नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में आज हम आपके लिए यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता पर निबंध लेकर आए हैं । इस निबंध के जरिए आप सभी भारत देश के प्रधानमंत्री होने का कल्पना कर सकते हैं।
इस निबंध को पढ़कर आप सभी स्कूल और कॉलेज में दिए जाने वाले निबंध के प्रश्न को लिख सकते हैं तथा स्कूल कॉलेज में कई बार निबंध प्रतियोगिताएं भी कराई जाती है तो आप निबंध प्रतियोगिता में भी भाग ले सकते हैं और आसानी से इस निबंध के माध्यम से निबंध की तैयारी कर सकते हैं।
हम आपके समक्ष विभिन्न प्रकार के निबंध शेयर करते हैं ताकि आपके निबंध लेखन में किसी भी प्रकार की परेशानियां उत्पन्न ना हो तो चलिए हम हमारे आज के निबंध यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता पर निबंध के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हैं-
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता पर निबंध 1
प्रस्तावना
वर्तमान समय में भारत देश तेजी से प्रगति कर रहा है परंतु यदि मैं भारत देश का प्रधानमंत्री होता तो मैं देश में विभिन्न प्रकार का नया विकास लाता और तकनीकी के विभिन्न खोजों को विभिन्न तरीके से देश में कार्य गर बनाता और नई तकनीकी का विकास करने का प्रयास करता तथा देश के हर एक सिस्टम को डिजिटल बनाने का प्रयास करता।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देता क्योंकि आज भी हमारे देश में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां महिलाओं की शिक्षा को बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता और महिलाओं के लिए नए नए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाता जिससे महिलाओं को किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता और मैं देश में भ्रष्टाचार तथा रिश्वतखोरी को पूर्ण रूप से समाप्त करता।
देश में आज भी कई क्षेत्रों में भ्रूण हत्या हो रही है और मैं यदि प्रधानमंत्री होता तो इन सभी बुराइयों को खत्म करने का प्रयास करता तथा भारत देश का प्रधानमंत्री होने के नाते देश में लगातार हो रहे जनसंख्या वृद्धि के दर को नियंत्रित करने का प्रयास करता और जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने का काम करता तथा देश में जनसंख्या पॉपुलेशन कंट्रोल जैसे नियमों को लागू करता।
भारत देश में ज्यादा आबादी कृषि कार्य पर आधारित है और यहां के बहुत से लोग गरीब हैं उनके लिए मैं नई नई योजनाएं चलाता और देश में भुखमरी से हो रही समस्याओं का निदान करने के लिए प्रयास करता तथा देश में निशुल्क इलाज और अनाज का वितरण करवाता, और सभी स्कूलों में स्कूल ड्रेस तथा भोजन उपलब्ध करवाता।
देश का प्रधानमंत्री होने के नाते गरीब वर्ग के बच्चों को स्कॉलरशिप दिलाता तथा उनके शिक्षा के स्तर को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न प्रकार का प्रयास करता और महिला शिक्षा स्तर में सुधार लाता तथा महिलाओं के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए लोगों को जागरूक फैलाता और शिक्षा के महत्व को सभी लोगों को बताने का प्रयास करता।
देश में प्रधानमंत्री का पद बहुत महत्वपूर्ण पद होता है इसलिए प्रधानमंत्री बनाना देश के प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व का बात होता है और प्रधानमंत्री का पद बहुत जिम्मेदारी भरा पद होता है इसलिए प्रधानमंत्री वही व्यक्ति बनता है जो अपने कार्य के प्रति ईमानदार और जिम्मेदार होता है। देश का प्रत्येक नागरिक प्रधानमंत्री बनने का सपना देखता है यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो अपने जीवन में कामयाबी की बुलंदियों को हासिल करता तथा मैं देश के विकास के लिए हर एक संभव कार्य करता।
जनता के मूलभूत आवश्यकताएं का ध्यान
प्रत्येक मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान होती है इन सभी के बिना इंसान कुछ भी नहीं कर सकता है और वर्तमान समय में हमारे देश की दुर्दशा बहुत खराब होती जा रही है क्योंकि हमारे देश में दिन प्रतिदिन लोगों की आबादी बढ़ती जा रही है और लाखों करोड़ों लोगों को पेट भरने के लिए भोजन तथा पहनने के लिए कपड़े और रहने के लिए घर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं और ये तीनों चीजें किसी भी मनुष्य की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है।
यदि मैं वर्तमान में प्रधानमंत्री पद पर होता तो सबसे पहले गरीब वर्ग के लोगों के लिए भोजन, पहनने के लिए कपड़े और रहने के लिए घर उपलब्ध करवाता तथा उनके मूलभूत सभी आवश्यकता की पूर्ति करवाने का प्रयास करता और मजदूर वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाता तथा देश के सर्वांगीण विकास के लिए हर एक प्रयास करता जिससे देश के गरीब और अन्य सभी लोगों के विकास के लिए कार्य किया जा सकें।
भारत देश के विदेश नीति में सुधार
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो भारत देश के अलावा अन्य देशों के साथ आपसी सहयोग और मित्रता का व्यवहार रखता तथा परमाणु शस्त्र पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करता और प्रधानमंत्री के पद पर होने के नाते भारत देश के सभी विद्यालय और महाविद्यालय में सैनिकों के शिक्षा को अनिवार्य करता तथा हमारे देश को सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करता।
इन सभी के अलावा मैं जहां तक हो सकता देश को युद्ध से दूर रखता और देश में किसी भी प्रकार का अन्याय पूर्ण आक्रमण नहीं होने देता और आक्रमण होने वाले अन्याय का मुंहतोड़ जवाब देता, देश में विभिन्न प्रकार की आतंकवादी गतिविधियां होती रहती है और मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो आतंकवादी गतिविधियों पर भी रोक लगाने के लिए विशेष टीम का गठन करता है।
भारत देश एक शांतिप्रिय देश है जहां सभी लोग शांति और सद्भाव से रहते हैं यहां के लोगों में परस्पर आपसी सहयोग देखने को मिलता है और मैं यदि भारत देश का प्रधानमंत्री होता तो भारत देश पर किसी भी प्रकार का समस्या नहीं आने देता लोगों के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के कार्य करता और गरीब वर्ग के लिए भी नई नीतियों को बनाता जिससे उनका सर्वांगीण क्षेत्र में विकास हो पाता।
शिक्षा पद्धति में सुधार
हमारे देश में अक्सर आप सभी ने देखा होगा शिक्षा पद्धति बिल्कुल भी सही नहीं है और मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश के शिक्षा पद्धति की ओर विशेष ध्यान देता क्योंकि हमारे देश के हर नागरिक को शिक्षित कराने का प्रयास प्रधानमंत्री को करना चाहिए और यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश के हर एक नागरिक को शिक्षित कराने के लिए पूर्ण प्रयास करता ।
इनके अलावा शिक्षा के महत्व को बढ़ाने के लिए सभी विद्यालय और महाविद्यालय में अच्छे से अच्छा शिक्षा स्तर को बनाता और सभी के लिए शिक्षा निशुल्क करवा देता जिससे सभी वर्ग के लोग आसानी से शिक्षा ग्रहण कर पाते तथा अच्छी शिक्षा के लिए समय-समय पर आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति करवाता क्योंकि अक्सर देखा जाता है कई स्कूलों में शिक्षक की अनुपस्थिति होती है।
उपसंहार
देश के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यों को करने की आवश्यकता होती है और यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश के विकास के लिए ईमानदारी तथा कर्तव्य निष्ठा से कार्यकर्ता और अपने जिम्मेदारियों को बखूबी निभाता, तथा देश के उन्नति और विकास के लिए हर एक संभव कार्य करता और युवाओं के शिक्षा स्तर को बढ़ावा देता क्योंकि युवाओं के द्वारा ही देश के संपूर्ण क्षेत्र का विकास संभव हो पाता है।
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प्रस्तावना
भारत देश एक लोकतांत्रिक देश है जहां प्रधानमंत्री का पद सर्वोच्च होता है अर्थात प्रधानमंत्री देश का सबसे बड़ा मुखिया होता है और यदि मैं प्रधानमंत्री के पद पर होता तो देश के विकास के लिए इमानदारी पूर्वक कार्य करता तथा इनके अलावा भारत देश में एक मजबूत लोकतंत्र की स्थापना करता और भारत देश के समस्त सरकारी संस्थानों को मजबूत बनाता।
भारत देश में सुशासन, और देश के आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाता तथा भारत देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाता और यहां के महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार दिलाता तथा रोजगार का अवसर पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी उपलब्ध कराता जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन पाती, और देश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और अपराध को रोकने के लिए सख्त कानून बनाता तथा उनका क्रियान्वयन करता ।
राष्ट्र के प्रति कर्तव्य
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो प्रधानमंत्री होने के नाते राष्ट्र के प्रति मेरी निम्न कर्तव्य होती –
शिक्षा का उचित प्रसार
यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो सबसे पहले मैं शिक्षा के उचित प्रसार का ध्यान रखता और किसी भी देश का आर्थिक विकास, देश के नागरिक कितने शिक्षित है इस पर निर्भर करता और शिक्षा के माध्यम से उत्पादकता को बढ़ाने के लिए विज्ञान की शिक्षा और कार्य अनुभव तथा व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देता तथा शिक्षा प्रसार करके महिलाओं के शिक्षा स्तर को ऊंचा बनाता और हर एक नारी को शिक्षित कराने का प्रयास कराता।
आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़
देश का प्रगति तभी हो सकता है जब देश के नागरिक शिक्षित और सुदृढ़ तथा सुरक्षित होंगे और यदि देश में असुरक्षा होगा तो यह ना केवल नागरिकों के जीवनयापन में समस्या उत्पन्न करेगा बल्कि इससे देश की शांति और सुव्यवस्था में भी विभिन्न प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगेगी। यदि मैं भारत देश का प्रधानमंत्री होता तो भारत देश के तांत्रिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने का प्रयास करता और देश में एकता बनाए रखने का प्रयास करता।
बुजुर्गों के प्रति कर्तव्य
बुजुर्गों के अनुभव से देश को बहुत लाभ होता है और यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश के वृद्धों के लिए स्वास्थ्य , सुरक्षा और इसके अलावा पेंशन आदि का व्यवस्था करता जिससे उनका जीवन खुशहाल होता और उनके लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास करता जिससे उन्हें जीवन में किसी भी प्रकार का समस्या या कष्ट सहन नहीं करना पड़ता।
युवा पीढ़ी के प्रति कर्तव्य
किसी भी देश के विकास के लिए युवाओं की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है वर्तमान समय में भारत देश में बेरोजगारी और गरीबी के कारण विभिन्न प्रकार के समस्याओं को झेलना पड़ रहा है जिसके कारण युवाओं में निराशा देखने को मिलती है और युवा इन सभी कारणों से नशाखोरी, चोरी तथा अपराधिक गतिविधियों की ओर अग्रसर बढ़ रहे हैं ।
यदि मैं देश के प्रधानमंत्री पद पर होता तो युवाओं के लिए रोजगार के अनेकों अवसर प्रदान करता जिससे युवाओं को रोजगार का अवसर मिलता और युवा अपराधिक गतिविधियों से दूर रहते ।
देश की उन्नति के लिए प्रयास
यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के नई तकनीकों का विकास करता और विभिन्न योजनाओं को बनाता जिससे देश के साथ साथ देश में रहने वाले नागरिकों का विकास भी सुनिश्चित हो पाता।
यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो देश को इतना शक्तिशाली बनाता कि हमारे देश का नाम विश्व में सबसे पहले श्रेणी पर आता और देश के भौतिक प्रगति के साथ-साथ खगोलीय तथा नाभिकीय प्रगति में भी ध्यान देता, और इनके अलावा देश में ऐसे अविष्कारों को प्रधानता देता जिससे देश का सर्वांगीण विकास हो पाता।
उपसंहार
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो देश को रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास करता तथा सरकारी नौकरी से आरक्षण हटा देता जिससे सरकारी नौकरी और शिक्षा के क्षेत्र में समानता रहता और इनके अलावा गरीब आरक्षित वर्ग के बच्चों के लिए भी निशुल्क सरकारी शिक्षा और नौकरी का व्यवस्था करता।
हमारे देश में आतंकवाद और बेरोजगारी तथा गरीबी की समस्याएं बहुत गंभीर बन चुकी है। हमारे देश में योग्य युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा जिससे देश के युवा अपराधिक गतिविधियों की ओर आगे बढ़ रहे हैं और यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो लोगों को सबसे पहले रोजगार का अवसर देता जिससे देश में इन सभी गतिविधियों में कमी आती ।
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निष्कर्ष
उम्मीद है आपको यह निबंध पसंद आएगी तथा आपके लिए जानकारी वर्धक साबित होगी और विद्यार्थियों के निबंध लेखन में सहायक साबित होगी।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
वर्तमान में भारत देश के प्रधानमंत्री कौन है?
वर्तमान में भारत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी है देश का प्रधानमंत्री बनना बहुत गर्व और हर्ष का बात होता है और यह देश के मंत्रिमंडल में सबसे प्रमुख पद होता है।
आम जनता की मूलभूत आवश्यकता है क्या क्या होती है?
आम जनता की मूलभूत आवश्यकता है खाने के लिए रोटी, पहनने के लिए कपड़ा तथा रहने के लिए घर होती हैं।
यदि मैं देश का प्रधानमंत्री होता तो क्या करता?
यदि मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो देश की प्रगति के लिए हर वह कार्य करता जो प्रधानमंत्री के पद पर रहकर किया जाता है। प्रधानमंत्री पद पर रहने के नाते मैं पुलिस के कार्यशैली में सुधार लाता तथा शिक्षा स्तर को अच्छा बनाता और देश में नई तकनीकों को बढ़ावा देता है इनके अलावा भी विभिन्न प्रकार के देश के विकास के लिए कार्य करता ।
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो राजनीति के पदों के लिए योग्यता का निर्धारण कितने वर्ष का करता?
यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो राजनीति के किसी भी पद की योग्यता के निर्धारण के लिए सबसे पहले व्यक्ति का आयु 21 वर्ष का निर्धारण करता और कम से कम राजनीति शास्त्र में मास्टर की डिग्री।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।