जैसलमेर में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगहें – Tourist Places Of Jaisalmer In Hindi

नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम जैसलमेर में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगहों के बारे में जानकारी देंगे जहाँ आपको जरूर घूमने जाना चाहिए. जैसलमेर नाम सुनते ही हर किसी के जहाँ में रेगिस्तान और ऊँट सबसे पहले आते है. यह राजस्थान का ऐसा शहर है जो गोल्डन सिटी के नाम से प्रख्यात है.

थार का मरुस्थल, किलों, झीलों और अन्य कई ऐतिहासिक जगहों के कारण जैसलमेर एक बहुत महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है और यहाँ हर साल हजारों-लाखों पर्यटक भ्रमण करने आते है. पर्यटन का इस जिले की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है.

जैसलमेर राजस्थान का सबसे बड़ा जिला है इस जिले की स्थापना 12वीं सदी में महाराजा रावल जैसल के द्वारा की गयी थी. इस जिले से राजस्थान का महत्वपूर्ण इतिहास और संस्कृत जुड़ी हुई है जो इसको ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण जिला बनाती है. चलिए जानते है यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में.

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जैसलमेर में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगहें (Top 10 Tourist Places of Jaisalmer in Hindi)

अगर आप जैसलमेर घूमने की योजना बना रहे है तो जैसलमेर की इन 10 सबसे अच्छी जगहों पर घूमने आपको जरूर जाना चाहिए. ये सारी जगहें आपको ऐसा अनुभव देगी जिसको आप कभी भूल नहीं पाओगे. आगे हम एक-एक करके जैसलमेर में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगहें जानते है.

#1 जैसलमेर का किला (Jaisalmer Fort in Hindi)

jaisalmer fort in hindi

जैसलमेर का किला जो यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल है यह दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तानी किला है जिस पर लोग रहते है और राजस्थान का दूसरा सबसे पुराना किला है. किले के निर्माण में पीले बलुवा पत्थर का इस्तेमाल होने के कारण इसे सोनार किला या गोल्डन फोर्ट भी कहा जाता है.

चारों तरफ से दो मजबूत दीवारों से गिरे इस किले के अन्दर राज महल, जैन मन्दिर, लक्ष्मीनाथ मन्दिर और गणेश पोल, सूरज पोल, भूत पोल व हवा पोल नाम के चार गेट भी है. इस किले का निर्माण 1156 ईस्वी में रावल जैसल के द्वारा करवाया गया था.

जैसलमेर किले के अन्दर पानी के निकास के लिए मजबूत सीवेज सिस्टम लगाया गया था जिसे घूट नाली कहा जाता है. यह विशाल और आकर्षक किला अपने आप में कई महत्वपूर्ण कला और संस्कृति का खजाना है. जैसलमेर घूमने की शुरुआत इस किले के भ्रमण से करें.

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#2 गड़ीसर झील (Gadisar Lake in Hindi)

Gadisar Lake in Hindi

विशाल जैसलमेर के किले से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर स्थित गड़ीसर झील एक कृत्रिम झील है. इस झील का निर्माण 1156 ई॰ में रावल जैसल ने करवाया था और 1367 ई॰ के आसपास गड़सीसिंह ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था इसलिए इसको बाद में गड़ीसर झील के नाम से जाना जाने लगा. यह झील हमेशा पानी से भरी रहती है क्योंकि इन्दिरा गाँधी नहर से इस झील में पानी आता है.

पर्यटकों के लिए इस झील में विभिन्न आकार की नावें उपलब्ध है जिनमे आप सवारी करके आनंद ले सकते है. यहाँ सूर्यास्त के समय आपको बहुत खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है जिनको आप अपने कैमरे में कैद कर सकते है. यहाँ समय बीताने पर आपके मन को आनंद का अनुभव जरूर होगा.

#3 थार हेरिटेज म्यूजियम (Thar Heritage Museum in Hindi)

Thar Heritage Museum in Hindi

जैसलमेर शहर के बीच बना थार हेरिटेज म्यूजियम, यहाँ की लोककला, ऐतिहासिक कला शैली, रसोई की सामग्री, पगड़ी, वाद्ययंत्र, पुराने सिक्के, हल, जीवाश्म जैसे अन्य कई महत्वपूर्ण चीजों का संग्रहालय है. इतिहास के बारे में जानने के लिए इच्छुक लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है.

#4 नथमल जी की हवेली (Nathmal Ki Haveli in Hindi)

Nathmal Ki Haveli in Hindi

इतिहास और कला प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केन्द्र नथमल जी की हवेली का निर्माण 19वीं सदी में दो वास्तुकार भाई हाथी और लुलु के द्वारा किया गया था. पीले बलुआ पत्थरों के प्रयोग से बनी यह हवेली महारावल बेरीसाल के द्वारा जैसलमेर के दीवान नथमल जी के लिए बनवाई गयी थी.

जैसलमेर की सबसे सुन्दर और आकर्षक हवेली राजपूती और मुगल डिज़ाइन के संलयन से बनी स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है. हवेली की दीवारों और स्तंभों पर हाथी, घोड़ों, पक्षियों, फूलों, और अन्य कई चित्र बने हुए है.

इस हवेली का सबसे चौकाने वाला पहलु यह है कि इस पर कार, साइकिल जैसे आधुनिक उपकरणों के चित्र बने हुए है जिनको दोनों वास्तुकारों ने अपने जीवन में कभी देखा नहीं था. जिन लोगों ने इन आधुनिक उपकारों को देखा था उनके विवरण के आधार पर ही उन्होंने ये कलाकारी की थी.

#5 डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park)

Desert National Park

जैसलमेर शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित 3162 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह राजस्थान का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है. रेगिस्तान के जैव भौगोलिक क्षेत्र के संरक्षण के प्रतिनिधि के तौर पर भारत सरकार के द्वारा 1980 में डेजर्ट नेशनल पार्क की स्थापना की गयी थी.

इस नेशनल पर का लगभग 20 प्रतिशत भाग रेट के टीलों से ढका हुआ और पक्के रेत के टीले, लुप्त हो चुकी नमक की झीलों की तलहटियाँ, कंटीली झाड़ियाँ व बंजर भूमि इसका प्रमुख भाग है. डेजर्ट नेशनल पार्क रेगिस्तान के प्रवासी और निवासी पक्षियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है.

डेजर्ट नेशनल पर में आपको अलग-अलग किस्म के बाज़, गिद्ध, बुझार्ड, धब्बेदार और छोटे पंजो वाली चील, तौनी चील, पर्यटक हैरियर, रेत का मुर्गा आदि पक्षी देखने को मिल सकते है. यहाँ आपको राजस्तान का राज्य पक्षी यानी ग्रेट इंडियन बस्टर्ड देखने को मिलेंगे जो अब एक लुप्तप्राय पक्षी प्रजाति में से एक है.

#6 पटवों की हवेली जैसलमेर (Patwon Ki Haveli in Hindi)

Patwon Ki Haveli in Hindi

पटवा परिसर के पास स्थित पटवों की हवेली जैसलमेर की पहली हवेली है. इस हवेली का निर्माण 1805 ई. में गुमन चंद पटवा द्वारा अपने पाँचों बेटो के लिए करवाया गया था. हवेली के निर्माण में पीले बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है और इसके निर्माण कार्य को पूरा होने में 50 वर्षों का समय लगा था.

जैसलमेर के प्राचीन निर्माणों में से एक यह हवेली देश और विदेश से कई पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. पटवों की हवेली के परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का कार्यालय भी बना हुआ है. यह हवेली अपने आप मेंऐतिहासिक साक्ष्यों और प्रमुख कलाकृतियों का खजाना है.

पटवों की हवेली के परिसर में एक संग्रहालय बना हुआ है जिसमे ऐतिहासिक कलाकृतियों, शिल्पों, चित्रों और कलाओं की प्रदर्शनी दिखाई गयी है. प्राचीन कलाकृतियों और ऐतिहासिक स्मारकों में रूचि रखने वालों के लिए यह एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है.

#7 लोंगेवाला वॉर मेमोरियल (Longewala War Memorial in Hindi)

Longewala War Memorial in Hindi

7 सितम्बर 1971 भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना के वीरों का इतिहास दर्शाने वाला लोंगेवाला वॉर मेमोरियल एक अच्छा पर्यटन स्थल है. इस युद्ध में 2 से 3 हजार पाकिस्तानी सैनिकों के सामने मेजर कुलदीप सिंह चंदपुरी के नेतृत्‍व में मात्र 120 भारतीय सैनिकों ने बहुत बहादुरी से युद्ध लड़ा.

पर्यटकों के लिए लोंगेवाला वॉर मेमोरियल सप्ताह के सातों दिन सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक खुला रहता है. यहां प्रदर्शनी में लगे टैंक, बंदूके और अन्य हथियार युद्ध के कहानी बया करते है. उन वीरों का देश के प्रति देशप्रेम और सुरक्षा की एक झलक इस वॉर मेमोरियल में भी देखने को मिलती है.

#8 प्रसिद्ध जैन मन्दिर (Famous Jain Temple in Hindi)

Famous Jain Temple in Hindi

12वीं और 15वीं सदी के मध्य बना यह प्रसिद्ध जैन मन्दिर जैसलमेर के किले पर स्थित है. शंभवदेव और ऋषभदेव जैसे प्रसिद्ध जैन तीर्थकरों को समर्पित इस मन्दिर में दिलवाड़ा शैली के चित्रों, सुन्दर पशुओं, पक्षियों और मानव आदि के चित्रों को दीवारों पर देख सकते है.

#9 सैम सैंड दूंस (Sam Sand Dunes in Hindi)

Sam Sand Dunes in Hindi

राजस्थान की कला संस्कृति का वास्तविक अनुभव करना चाहते है तो सैम सैंड डून्स का रुख जरूर करे. यहां आपको ठहरने के लिए एक से एक खूबसूरत रिसोर्ट यानी “डेजर्ट हाउस”, जीप या कैमल डेजर्ट सफारी और रात के समय कालबेलिया लोकनृत्य देखने का आनंद भी मिलेगा.

सूर्यास्त के समय रेट के टीलों के बीच छिपता सूरज और आसमान की लालिमा एक अदभुत नजारा पेश करते है. इस समय पर्यटक फोटोग्राफी का आनंद लेना पसंद करते है. यहाँ के डेजर्ट हाउस में रहने और खाने-पीने जैसी सारी सुविधाएँ उपलब्ध रहती है.

#10 बड़ा बाग (Bada Bagh in Hindi)

Bada Bagh in Hindi

जैसलमेर के शाही शासकों को समर्पित छतरियों के लिए प्रसिद्ध बड़ा बाग़ एक प्रमुख पर्यटन है. यहाँ बनी छतरियों में यहाँ के शासकों की कब्रे बनी हुई है और इनमे सबसे पुरानी कब्र राजा महारावल जैत सिंह की है. यह बाग़ जैसलमेर शहर से लगभग 6 की दूरी पर स्थित है.

जैसलमेर के महाराजा सवाई जयसिंह के द्वारा उनके शासनकाल के दौरान 16वीं सदी में एक पानी की टंकी और बांध का निर्माण करवाया था जिसके कारण पूरा रेगिस्तान हरा भरा हो गया था. बाद में उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे लूणकरण ने इसके नजदीक एक पहाड़ी पर अपने पिता के लिए छतरी का निर्माण करवाया.

जैसलमेर के कुछ अन्य पर्यटन स्थल (Some Other Tourist Places of Jaisalmer in Hindi)

  • कुलधरा गाँव 
  • रामदेवरा
  • सिल्क रूट आर्ट गैलरी 
  • सलीम सिंह की हवेली
  • मंदिर पैलेस
  • तनोट माता का मन्दिर
  • जैसलमेर वॉर म्यूजियम
  • आकल वुड फॉसिल पार्क
  • अमर सागर झील
  • खाबा किला
  • व्यास छतरी

जैसलमेर का प्रसिद्ध डेज़र्ट फेस्टिवल (Famous Desert Festival of Jaisalmer in Hindi)

Famous Desert Festival of Jaisalmer in Hindi

हर वर्ष फरवरी महीने में आयोजित प्रसिद्ध थार डेज़र्ट फेस्टिवल हर सालों कई प्रयटकों को आकर्षित करता है. यह फेस्टिवल शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर सैम सैंड डून्स में आयोजित होता है जहाँ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, ऊँटों की दौड़, मूँछ प्रतियोगिता, पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता आदि का आनंद ले सकते है.

डेज़र्ट फेस्टिवल के आयोजन के दौरान पर्यटकों के लिए सारी सुविधा उपलब्ध रहती है. इस फेस्टिवल की शुरुआत दरअसल यहाँ विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए की गयी थी. यहाँ के स्थानीय लोग अपनी लोककला को प्रदर्शित करते है.

जैसलमेर घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit Jaisalmer in Hindi)

जैसलमेर एक रेगिस्तानी क्षेत्र है यहाँ का वातावरण अधिकतर गर्म रहता है. अगर आप जैसलमेर घूमने का सबसे अच्छा समय जानना चाहते है तो नवम्बर से मार्च के महीने में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय है. इस दौरान जैसलमेर का मौसम ठण्डा रहते है और आप यहाँ घूमने और डेज़र्ट सफारी का भरपूर आनन्द ले सकते है.

जैसेलमेर कैसे पहुँचे? (How to Reach Jaisalmer in Hindi)

जैसलमेर पहुँचने के लिए आप सड़क, रेल या हवाई मार्ग का उपयोग कर सकते है. अगर आप सड़क मार्ग से जाना चाहते है तो राजस्थान सरकार द्वारा संचालित बस या फिर निजी बस की मदद से पहुँच सकते है.

रेल मार्ग से जैसलमेर पहुँचने की बात करे तो जैसलमेर में रेलवे स्टेशन मौजूद है जो कई बड़े बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है. पर्यटक रेल मार्ग से जैसलमेर पहुँचकर आगे की यात्रा कर सकते है.

जैसलमेर तक हवाई मार्ग से पहुँचने की बात करे तो इसका सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जोधपुर है. दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, उदयपुर, चेन्नई आदि बड़े शहरों से जोधपुर के लिए फ्लाइट है. फिर आगे की यात्रा आप रेल या सड़क मार्ग के द्वारा तय कर सकते है.

जैसलमेर में कहाँ ठहरे? (Where to Stay in Jaisalmer in Hindi)

जैसलमेर के सभी पर्यटन स्थलों को एक ही दिन में देखना संभव नहीं है. पूरा घूमने के लिए आपको यहाँ ठहरना होगा. जैसलमेर में ठहरने के लिए कई सस्ती और महँगी होटलें मौजूद है. आपने बजट के अनुसार होटल का चयन कर वहाँ ठहर सकते है.

जैसलमेर के बारे में video के माध्यम से जानना चाहते है तो ये video देखे

निष्कर्ष – इस लेख में हमने जैसलमेर में घूमने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी. अपने परिवार या दोस्तों के साथ जैसलमेर घूमने जाना और वहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों घूमना आपको अलग अनुभव देगा. उम्मीद है यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा होगा.

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