बैडमिंटन पर निबंध हिंदी में | Essay on badminton in Hindi

स्वागत है दोस्तों आपका अपने वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम बैडमिंटन पर निबंध हिंदी में लेकर आए हैं, इसे हमने बहुत ही आसान और सरल भाषा में लिखा है ,तो चलिए शुरू करते हैं-

बैडमिंटन पर निबंध 1

प्रस्तावना:-

यह खेल सभी को पसंद होता है, बैडमिंटन खेलने के लिए कम से कम 2 लोगों की आवश्यकता होती है और इसे ज्यादा से ज्यादा 4 लोग खेल सकते हैं। बैडमिंटन खेलने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है, बैडमिंटन के अलावा सभी आउटडोर खेल हमारे लिए बहुत आवश्यक होता है क्योंकि इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है।

बैडमिंटन बहुत ही आसान इनडोर खेल होता है, यह खेल क्रिकेट के बाद दूसरा सबसे ज्यादा खेला जाने वाला खेल है। इस खेल को खेलने के लिए क्रिकेट की तरह बड़े मैदान की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि इसे कम जगह पर भी खेला जा सकता है। बैडमिंटन स्कूल तथा कॉलेज में भी खेलाए‌ जाते है, इस खेल को बड़े या छोटे कोई भी खेल सकते है।

बैडमिंटन एक बहुत ही पुराना खेल है इसकी शुरुआत ब्रिटिश भारत में हुई थी, अर्थात जब भारत में अंग्रेजों की राज थी तभी बैडमिंटन की शुरुआत हुई थी, इसे इन डोर में भी खेला जा सकता है बैडमिंटन खेलने से शरीर में रक्त का संचार सही प्रकार से होता है जिससे ह्रदय से संबंधित बीमारियां भी नहीं होती हैं।

बैडमिंटन खेलने के लिए आवश्यक चीजें :-

बैडमिंटन खेलने के लिए एक इन डोर या आउटडोर मैदान की आवश्यकता होती है, तथा इसके लिए कम से कम 2 प्रतिभागियों की आवश्यकता होती है। इसमें दो रैकेट एक शटलकॉक की भी जरूरत होती है। बैडमिंटन खेल को 4 प्रतिभागी भी एक साथ खेल सकते हैं।

बैडमिंटन खेलने के लिए मैदान के बीचो बीच एक जाली का नेट लगाया जाता है, जिसके मैदान में शटलकॉक गिरती है उसी से हार जीत तय किया जाता है।

बैडमिंटन में ड्राइव और फ्लिक दो सर्विस होती हैं, इसमें सबसे ज्यादा पॉइंट बनाने वाले प्रतिभागी की जीत होती है। बैडमिंटन के नियम बहुत सरल है इसलिए इस गेम को सभी लोग खेलना पसंद करते हैं,इस खेल को सभी स्तर पर खेला जाता है जैसे, विद्यालय में, राज्य स्तर पर, जिला स्तर पर, और राष्ट्रीय स्तर पर भी इसका आयोजन किया जाता है।

लोकप्रिय खेल:-

बैडमिंटन एक लोकप्रिय खेल है जिसे खेलने में बहुत ही मजा आता है और बच्चों का भी यह खेल लोकप्रिय होता है। बैडमिंटन को एक कोर्ट में खेला जाता है जिसकी लंबाई और चौड़ाई उसमें खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या पर निर्भर करता है। बैडमिंटन खेल में कुल 21 पॉइंट होते हैं, और प्रत्येक खिलाड़ी का लक्ष्य अधितकम अंक प्राप्त करना होता है।

बैडमिंटन का इतिहास:-

बैडमिंटन खेल का नाम ग्लूसेस्टरशायर बैडमिंटन में ब्यूफोर्ड के ड्यूक के नाम पर पड़ा है, बैडमिंटन खेल का शुरुआत सर्वप्रथम 1870 ईस्वी में हुआ था, इस खेल को इंग्लैंड में सेना के अधिकारी खेला करते थे, और जब वे भारत आए तब से इस खेल को भारत में भी खेला जाने लगा, तथा यह खेल भारत में भी लोकप्रिय हो गया।

बैडमिंटन के नियम:-

बैडमिंटन खेलने के लिए मैदान की लंबाई 44 फीट और चौड़ाई 20 फीट होती है, मैदान को दो बराबर भागों में बांटने के लिए एक नेट लगाया जाता है। नेट के बीच में 1.98 मीटर की दूरी पर एक सफेद रंग की सर्विस लाइन होती है, और इसी सर्विस लाइन से खिलाड़ी इस खेल को प्रारंभ करते हैं।

बैडमिंटन का खेल इनडोर अर्थात चारदीवारी के अंदर खेला जाता है, इस खेल को पहले कौन सी टीम खेलेगी इसके लिए सभी गेमों की तरह सिक्का उछाल कर टॉस किया जाता है,।

बैडमिंटन खेल को जीतने के लिए इसमें 21 पॉइंट निर्धारित की जाती है, जो भी टीम सबसे पहले ज्यादा पॉइंट बना लेता है वही टीम विजेता होता है, इस खेल में नेट के पास एक एंपायर बिठाया जाता हैजो दोनों टीमों के पॉइंट की गणना करता है और साथ ही खेल के नियम तोड़ने पर पेनल्टी भी देता है।

बैडमिंटन खेलने के लिए कम से कम 2 लोगों की आवश्यकता होती है और इसे अधिकतम 4 लोग खेल सकते हैं। बैडमिंटन खेलने के लिए दो रैकेट और शटलकॉक की आवश्यकता होती है, रैकेट हल्के लोहे के धातु से बना होता है इसका लंबाई 680 मिलीलीटर और चौड़ाई 230 मिलीमीटर होता है। रैकेट का वजन 70 से 80 ग्राम होता है।

भारत में बैडमिंटन का स्थान:-

बैडमिंटन खेल की भारत में बहुत लोकप्रियता है, यह क्रिकेट के बाद दूसरे नंबर पर खेला जाने वाला खेल है, बैडमिंटन खेल का नियम आसान होता है जिससे सभी खेलना पसंद करते हैं। बैडमिंटन को सभी वर्ग के लोग खेल सकते हैं। भारत में यह खेल बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है और इसे खेलने वालों की संख्या बढ़ रही है।

बैडमिंटन खेलना सभी बच्चे भी बहुत पसंद करते हैं, इस खेल का आयोजन स्कूलों में भी किया जाता है। बैडमिंटन के खेल से हमें तंदुरुस्ती मिलती है, यह बहुत से बच्चों का पसंदीदा खेल होता है।

बैडमिंटन खेलने से लाभ:-

1. बैडमिंटन खेलने से शरीर स्वस्थ रहता है।

2. बैडमिंटन खेलने से हमारे शरीर में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है और शरीर का विकास भी पूर्ण रूप से होता है।

3. यह खेल खेलने से मोटापे दूर होते हैं तथा हमारी सोचने समझने की शक्ति भी बढ़ती है।

4. बैडमिंटन खेलने से दिल संबंधी बीमारियां नहीं होती तथा मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं।

5. बैडमिंटन खेलने से हमारे हाथ पैर की मांसपेशियां भी मजबूत होती है।

6. इस खेल को खेलने से एकाग्रता बढ़ती है।

भारत में बैडमिंटन खिलाड़ियों के नाम:-

साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, प्रकाश पादुकोण, श्रीकांत किदांबी, पुलेला गोपीचंद आदि नाम है।

उपसंहार:-

बैडमिंटन बहुत ही अच्छा खेल होता है ,जिसे मजे और जोश दोनों के साथ खेला जाता है। यह खेल महिलाओं तथा पुरुषों दोनों के द्वारा खेला जाता है। बैडमिंटन के उपकरण सस्ते होते हैं जिससे इसके उपकरण सभी लोग आसानी से खरीद सकते हैं। हमें बच्चों को बैडमिंटन खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और अपने देश का नाम रोशन करना चाहिए।

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बैडमिंटन पर निबंध 2

प्रस्तावना:-

बैडमिंटन हमारे देश का दूसरा नंबर पर खेला जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल है, इसे दो खिलाड़ियों के बीच में खेला जाता है ,दो खिलाड़ियों के बीच खेले जाने वाले को सिंगल्स गेम कहा जाता है। तथा इस खेल को चार लोगों के द्वारा भी खेला जा सकता है जिसे डबल गेम कहा जाता है।

बैडमिंटन में ज्यादा नियम नहीं होता जिससे इसे सीखना और खेलना आसान होता है, तथा इस गेम को हम अपने घर पर भी खेल सकते हैं।

इस खेल को खेलने के लिए कोई बड़े मैदान की आवश्यकता नहीं होती है, इस खेल को खेलने के लिए कोई टीम की आवश्यकता नहीं होती है, इसे 2 लोगों के द्वाराखेला जा सकता है।

बैडमिंटन के नियम:-

1. बैडमिंटन खेल को 1-1 खिलाड़ी या 2-2 खिलाड़ी के बीच खेला जाता है।

2. बैडमिंटन में कुल 21 पॉइंट होते हैं, इसमें जिसके पास ज्यादा पॉइंट होता है वह इस खेल का विजेता होता है।

3. इस खेल में खिलाड़ियों के बीच में एक नेट होता है, किसी खिलाड़ी के द्वारा मारा गया शटलकॉक अगर नेट पर लग जाता हैतो उस स्थिति में सामने वाले खिलाड़ी को पॉइंट मिलता है।

4. इस खेल को खेलने के लिए ज्यादा नियम नहीं होते हैं, इसके नियम साधारण होते हैं जिससे खेलना आसान होता है।

बैडमिंटन खेल का इतिहास:-

इस खेल का विकास ब्रिटिश भारत में रह रहे प्रवासी अंग्रेज अफसरों के बीच 1870 के आसपास हुआ था, इस खेल का ही एक प्रारूप शटलकॉक की जगह गेंद के साथ भारत में तंजाउर में 1850 में खेला जाता था, जिसमें गेंद ऊन की बनी होती थी इस गेम का प्रयोग सूखे मौसम में होता था।

सन 1873 के आसपास बैडमिंटन का खेल पुणे में भी विकसित हुआ, और 1875 में इस खेल के कुछ नियम अस्तित्व में आए, पहले इस खेल को चार चार खिलाड़ियों अर्थात दोनों टीम मेंकुल 8 खिलाड़ी होते थे, बाद में इसे अधिकतम चार खिलाड़ियों के बीच खेलने को संशोधित किया गया, यह संशोधन काफी बेहतर साबित हुआ।

बैडमिंटन खेल का महत्व:-

बैडमिंटन हमारे देश में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला खेलों में से एक है, इस खेल में ज्यादा नियम नहीं होता जिसके कारण इसे खेलना और समझना बहुत आसान होता है। इस खेल को खेलने से हमारे हाथ पैर मजबूत होते हैं। बैडमिंटन सभी छोटे बड़े लोगों के द्वारा खेला जा सकता है, तथा इस खेल में ज्यादा चोट लगने का भी खतरा नहीं होता है।

यह खेल आनंद देने के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ भी रखता है, इस खेल को खेलने के लिए बड़े मैदान की आवश्यकता भी नहीं होती है तथा टीम की भी आवश्यकता नहीं होती है। हम सभी के लिए खेल महत्वपूर्ण होता है, इससे हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं, यह ऐसा खेल है जिसे सभी बड़े और बच्चे खेलना पसंद करते हैं, और इस खेल को सभी वर्ग के द्वारा खेला जा सकता हैं।

उपसंहार:-

सभी लोगों को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए खेल को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए, क्योंकि खेल हमारे शरीर के लिए व्यायाम के समान होता है जिससे हमारे शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से चलते रहता है और स्वस्थ होता है। यह काफी लोकप्रिय खेल है इसे पूरे विश्व में लोगों के द्वारा बड़ी उत्सुकता से खेला जाता है, इस खेल से हाथ पैर की अच्छी व्यायाम होती हैं जिससे हाथ पैर मजबूत होते हैं।

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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

बैडमिंटन कोर्ट का आकार क्या है?

Double के लिए 44 X 20 फीट और Single के लिए 44 X 17 फीट.

बैडमिंटन नेट की ऊंचाई क्या होती है?

बैडमिंटन नेट की ऊंचाई 5 Feet होती है

बैडमिंटन को प्राचीन काल में किन नामों से जाना जाता था?

शटलकॉक, पूना और बैटलडोर नामों से जाना जाता था

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