लड़कियां या महिलाएं एक घर की, एक देश की, ऐसी अहम भूमिका होती है जिसे निभा पाना बहुत मुश्किल है। बेटी एक मां, बहन, बहू, सास, इतनी तरह की भूमिका निभाती है पूरे घर का मान मर्यादा एक महिला पर ही होता है।
परंतु कुछ लोग बेटी को कुछ नहीं समझते उनके जन्म लेते ही उन्हें मार दिया जाता है या जीवन भर में प्रताड़ित किया जाता है वह यह भूल जाते हैं उन्होंने जिन से जन्म लिया है वह मां भी एक बेटी थी जिन से शादी किया वह भी एक लड़की थी।
लोग यह समझते हैं की बेटी एक बोझ है इसी बात को खत्म करने के लिए सरकार ने बहुत सी योजनाएं चलाई हैं जिनमें से एक योजना के बारे में आज हम बात करने वाले हैं।
वह योजना है बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ आज जानते हैं बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान के बारे में पूरी जानकारी।

10 Lines on Beti Bachao Beti Padhao in Hindi
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, एक सरकारी योजना है जिसे 22 जनवरी 2015 को शुरू किया गया था।
- इस योजना की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी.
- इस योजना को शुरु करने का कारण ये था कि भारतीय जनसंख्या बढ़ रही थी और महिला अनुपात कम हो रहा था तो मिहलाओं का भी योगदान हम अपने जीवन मे ले पाये।
- इस योजना के द्वारा सभी लड़कियाँ को शिक्षित करना और आत्मनिर्भर बनाना है।
- लड़किया समाज में हर प्रकार के शोषण से बचें यह भी इस योजना का उद्देश्य है ।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के द्वारा बेटी भ्रूण हत्या जैसी मानसिकता को खत्म करना है।
- बेटी बचाओ का मतलब ही बेटी को बचाना है, अर्थात् बेटी है तो बेटा है।
- इन सबका उद्देश्य केवल यही है कि सभी महिलायें जागरुक हो और अत्याचार के विरोध में बोलें।
- इस योजना को शुरू में 100 जिलों में प्रारम्भ किया गया था।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहीम की शुरूआत महिलाओं को सशक्त करने के लिए हुई थी।
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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर 10 वाक्य
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित भेदभाव को रोकना और बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और वैश्विक मंचों पर महिलाओं की भागीदारी भी है।
- बाल लिंगानुपात (CSR) में 1961 में 976 से 2011 में 918 तक गिरावट देखी गई है।
- बाल लिंगानुपात (CSR) में गिरावट इस योजना की सफलता को दिखाता है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ देश में बाल लिंगानुपात की घटती दर को नियमित करने और महिलाओं को सशक्त बनाने की एक पहल है।
- लड़की लड़का जन्म से संबंधित लिंग के आंकड़ों को प्रदर्शित करने वाले बोर्डों ने इस योजना के तहत विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर दिखाया है।
- यह योजना समाज में प्रचलित पुरुषों की रूढ़िवादी सोच को चुनौती देने में मदद करती है।
- यह एक बालिका के उत्सव को बढ़ावा देने और उसकी शिक्षा को सक्षम करने में मदद करता है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ महिलाओं को सम्मान के साथ सशक्त बनाने और उनके लिए अवसरों को बढ़ाने का एक प्रयास है।
- इस योजना की शुरुआत हरियाणा में हुई थी।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर 10 लाइन निबंध
- यह समाज में एक बालिका के मूल्य को बढ़ावा देने में मदद करता है जो अभी भी उसे बोझ मानती है।
- यह योजना भारत में बालिका के जन्म, पोषण और शिक्षा पर केंद्रित है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पहल से प्रभावित होकर महिला सशक्तिकरण के लिए #SelfieWithDaughter, #BeWithBeti आदि का ट्रेंड इंटरनेट पर भी चलाये गए है।
- कई सोशल मीडिया अभियान शुरू हो गए हैं। बालिकाओं को बचाने और उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम और सामाजिक जागरूकता अभियान शुरू किए हैं।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पहल ने कई जिलों में अपना परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है जहां 2015 के बाद से बाल लिंगानुपात में काफी वृद्धि हुई है।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना लड़कियों के जन्म, शिक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करती है।
- यह योजना स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय का संयुक्त प्रयास है।
- इस योजना का उद्देश्य लड़की को अपने स्कूल, कॉलेज या संस्थान में बेहतर सेवाएं प्रदान करना है।
- लड़कियों के लिए एक सुरक्षात्मक माहौल बनाना समय की आवश्यकता है और योजना भी।
- इस योजना से कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में कमी आने की उम्मीद है।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर 10 लाइन
- योजना के अंतर्गत बेटी के माता-पिता, बेटी का अकाउंट किसी राष्ट्रीय बैंक या फिर नजदीकी पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं, और सरकार से पैसा ले सकते है।
- इस खाते को खुलवाने के लिए बेटी की उम्र जन्म से लेकर 10 साल तक होनी चाहिए।
- अगर इस खाते मे बेटी के माता-पिता 14 साल की आयु तक एक निर्धारित राशि जमा करते है तो।
- इस योजना के अंतर्गत 10 साल तक की लड़कियों को सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ मिलेगा।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के योजना के हेतु जब बालिका 21 वर्ष की होगी तो उसके खाते मे 6 लाख 7 हजार रुपैया चला जाएगा।
- सरकार के तरफ से बेटी को पढ़ने पर भी छूट मिलता है, बेटी के जादा पढ़ने पर इस योजना के तहत पैसा भी मिलता है।
- मान लीजिए इस योजना के अंतर्गत आप अपनी बेटी के अकाउंट में 1, 000 रुपये महीना या प्रतिवर्ष 12, 000 रुपये की धनराशि जमा करते हैं
- आप 14 साल में कुल 1, 68, 000 रुपये अपनी बेटी के खाते में जमा कर देते हैं. 21 साल पूरा होने के बाद आपकी बेटी को 6, 07, 128 रुपये की धनराशि दी जाएगी.
- आप अपनी बेटी के अकाउंट में हर साल 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं तो आपकी बेटी के अकाउंट में 14 वर्षों तक कुल राशि जो जमा होगी, वो है 21 लाख. खाते की समय सीमा जब पूरी हो जाएगी, उस वक्त आपकी बेटी को 72 लाख रुपये दिए जाएंगे.
- अगर आप एक मध्यम वर्ग से भी आते हैं तो इतने पैसे आपके लिए बहुत मायने रखते हैं अगर आप अपनी बेटी के लिए इतने रुपए भी जमा करें तो आपके पास बहुत से रूप है उसकी शादी पढ़ाई के लिए हो जाएंगे अगर आपकी भी बेटी है तो इसका लाभ उठाएं अपनी बेटी को पढ़ाए।
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निष्कर्ष – अगर अप इस आर्टिक्ल को यहा तक पढे हो तो अप इस आर्टिक्ल मे दी हुई सारी जानकारी को समझ पाए हो और अच्छे से समझ पाए हो। ये आर्टिक्ल एक बहौत अच्छी योजना है जिससे अप बहौत सारा लाभ ले सकते हो अपनी बेटी के लिए।
तो अगर आपको ये आर्टिक्ल अच्छा लगता है और अप बेटी बजाओ बेटी पढ़ाओ को समझ गए हो share करें और इस आर्टिक्ल पर comment भी जरूर करें।

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