बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध | Essay on Beti Bachao Beti Padhao in Hindi

हेलो दोस्तों! स्वागत है आप सभी का हमारे वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध लेकर आए हैं, हमारे देश,समाज में बेटियों की स्थिति अन्य देशों के अपेक्षा अभी‌ भी सबसे खराब रही है, आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे।

इस निबंध लेख के द्वारा आप सभी को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से जुड़ी सारी जानकारियां देंगे, यह निबंध आप सभी के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा, क्योंकि इस विषय पर सभी स्कूल और कॉलेज में निबंध लेखन का प्रश्न और निबंध प्रतियोगिता कराई जाती है।

आप सभी हमारे इस निबंध लेखन को पढ़कर आसानी से निबंध प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं और अपने स्कूल के या कॉलेज के परीक्षा में आए हुए निबंध के प्रश्न को भी लिख सकते हैं। तो चलिए हम हमारे आज के विषय” बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” पर निबंध को शुरू करते हैं-

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 1

प्रस्तावना :-

हमारे भारत देश में प्राचीन समय से महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित रखा गया है, महिलाओं को पुरुषों का गुलाम समझा जाता है, महिलाओं के साथ कुछ भी गलत होने पर समाज महिलाओं पर ही उंगली उठाता है गलती पुरुष की क्यों ना हो, तथा समाज के द्वारा महिलाओं के रहन-सहन और वेशभूषा पर भी उंगली उठाई जाती है।

हमारे देश की महिला जब पढ़ेंगी तभी वह शिक्षित होंगी और अपने अधिकारों के बारे में जान सकेंगी, शिक्षित होकर ही महिलाएं अपने साथ होने वाली बुराइयों के खिलाफ लड़ सकती हैं, क्योंकि आज कई महिलाएं अपने साथ हो रहे अपराध को दबा कर रखती हैं।

महिलाएं ऐसा इसलिए करती हैं क्योंकि उन्हें डर होता है कि समाज में उन्हें बेइज्जत ना होना पड़े और इसी कारण महिलाएं अंदर ही अंदर परेशान रहती हैं जिसके कारण कभी-कभी महिलाएं समाज के तनाव से बचने के लिए आत्महत्या भी कर लेती हैं।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान :-

हमारे देश में लगातार बेटी शिशु दर में गिरावट को संतुलित करने और उनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की गई थी, जिस प्रकार समाज और देश के विकास के लिए पुरुषों की आवश्यकता होती है उसी प्रकार बेटियों की भी आवश्यकता है तभी हमारे देश का विकास होगा।

देश में लगभग सभी परिवार के लोग लड़के को जन्म देने की इच्छा रखते हैं, जिसके कारण हमारे देश में बेटियों की भ्रूण हत्या कर दी जाती है और इससे देश में लिंगानुपात में भारी गिरावट आ रही है, इसे सही दिशा में ले जाने के लिए इस योजना या अभियान की शुरुआत की गई है।

हमारे भारत देश के अलावा अन्य देशों में भी स्त्रियों के साथ भेदभाव किया जाता है, स्त्रियों को पुरुषों से कम समझा जाता है, स्त्रियों को पुरुषों के समान अधिकार नहीं दिया जाता है तथा किसी कार्य को करने के लिए भी महिलाओं को पुरुषों से कम काबिल समझा जाता है और उन्हें काम के बदले कम वेतन भी दिया जाता है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की आवश्यकता:-

हमारे देश में बेटियों की संख्या में तेजी से गिरावट आई, जिसे देखते हुए सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना शुरू करने की आवश्यकता को महसूस किया, हमारा देश लिंगानुपात में 40 देशों से पीछे हैं, जिसमें सुधार करने और कन्या शिशु दर को बचाने के लिए सरकार द्वारा यह योजना का शुरूआत किया गया।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य :-

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों को सुरक्षा प्रदान करना, और बेटियों के जन्म दर में वृद्धि करना है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और चिकित्सालय में भ्रूण हत्या को रोकने के लिए यह अभियान चलाया गया है ताकि इस अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या को अपराध माना जाए और बेटियां के भ्रूण हत्या को रोका जा सके।

उपसंहार:-

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को हम सभी को सभी लोगों तक पहुंचाना चाहिए तथा लोगों को बेटियों की सुरक्षा के लिए जागरूक करना चाहिए, तथा समाज और देश में लड़कियों को हीन भाव से नहीं देखना चाहिए । लड़कियों को भी लड़कों के समान पूरे सम्मान और अधिकार मिलने चाहिए।

एक ओर हमारे समाज में महिलाओं को पूजनीय माना जाता है और दूसरी ओर उन्हें हीन भावना से देखा जाता है, हमें हमारे देश के विकास के लिए बेटियों और महिलाओं को भी पुरुषों के समान अधिकार देना होगा तभी हमारे देश का विकास होगा।

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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 2

प्रस्तावना :-

किसी भी देश के विकास के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देती हैं, महिलाएं प्राचीन समय से सभी चीजों में अपना योगदान देती आई है, महिलाओं को पुरुषों से कम नहीं समझना चाहिए क्योंकि जिस समाज में पुरुषों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है वहीं महिलाओं ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

हमारे भारत देश में बेटियों के लिए बहुत ही रूढ़िवादी प्रथा है, जिससे बेटियों को पुरुषों के समान अधिकार नहीं दिया जाता उन्हें हमेशा सभी क्षेत्र में पुरुषों की अपेक्षा कम समझा जाता है। बेटियों को जन्म लेने से पहले ही उनकी हत्या कर दी जाती है, इन सभी को रोकने के लिए सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का आरंभ किया गया है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का प्रभाव:-

इस अभियान का विशेष प्रभाव पड़ा है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के द्वारा बेटियों के विकास और उनके शिक्षा के लिए सरकार निरंतर योजनाएं ला रही हैं, जिसके कारण गरीब परिवार की बेटियों को भी पढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है और उन्हें भी सभी प्रकार की सुविधाएं प्राप्त हो रही है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के कारण वर्तमान में बेटियों की संख्या समाज में संतुलित हो रही है और बेटियों की स्थिति में भी काफी सुधार हो रही है। आज बेटियां सभी क्षेत्र में पुरुषों के समान कार्य कर रही है और अपनी कला का प्रदर्शन भी कर रही है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के कारण प्राचीन समय से चल रही दहेज प्रथा और शिशु भ्रूण हत्या आदि कुप्रथाएं भी कम हो रही है, इस अभियान के तहत सभी अपनी बेटियों को शिक्षा प्रदान करा रहे हैं जिसके कारण बेटियां तभी चित्र में आगे बढ़ रही है और अपने अधिकार को भी पहचान रही है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का उद्देश्य :-

महिलाओं को सशक्त बनाने और जन्म से ही उनके अधिकार के लिए सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का शुरूआत किया है, इस योजना के तहत सभी लड़के और लड़कियों के प्रति हो रहे भेदभाव को खत्म करने का उद्देश्य है जिससे सभी बेटे और बेटियों को समान अधिकार प्राप्त हो,

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या को कम करने में काफी सहायता मिली है, इस योजना का शुरुआत नरेंद्र मोदी जी ने बेटियों की सुरक्षा के लिए किया है, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में उत्पन्न लिंग असंतुलन को नियंत्रित करना है।

यह अभियान हमारे समाज और घर में हो रही बहू बेटियों पर अत्याचार के विरुद्ध एक संघर्ष है, इस अभियान के द्वारा समाज में लड़कियों को लड़कों के समान अधिकार दिलाया जा सकता है। लड़कियों के साथ हो रहे शोषण का मुख्य कारण बालिकाओं का अशिक्षा है, लड़कियां पढ़ लिख कर शिक्षित होंगे तो उन्हें सही गलत का ज्ञान भी प्राप्त होगा।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के माध्यम से बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि बेटियां जब पढ़ी लिखी होगी तो ना अपने साथ कुछ गलत होने देगी और ना किसी के साथ, इसलिए समाज और देश में सभी बेटियों को शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है।

उपसंहार:-

हम सभी को कन्या शिशु बचाव के साथ-साथ बेटियों का समाज में स्तर सुधारने के लिए भी प्रयास करना चाहिए, बेटियों को उनके माता-पिता के द्वारा लड़कों के समान समझना चाहिए और उन्हें सभी क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करना चाहिए।

हम सभी को बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि एक बालक के पढ़ने से केवल एक इंसान ही शिक्षित होता है, लेकिन एक बालिका के पढ़ने से दो परिवार भी शिक्षित हो सकते हैं और उनसे अधिक भी क्योंकि मां एक बेटी की रूप होती है और वह अपने परिवार को शिक्षित करके उनके चरित्र का निर्माण भी कर सकती हैं।

निष्कर्ष –

हमने हमारे इस आर्टिकल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध के बारे में चर्चा किया है आशा करते हैं यह निबंध लेखन आप सभी को पसंद आएगा और इस निबंध लेखन के माध्यम से आप सभी अपना प्रोजेक्ट वर्क और निबंध लिख सकेंगे।

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