अंधविश्वास पर निबंध | Essay on Blind Faith in Hindi

नमस्कार दोस्तों आज हम आपके लिए अंधविश्वास पर निबंध लेकर आए हैं, आप सभी ने अक्सर देखा होगा आज भी कई लोगों के द्वारा अंधविश्वास पर विश्वास किया जाता है।

हमारे इस लेख के माध्यम से आप सभी अंधविश्वास से जुड़ी सारी बातें जान सकते हैं और यह निबंध के लिए भी काफी महत्वपूर्ण विषय है जिससे विद्यार्थियों के स्कूल में परीक्षा में लिखने को दिया जा सकता है तथा इस विषय पर प्रोजेक्ट वर्क भी दिया जा सकता है।

यह निबंध विद्यार्थियों के परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण विषय है इसके बारे में आप सभी को जाना चाहिए क्योंकि इस विषय के बारे में अक्सर विद्यार्थियों को परीक्षा में दिया जाता है, हमारा यह लेख सभी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है।

अंधविश्वास पर निबंध 1

प्रस्तावना

अंधविश्वास बहुत खराब चीज होती है क्योंकि इसकी जड़े अज्ञानता से फैली होती है। अंधविश्वास हमारे निराशा, भय और ज्ञान की कमी को दर्शाता है वर्तमान युग में भी आज के पढ़े-लिखे लोग‌ भी अंधविश्वास में जकड़े हुए हैं। आज का योग ज्ञान और विज्ञान का युग है जो हमारे बौद्धिक निर्धनता को दर्शाता है परंतु बहुत से लोग विज्ञान के तकनीकी को नहीं समझ पाते और अंधविश्वासी हो जाते हैं।

कई लोगों के द्वारा आज भी 13 नंबर को अशुभ माना जाता है तथा किसी के छींकने पर भी अशुभ कहा जाता है। बहुत से लोगों के द्वारा यदि हम गाड़ी में कहीं जा रहे हैं और सामने से बिजली आ कर दौड़ कर चली जाती है तो उसे भी अशुभ माना जाता है। बिल्ली के रास्ता काटने से कुछ बुरा होने की शंका की जाती है।

अंधविश्वास किसी विशेष समाज या देश से नहीं जुड़ा हुआ है बल्कि यह प्रत्येक स्थान पर पाया जाता है। अंधविश्वास में अधिकतर गरीब, अनपढ़ और निचले स्तर के लोग आस्था रखते हैं। हम सभी को इन अंधविश्वासों को दूर करने का तरीका ढूंढना चाहिए हमें विज्ञान के सोच का प्रचार प्रसार कर के अंधविश्वासों में कमी लाना चाहिए।

हमारे समाज तथा देश में कुछ दशक पहले चेचक को भगवान माना जाता था और आज भी कुछ लोगों के द्वारा चेचक को देवी माना जाता है परंतु चिकित्सा विज्ञान के सहायता से इसे जड़ से खत्म किया जा सकता है इसके लिए हम सभी को चिकित्सा विज्ञान की प्रशंसा करनी चाहिए चिकित्सा विज्ञान के द्वारा आज चेचक को भी दूर किया जा रहा है।

अंधविश्वास के कारण

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होती है, जिससे व्यक्ति छुटकारा पाना चाहता है, जल्दी से जल्दी समस्याओं को दूर करना चाहते हैं और ऐसे में व्यक्ति कोई यदि कोई पाखंडी बाबा मिल जाए जो इन सभी समस्याओं का समाधान बताने लगे तो लोग पाखंडी बाबा का विश्वास करने लगते हैं और अपने सुख शांति के लिए अंधविश्वास के शिकार हो जाते हैं।

पाखंडी बाबा विभिन्न प्रकार के कार्य में सफलता और लोगों के विवाह तथा ज्यादा संबंधी समस्या और संतान की प्राप्ति आदि सभी समस्याओं का समाधान करने का दिलासा देता है लोगों को जिससे जो आसानी से फस जाते हैं और इनमें महिलाएं मुख्य रूप से पाई जाती हैं।

अंधविश्वास के नुकसान

अंधविश्वास के कारण मनुष्य की जान भी जा सकती है तथा धन के खर्च और इज्जत की भी हानि होती है। आज के वैज्ञानिक युग में भी व्यक्ति पाखंडी बाबा के बातों में आसानी से आ जाते हैं और अपनी समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं इन सभी के लिए बाबा व्यक्ति से मोटी रकम वसूल करता है और बच्चों की बलि भी लेता है।

जो महिलाएं अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए बाबा के पास जाते हैं कभी-कभी बाबा के द्वारा महिलाओं की इज्जत ली जाती है जिसके कारण महिलाएं आत्महत्या करने के लिए विवश हो जाती हैं। कुछ लोग संतान प्राप्ति की लालसा में पाखंडी बाबा के कहने के अनुसार दूसरे बच्चों की बलि देने के लिए भी तैयार हो जाते हैं।

अंधविश्वास को रोकने का उपाय

सरकार के द्वारा कई प्रकार के अंधविश्वासों पर प्रतिबंध लगाया गया है जैसे काला जादू और नरबलि आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है परंतु इससे ज्यादा लोगों को समझने की आवश्यकता है, लोगों को अंधविश्वास से होने वाले नुकसान को समझना चाहिए और सभी लोगों में जागरूकता फैलाना चाहिए।

विश्वास को दूर करने के लिए लोगों में विज्ञान के ज्ञान का संचार करना चाहिए और लोगों को शिक्षित करना चाहिए क्योंकि अशिक्षित लोग ही अधिकतर अंधविश्वास के शिकार होते हैं और हमें यह समझना चाहिए कि तांत्रिक हमारे किसी भी चीज को नहीं बदल सकता है।

शिक्षा के अभाव में समाज में कई दोष उत्पन्न हो जाते हैं अंधविश्वास भी शिक्षा के अभाव में उत्पन्न होता है जिसके कारण लोग नरबलि तथा पशु बलि और अनजान शक्तियों में विश्वास करने लगते हैं जैसे भूत प्रेत तथा जादू टोना और विभिन्न प्रकार के देवी देवताओं की पूजा आदि।

अंधविश्वास के प्रकार

कई लोगों को विभिन्न प्रकार के अंधविश्वास में इतना भरोसा होता है कि लोग सोचने लगते हैं मानो उनका सारा जीवन ही समर्पित है । यदि कोई कांच टूट जाता है तो उसे कुछ लोगों के द्वारा 7 वर्षों तक अशुभ माना जाता है और कहीं-कहीं तो दूध के पकते समय उबाल आता है और दूध नीचे बहने लगता है तो उसे शुभ माना जाता है।

आज के पढ़े लिखे लोगों के द्वारा भी कई अशुभ बातों को माना जाता है, यदि किसी व्यक्ति के घर से बाहर जाते वक्त घर के बाहर झाड़ू दिखाई देता है तो उसे कई लोगों के द्वारा अशुभ माना जाता है तथा किसी व्यक्ति के बाहर जाते वक्त पीछे से आवाज देकर बुलाना भी अपशकुन माना जाता है।

विभिन्न प्रकार की अंधविश्वास दुनिया के प्रत्येक कोने में विद्यमान है जिस पर लोग आंख बंद करके विश्वास करते हैं। अंधविश्वास के कारण लोगों को कई प्रकार से हानियां होती हैं तथा इसमें कई बच्चों की जान भी जा सकती हैं।

उपसंहार

अंधविश्वास एक महामारी की तरह है जो सबको प्रभावित करती है, यह प्रत्येक देश और समाज के कोने कोने में विद्यमान होती है। अंधविश्वास अनेक रूप में और विभिन्न प्रकार की होती है। जिस समाज में अंधविश्वास से भरे लोग रहते हैं उस समाज में असुरक्षा, भय और अज्ञान, तथा अनजान शक्तियों के प्रकोप का भय हमेशा बना रहता है।

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अंधविश्वास पर निबंध 2

प्रस्तावना

यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज के वैज्ञानिक युग में भी लोग अंधविश्वासों के शिकार होते हैं। आज भी लोगों को विज्ञान के तकनीक से ज्यादा विश्वास अंधविश्वास पर होता है। अंधविश्वास अज्ञानता और अशिक्षा के कारण लोगों में फैलता है। ज्ञान के प्रकाश के अभाव में मनुष्य अंधविश्वास के शिकार होने लगते हैं, तथा लोगों में सोचने विचारने और विश्लेषण की शक्ति का भी अभाव होता है।

प्राचीन काल के अंधविश्वास

प्राचीन काल से ही कई लोग अंधविश्वास को मानते आए हैं, पुराने समय में मुहूर्त के अनुसार ही कई कार्यों को किया जाता था तथा प्राचीन समय में लोगों के द्वारा 13 नंबर को अशोक माना जाता था और यदि तारीख 13 हो और दिन शुक्रवार हो तो उसे और भी बुरा माना जाता था।

अंधविश्वास को दूर करने का उपाय

आधुनिक समय विज्ञान के तकनीकी का युग है, आज के समय में अंधविश्वासों पर यकीन करना पिछड़ेपन की सबसे बड़ी निशानी है। गरीब तथा अनपढ़ लोगों के द्वारा अधिकतर अंधविश्वासों पर यकीन किया जाता है और अंधविश्वास केवल विवेक की कमी के कारण उत्पन्न होता है।

हम सभी को अपने विवेक से कार्य करना चाहिए और अंधविश्वासों से दूर रहना चाहिए क्योंकि बाबा के द्वारा कहने के अनुसार कोई भी कार्य नहीं होता, किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत करने की आवश्यकता होती है।

अंधविश्वास से होने वाली समस्या

अंधविश्वास से विभिन्न प्रकार की समस्या आने लगती हैं, यदि विवाह के बाद कोई दुर्घटना, या विभिन्न प्रकार की घटनाएं घटने लगती है तो वधु को अपशकुन मान लिया जाता है , जो बहुत घातक होती है, अपशगुन मानने के कारण लोगों के द्वारा विवाहित कन्या को विभिन्न तांत्रिकों के पास ले जाया जाता है।

अंधविश्वास की मान्यताएं हानिरहित हो सकती हैं परंतु जब अंधविश्वास हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं और दूसरों को इससे नुकसान या क्षति होता है तो यह हमारे लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।

अंधविश्वास कैसे फैलती है

धार्मिक अंधविश्वास और अनपढ़ तथा गरीब लोगों के द्वारा इसकी प्रगति होती है, कई लोगों के जीवन में विभिन्न बाधाएं आती हैं जिससे लोग छुटकारा पाना चाहते हैं और इस स्थिति में यदि उन्हें कोई समस्या का समाधान करने वाला मिल जाए तो लोग उस पर आंख बंद करके विश्वास करने लगते हैं।

अंधविश्वास पूरे दुनिया में पाया जाता है इसको मानने वाले ज्यादातर लोग अनपढ़ और गरीब होते हैं जिसके कारण अंधविश्वास के शिकार होते हैं इनकी सोच में बदलाव लाने के लिए शिक्षा का प्रचार होना बहुत जरूरी होता है।

अंधविश्वास का परिणाम

जो व्यक्ति अंधविश्वास पर भरोसा करता है उसका बहुत सारा धन खर्च होता है तथा विभिन्न प्रकार से नुकसान होता है। अंधविश्वास के कारण लोगों की इज्जत भी चली जाती है तथा लोग इस प्रकार से अंधविश्वासों पर विश्वास करने लगते हैं कि बाबा के सभी बातों को सच मानने लगते हैं।

उपसंहार

आज के दुनिया में अंधविश्वास एक सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है, दुनिया के बहुत से लोग अंधविश्वास पर भरोसा करते हैं तथा कई लोग ऐसे होते हैं जो ढोंगी बाबा और साधुओं तथा तांत्रिकों के बातों में आकर अपने परिवार को भी नुकसान पहुंचाते हैं और इज्जत भी खो देते हैं।

अंधविश्वास हमारे समाज में फैलने वाली सबसे बड़ी अभिशाप है इससे लोगों को छुटकारा पाने के लिए शिक्षित होना बहुत आवश्यक है। लोगों में अंधविश्वास को दूर करने के लिए जागरूकता फैलाने चाहिए तथा लोगों को पाखंडी बाबा के बातों में नहीं आने को भी जागरूक करना चाहिए।

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निष्कर्ष

उम्मीद है दोस्तों हमारा यह लेख अंधविश्वास पर निबंध आप सभी को पसंद आएगा तथा आप सभी के लिए उपयोगी साबित होगा।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

अंधविश्वास किसे कहते हैं ?

किसी व्यक्ति पर यकीन करना या बिना कुछ सोचे-समझे विश्वास कर लेना अंधविश्वास कहलाता है। अंधविश्वास मानव के अशिक्षा और डर तथा ज्ञान की कमी को दर्शाता है।

अंधविश्वास के उदाहरण बताइए ?

बिल्ली का रास्ता काटना, उल्लू की आवाज, उल्लू का घर पर बैठना, आंख का फटना, छींकना, घर से बाहर जाते वक्त पीछे से पुकारना, घर के सामने नींबू और मिर्ची लगाना, आदि अंधविश्वास के प्रमुख उदाहरण है।

अंधविश्वास से क्या हानियां होती है ?

अंधविश्वास के कारण विभिन्न नुकसान हो सकता हैं जैसे धन की हानि, इज्जत खो देना तथा कभी-कभी जान भी चली जाती है।

अंधविश्वास पर कौन ज्यादा भरोसा करता है ?

अंधविश्वास पर गरीब, अनपढ़ और जल्दी समस्याओं के समाधान चाहने वाले व्यक्ति तथा ज्ञान के अभाव वाले व्यक्ति ज्यादा भरोसा करते हैं, तथा अनपढ़ महिलाएं प्रमुख रूप से अंधविश्वास की शिकार होती हैं

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