकर बंद करना पड़ा।
- पूना पैक्ट के बाद राजनीति में आए और छोटे जातियों के लिए कुछ सीट राजनीति में आरक्षित रखने की बात कही।
- उसके बाद भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान बनाने में अहम भूमिका निभाई और एक बेहतरीन संविधान बनाया जिसे हम आज तक फॉलो कर रहे हैं।
- भीमराव अंबेडकर स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री बने।
- 1990 में उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया।
- 1956 में उनकी अचानक घर में मृत्यु हो गई।
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भीम राव अम्बेडकर पर 10 वाक्य
- भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1991 में मध्यप्रदेश के महाव नाम के छोटे से गांव में हुआ था।
- भीमराव अंबेडकर उस जमाने के एक नीची जाति और गरीब परिवार में जन्म लिया था।
- भीमराव अंबेडकर ने देश को आजाद करने के लिए काफी अहम कदम उठाए वह सत्ता में पूना पैक्ट के बाद आए।
- भारत का संविधान बनाने का श्रेय डॉ भीमराव अंबेडकर को जाता है।
- भीमराव अंबेडकर ने नीची जातियों के लिए राजनीति में आरक्षित सीट दिए।
- अंबेडकर स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री बने।
- राजनीति में आने से पूर्व वह मुंबई विश्वविद्यालय में पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स के प्रोफ़ेसर थे।
- 1820 में उन्होंने मुकनाया नाम की पत्रिका पर भी काम किया।
- 1990 में भीमराव अंबेडकर को भारत के सर्वोच्च रिवार्ड भारत रत्न से नवाजा गया।
- 6 दिसंबर 1956 को भीमराव अंबेडकर की घर में ही अचानक मृत्यु हो गई।
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भीम राव अम्बेडकर पर वाक्य
- बी आर अंबेडकर का पूरा नाम भीमराव रामजी आंबेडकर था।
- भीमराव अंबेडकर एक अर्थशास्त्री, समाज सेवक और भारत के लोकप्रिय नेता थे जिन्होंने भारतीय संविधान की नींव रखी।
- अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महाओ नाम के एक छोटे से गांव में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था।
- भीमराव अंबेडकर ने एक छोटी जाति के गरीब परिवार में जन्म लिया था जिस वजह से वह भारत के जात पात और छुआछूत के भेदभाव से काफी परिचित थे।
- पूरे देश भर में छुआछूत के प्रति इन्होंने कई लड़ाइयां लड़ी परिणाम स्वरूप भारत के बहुत सारे जगहों पर छुआछूत या भेद भाव बंद हुआ।
- 1912 में मुंबई विश्वविद्यालय से इन्होंने अर्थशास्त्र और राजनीतिक विज्ञान की शिक्षा प्राप्त की।
- उसके बाद लंदन से इकोनॉमिक्स में पीएचडी हासिल करने के बाद वे मुंबई विश्वविद्यालय में पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर बने।
- भारत में पूना पैक्ट के दौरान वे चर्चा में आए और स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री बने।
- भारतीय संविधान निर्माण के यह चेयर पसंद है और भीमराव अंबेडकर की ही बदौलत हमारे पास आज विश्व का सबसे बड़ा संविधान है।
- मुख्य नया का नाम के एक पत्रिका की शुरुआत भी इन्होंने की थी जो ज्यादा दिन नहीं चला और बंद करना पड़ा।
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निष्कर्ष – भीमराव अंबेडकर भारत के एक महान राजनेता समाज सेवक और हमारे भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता हैं। उन्हीं की बदौलत आज हमारे देश में एक सटीक कानून व्यवस्था चल रही है और हम आज तक आजाद देश की तरह रह पा रहे है। भीमराव अंबेडकर का सम्मान करते हुए उन्हें न केवल भारत रत्न से नवाजा गया बल्कि दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के अवार्ड और रिवार्ड से नवाजा गया। उम्मीद करते हैं इस लेख से आपको लाभ हुआ होगा अतः इसे अपने मित्रों के साथ साझा करें और अपने विचार हमें कमेंट करके बताना ना भूलें।

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