दीपावली या दीवाली शरद ऋतु में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिन्दू त्यौहार है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है जो English कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।
यह त्यौहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ भारत देश में मनाया जाता है इस त्यौहार में माता लक्ष्मी गणेश की पूजन होती है और सभी घर में दिए जलाए जाते हैं और बहुत से पटाखे और मिठाइयां बांटी और खिलाई जाती है।
आइए दिवाली के बारे में और कुछ जानेंगे बने रहिएन हमारे साथ।

दिवाली पर 10 लाइन हिंदी में (Diwali Par 10 Line in Hindi)
- दिवाली जिसे दीपावली भी कहा जाता है यह भारत का सबसे बड़ा पर्व है।
- दिवाली त्यौहार हिंदू धर्म के मुख्य त्यौहारो में से एक है।
- दिवाली / दीपावली प्रकाश का पर्व है।
- दिवाली के दिन भगवान राम 14 वर्ष के वनवास से लौटे थे।
- भगवान राम का स्वागत करने के लिए अयोध्या के लोगों ने घरों में दिए जलाए थे।
- दिवाली त्योहार को पूरे 5 दिन मनाया जाता है।
- दिवाली 5 दिन का त्योहार है और हम दिवाली को तीसरे दिन मानते है।
- दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है।
- दिवाली के दिनों घरों और दफ्तर को लाइट लगाकर और रंगोली बनाकर सजाया जाता है।
- दिवाली के दिन लोग नए वस्तुएं खरीदते हैं और नए कपड़े पहनते हैं।
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- दिवाली में लोग पटाखे जलाते हैं और आतिशबाजी का आनंद लेते हैं।
- दिवाली के दिनों में सभी विद्यालयों को 10 से 15 दिनों की छुट्टियां होती है।
- दिवाली के पावन पर्व को हर साल कार्तिक महीने में मनाया जाता है।
- दिवाली के त्यौहार से पहले सभी तरफ घरों की साफ-सफाई की जाती है।
- दीपावली के पांचवे दिन को भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है।
- दिवाली की तैयारी 1 महीने पहले से ही शुरू हो जाती है।
- दिवाली त्यौहार धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज त्यौहार का समूह में माना जाता है।
- दीपावली लोग एक दूसरे को उपहार और मिठाइयों का भेंट देते है।
- दीपावली पर्व निराशा पर आशा की विजय पर्व के रूप में मनाया जाता है।
- दिवाली हिन्दू और सनातन धर्म का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
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- श्री राम जी के घर वापस लौटने की ख़ुशी हर्ष उल्लास मनाया गया यही परम्परा आज भी जारी है।
- हिंदुस्तान जैसे देश में अनेकों त्यौहार मनाए जाते हैं उन्ही में एक सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्यौहार है दीपवाली ।
- दीपावली दीपों का त्योहार है बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार है।
- भगवान श्री राम ने रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत का निशान छोड़ा था।
- भारत में दिवाली पर दुकानदार अपनी दुकानों में पूजा करवाते हैं।
- दीपावली का त्यौहार अमावस्या की रात को मनाया जाता है अमावस्या की अंधेरी रात को खत्म करने के लिए दिये जलाना शुभ माना जाता है।
- दिवाली लोगों के मन में एक नई उत्साह की किरण भरता है।
- दिवाली के पहले जो भी घर में साफ सफाई नहीं हुई रहती है वह बहुत ही अच्छे तरीके से हो जाती है और उसके बाद मन में एक अलग ही उल्लास उमड़ता है।
- दीपावली से पहले धनतेरस और धनतेरस के बाद छोटी दीपावली आती है।
- दिवाली की पूरी रात पटाखों एवं दियों की जगमगाहट से भर जाती है।
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- दिवाली संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है और वो दो शब्द हैं “दीप” अर्थात “दीपक” और “आवली” अर्थात “लाइन” या “श्रृंखला” जिसका मतलब हुआ दीपकों की श्रृंखला।
- इसे दीपोत्सव भी कहते हैं लेकिन दीपावली के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण दीपक और लक्ष्मी गणेश की मूर्ति हैं।
- कुम्हारों के लिए दीपावली मात्र एक पर्व न होकर जीवन यापन का बड़ा जरिया है। भारतवर्ष में जितने भी पर्व हैं, उनमें दीपावली सर्वाधिक लोकप्रिय और हरएक के मन में हर्ष-उल्लास पैदा करने वाला पर्व है।
- दीपावली का अर्थ होता है दीपक की श्रिंखला।
- दीपक को स्कन्द पुराण में सूर्य के हिस्सों का प्रतिनिधित्व करने वाला माना गया है| देश के कुछ हिस्सों में हिन्दू दीवाली को यम और नचिकेता की कथा के साथ भी जोड़ते हैं।
- 7वीं शताब्दी के संस्कृत नाटक नागनंद में राजा हर्ष ने इसे दीप प्रतिपादुत्सव: कहा है जिसमें दिये जलाये जाते थे और नव दुल्हन और दूल्हे को तोहफे दिए जाते थे।
- फारसी यात्री और इतिहासकार अल बरूनी ने 11 वीं सदी के संस्मरण में, दीवाली को कार्तिक महीने में नये चंद्रमा के दिन पर हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार कहा है।
- इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी राजा नरकासुर का वध किया था| पौराणिक कथा के अनुसार विष्णु ने नरसिंह रुप धारणकर हिरण्यकश्यप का वध किया था।
- जैन दृष्टि से दीपावली त्याग तथा संयम का पर्व है| इस दिन कार्तिक कृष्ण अमावस्या को 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने निर्वाण पद (मोक्ष, सिद्धावस्था) को प्राप्त किया था।
- जैन समाज भगवान की निर्वाण पद प्राप्ति की खुशी में बहुत प्राचीनकाल से ही दीपावली पर्व मनाता आ रहा है|
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निष्कर्ष:- अगर अप इस लेख को यहा तक पढे है तो हम ऊमीद करते है की आपको ये समझ मे आ गया होगा की दीपावली क्या है और इसका महत्व कितना है। हमने कुछ रोचक बात भी बताने का प्रयास किया है जिसको अप धायन से पढ़ सकते है । अगर आपको ये लगता है की इस लेख ने अच्छे से आपको दीपावली पर 10 लाइन मे बताया है, तो अप इस आर्टिक्ल को share करें और हो सके तो comment कर के हमे जरूर बताए।

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