स्वागत है दोस्तों आपका अपने वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम दिवाली पर निबंध हिंदी में लेकर आए हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।
दिवाली का त्यौहार हम सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है, दिवाली का त्यौहार 5 दिन तक चलने वाला सबसे बड़ा त्यौहार होता है। दिवाली के आने से पहले ही हम सभी के घरों में तैयारियां शुरू हो जाती हैं दीपावली के दिन भगवान श्री राम जी, माता सीता और लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या में लौटे थे, अयोध्या लौटने पर नगर वासियों ने उनका दीपों से स्वागत किया था तभी से दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार सभी धर्म के लोगो द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। आपने अक्सर यह देखा होगा कि हमारे स्कूल तथा कॉलेज में निबंध प्रतियोगिता या परीक्षा में दिवाली पर निबंध लेखन का प्रश्न आता है। नीचे दिए गए दो निबंध के माध्यम से आप सरल भाषा में निबंध को समझकर लिख पाएंगे।
दिवाली पर निबंध 1
प्रस्तावना:-
दीपावली का त्यौहार धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्व का त्यौहार है, यह त्यौहार भारत में बड़े हर्ष एवं उत्साह के साथ मनाया जाता है, दीपावली का शाब्दिक अर्थ होता है दीप + अवली अर्थात दीपों की पंक्ति, दिवाली के इस पर्व को दीपों की पंक्ति जलाकर मनाई जाती है। दिवालीहिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है, इस दिन सभी जगहों पर दीपों को जलाकर उजाला फैलाया जाता है।
यह हिंदुओं के सबसे लोकप्रिय त्यौहार में से एक है जिसे बहुत उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है, दीपावली के त्यौहार को बच्चे बहुत ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि यह त्यौहार खुशियां लेकर आता है, दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, यह त्यौहार हमारे भारत देश के अलावा भी कई अन्य देशों मेंमनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार सभी के लिए खुशियां लेकर आता है, यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है इस त्यौहार के आगमन से पहले ही घरों की साफ-सफाई शुरू हो जाती हैं, यह त्यौहार हमारे भारत देश में बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है, इस दिन सभी जगहों को दीपक और बल्ब के झालर सेप्रकाशित किया जाता है तथा मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
दिवाली का पर्व:-
यह त्यौहार प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है, इस दिन मां लक्ष्मी का पूजा तथा मिट्टी के दीपों व मोमबत्तीयों को जलाकर प्रकाश किया जाता है, दीपों के अलावा बिजली के बल्बों की झालरें भीलगाई जाती है । दिवाली का त्यौहार हम सभी के जीवन में खुशियों को लेकर आता है।
दिवाली मनाने का कारण:-
दिवाली का त्यौहार कई कारणों से मनाया जाता है, जब भगवान राम रावण का वध करके कार्तिक की अमावस्या को सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे ,उनके आने की खुशी में नगर वासियों ने उनके स्वागत के लिए दीपों की सजावट की , सभी गलियों को सजाया था, तभी से यह त्यौहार मनाया जा रहा है।
पौराणिक कथा के अनुसार मां लक्ष्मी का अवतार इसी दिन को हुआ था, इस दिन को विशेष रूप से लक्ष्मी पूजा किया जाता है ।
दिवाली उत्सव:-
दिवाली का त्यौहार 5 दिनों तक मनाया जाता है, धनतेरस से भाई दूज तक यह त्यौहार चलते रहता है, धनतेरस के दिन लोगों के द्वारा अनेक प्रकार की वस्तुएं तथा आभूषण खरीदे जाते हैं, अमावस्या के दिन लक्ष्मी मां की पूजा की जाती है।
दिवाली के त्यौहार पर फटाके, फुलझड़ियां आदि जलाए जाते हैं तथा दीपक जलाकर चारों ओर उजियारा किया जाता है, यह त्यौहार सभी लोगों के द्वारा मनाया जाता है।
उपसंहार:-
दिवाली का त्यौहार सभी के जीवन में खुशियां और आनंद लेकर आता है, यह त्यौहार बुराई पर जीत का प्रतीक होता है, दिवाली का त्यौहार सभी भारत वासियों में खुशियों से मनाया जाता है, यह पर्व सभी के लिए लोकप्रिय पर्व होता हैं इस पर्व पर हम सभी को अंधकाररुपीबुराईयों को मिटाने का संकल्प लेना चाहिए।
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दिवाली पर निबंध 2
प्रस्तावना:-
दिवाली का त्यौहार हिंदुओं के प्रमुख त्यौहारों में से एक हैं, दिवाली को दीपों का त्यौहार कहा जाता है, यह त्यौहार हम सभी भारत वासियों के लिए खुशियां लेकर आता है, तथा इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से दीप जलाकर मनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है, दीपावली के दिन सभी जगह दीपक जलाकर रोशनी से उजागर किया जाता है।
इस त्यौहार के आने से पहले ही घरों के साफ-सफाई और पुताई शुरू हो जाती हैं, दीपावली के दिन घरों के चारों तरफ दीपों को जलाकर उजियारा किया जाता है ।
दिवाली के त्यौहार का आगमन विजयदशमी के उपरांत प्रारंभ हो जाता है, दिवाली की तैयारी महीनों पहले शुरू कर दी जाती है। दिवाली के दिन मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी रावण का वध करके 14 वर्ष के बाद अयोध्या नगरी में वापस आए थे, उनके स्वागत के लिए अयोध्या वासियों ने रात्रि में दीपों का प्रकाश किया था, तभी से उस दिन की याद में यह त्यौहार मनाया जाता है।
दिवाली के दिन घोर अंधकार को प्रकाश से भर देने के लिए दीपों की पंक्तियां सजाई जाती हैं, इस दिन प्रत्येक गली दीपक से जगमगाते रहते हैं, नगरों में रंग-बिरंगे बिजली के बल्ब लगाए जाते हैं, तथा माता लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं।
हमारा भारत देश त्यौहारों का देश है, त्यौहार हमारी संस्कृति का एक मुख्य अंग है।
उत्सव की तैयारियां:-
दिवाली की त्यौहार आने के कई दिनों पूर्व ही इसकी तैयारियां शुरू हो जाती है, लोग बड़े उत्साह के साथ अपने घरों की साफ-सफाई व लिपाई पुताईकरते हैं, दीपावली के दिन विभिन्न प्रकार के रंगो के प्रकाश व पुष्प से घरों की सजावट की जाती है, तथा इस दिन विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं।
दिवाली के दिन लोग पूरे दिन घर की सजावट, रोशनी व पुष्पों के साथ करते हैं, तथा इस दिन आंगन में रंगोली भी बनाई जाती है, और माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है तथा सभी लोग उनसे सुख समृद्धि की कामना करते हैं। इस त्यौहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है
दीपावली पर्व का महत्व:-
दीपावली पर्व का विशेष महत्व होता है, दीपावली के अवसर पर घरों की साफ सफाई की जाती है, वातावरण को शुद्ध करने के लिए जलाए जाने वाले दीपक विषैलेजीवाणुओं को नष्ट कर देते हैं यह त्यौहार मानव जीवन में सुख समृद्धि लाता है इस त्यौहार का हम सभी के जीवन में विशेष महत्व होता है।
त्यौहार का आयोजन:-
दीपावली का पर्व 5 दिन मनाया जाने वाला पर्व होता है, इसका प्रारंभ वैद्यनाथ धनवंतरि के अवतार दिवस अर्थात धनतेरस से होता है। दूसरे दिन छोटी दीपावली मनाई जाती है, श्री कृष्ण ने नकासुर को इसी दिन मारा था इसी खुशी में यह आयोजन होता है, अमावस्या के दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार बच्चे, युवा तथा बूढ़े सभी उल्लास के साथ मनाते हैं।
घरों में विभिन्न प्रकार की मिठाईयां, पकवान आदि बनाए जाते हैं। इस दिन सभी लोग नए नए कपड़े पहनते हैं, पटाखे फोड़ते हैं और अपने घर आंगन को दीपों से जगमगाते हैं।
दीपावली से लाभ:-
दीपावली मात्र एक त्यौहार ही नहीं है बल्कि इससे अनेक लाभ होते हैं-घर मोहल्ले की साफ सफाई, वातावरण की शुद्धि, आपसी सद्भाव की भावना का विकास तथा नए कार्य वह नई योजनाओं को प्रारंभ करने की प्रेरणा के साथ-साथ दीपावली हमें अंधेरे से लड़ने का संदेश भी देतीहै।
उपसंहार:-
दीपावली त्यौहार जीवन में प्रेम और आनंद लाता है,यह भारत का लोकप्रिय और श्रेष्ठ त्यौहार है। दिवाली ज्योति का पर्व है अर्थात अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व है। हम सभी इस त्यौहार को आनंद और खुशी, तथा हर्ष उल्लास के साथ बनाते हैं। यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या के दिन हिंदू समाज में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
दिपावाली का त्यौहार कौन से दिन मनाया जाता है?
दिपावाली का त्यौहार अमावस्या से दिन मनाया जाता है?
दीपावली त्यौहार जीवन क्या लाता है
प्रेम और आनंद
दिवाली का त्यौहार हर साल किस महीने में मनाया जाता है?
यह पर्व हर साल कार्तिक मास में मनाया जाता है।

हेल्लो दोस्तों मेरा नाम प्रवीन कुमार है . और में इस ब्लॉग का Owner हूँ. मुझे हिंदी में लेख लिखना पसंद है. और में आपके लिए सरल भाषा में लेख लिखता हूँ.