नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है इस लेख में, आज हम सिनेमा पर निबंध लेकर आए हैं यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी हो सकता है और विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट वर्क के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है।
हमारे इस लेख में हम सिनेमा के बारे में जानेंगे, आप सभी ने सिनेमा के बारे में सुना ही होगा और कई लोग सिनेमा भी गए होंगे, इस लेख के जरिए आपको सिनेमा से जुड़ी विभिन्न प्रकार की जानकारियां मिलेगी जो आपके जीवन में बहुत मददगार साबित हो सकती हैं।
सिनेमा पर निबंध 1
प्रस्तावना
सिनेमा मनोरंजन का प्रमुख साधन होता है, सिनेमा में सभी वर्ग के लोग फिल्म देखने जाते हैं भारतीय सिनेमा हमारे मनोरंजन का सबसे अच्छा और सस्ता साधन होता है। सिनेमा में मनुष्य के जीवन की नाटक और समाज में हो रही बुराइयों तथा अच्छाइयों के बारे में दिखाया जाता है जिससे व्यक्ति अच्छाइयों को अपनाते हैं और बुराइयों से दूर जाते हैं।
सिनेमा को विज्ञान तकनीकी का सुंदर उपहार माना जाता है, सिनेमा में फिल्म के दृश्य और गाने बहुत मनोरंजक होते है जो हमें बहुत मनोरंजन कराती है। हमारे देश में प्रति वर्ष कई फिल्म बनाए जाते हैं और उन्हें सिनेमा में दिखाया जाता है जिसे देखने के लिए लाखों लोग जाते हैं जिससे आमदनी भी अच्छे से की जा सकती है।
सिनेमा जिस तरह से सभी लोगों के मनोरंजन का प्रमुख साधन होता है उसी प्रकार से समाज का दर्पण भी होता है, सिनेमा में विभिन्न प्रकार के कहानियों को दिखाया जाता है तथा सिनेमा भारत का सबसे पुराना उद्योग रहा है और वर्तमान समय में भी सिनेमा बहुत प्रचलन में है।
सिनेमा के माध्यम से हमारे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी करोड़ों लोगों की आजीविका चल रही है, सिनेमा में कई सीखने योग्य बातें भी दिखाई जाती है जिससे लोग जागरूक होते हैं, हम सभी के जीवन में सिनेमा का महत्वपूर्ण स्थान होता है सिनेमा के बिना सामाजिक जीवन अधूरा सा लगता है।
सिनेमा का इतिहास
सिनेमा का आविष्कार 19वीं शताब्दी में अमेरिका के थॉमस अल्वा एडिसन के द्वारा किया गया था, थॉमस अल्वा एडिसन ने सन 1890 में सिनेमा को हम सभी के समक्ष प्रस्तुत किया था। पहले सिनेमा लंदन में कुमार नामक वैज्ञानिक के द्वारा दिखाया गया था और भारत में 1913 में दादा साहेब फाल्के के द्वारा सिनेमा बनाया गया था।
दादा साहेब फाल्के के द्वारा बनाए गए सिनेमा की बहुत प्रशंसा की गई और इसके पश्चात बहुत सारे सिनेमा बनाए गए थे लेकिन हमारे भारत देश में सिनेमा का स्थान दूसरे नंबर पर आता है जो बहुत महत्वपूर्ण और गौरव की बात है।
सिनेमा मनोरंजन का साधन
आज के वर्तमान समय में सभी युवा फिल्म देखने के लिए सिनेमा जाते हैं, वर्तमान समय में सभी मनुष्य अपने कार्य में व्यस्त रहते हैं जिसके कारण मनुष्य के पास मनोरंजन करने की समय नहीं होती, आप सभी को बता दें कि मनुष्यों के लिए जितना आवश्यक भोजन और पानी होता है उतना ही आवश्यक स्वस्थ रहना भी होता है, और स्वस्थ रहने के लिए मनोरंजन करने की भी बहुत आवश्यकता होती है।
मनोरंजन के बिना हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं रह सकते हैं हमें स्वस्थ रहने के लिए मनोरंजन करने की आवश्यकता होती है तभी हम अपने तनाव को दूर कर सकते हैं। सिनेमा हम सभी मनुष्यों के बहुत से जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है, और मनुष्य को तनाव तथा उदासीनता से मुक्त कराता है।
सिनेमा में जाकर हम अपने दिन भर की थकान को दूर कर सकते हैं, सिनेमा में हमें बहुत आराम मिलता है जिससे हम ताजगी महसूस कर सकते हैं और तनाव को भी दूर कर सकते हैं, सिनेमा परिवार के साथ फिल्म देखने के लिए भी बहुत अच्छा स्थान होता है।
सिनेमा के लाभ
हमारे भारत देश में फिल्म जगत में उद्योग का दर्जा भी प्राप्त है, सिनेमा पैसा कमाने का बहुत अच्छा साधन है, सिनेमा में विज्ञापन को भी दिखाया जा सकता है जिसके बदले सिनेमा को पैसे मिलते हैं, सिनेमा से प्रत्येक मनुष्य का तनाव दूर हो सकता है और यह मनोरंजन का प्रमुख साधन होता है जो हम सभी के लिए बहुत लाभप्रद होता है।
सिनेमा में विज्ञापन के द्वारा दिखाए जाने वाले जानकारी से सभी लोग विज्ञापन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, व्यापारी वर्ग के लोग सिनेमा में दिखाए जाने वाले विज्ञापन के माध्यम से अपने व्यापार को बढ़ाने में सफल हो सकते हैं।
सिनेमा की हानि
आप सभी को पता होगा जहां हमें लाभ मिलता है वहां कुछ हानियां भी मिलती हैं, सिनेमा में हमें जहां विभिन्न प्रकार का लाभ मिलता है वही सिनेमा से कुछ हानि भी हो सकती हैं, जैसे जब हम सिनेमा देखते हैं तो आंखों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से परेशानियां हो सकती हैं, तथा हमारी आंखों की रोशनी में भी परेशानियां आ सकती हैं।
सिनेमा देखने जाने के लिए हमें पैसे का जरूरत होता है, जिससे धन और समय का बर्बादी भी हो सकता है तथा सिनेमा में अश्लील और सस्ते उत्तेजना पूर्ण चित्रों को दिखाया जाता है जिसके कारण लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
सिनेमा देखने के बाद कई लोग क्राइम करने लगते हैं तथा कई लोग अश्लील चित्र बनाते हैं और लोगों को धमकी देते हैं, इनके अलावा धोखाधड़ी, फैशन, शराब, अपहरण, बलात्कार आदि जैसी समस्याएं भी देखने को मिलती हैं, सिनेमा में नाटक और विभिन्न प्रकार का कहानी लोगों में जागरूकता लाने के लिए दिखाया जाता है परंतु कई लोग सिनेमा के कहानियों और नाटक से गलत सीख लेते हैं और गलत कार्य करने लगते हैं।
उपसंहार
सिनेमा में अच्छे चित्रों का निर्माण किया जाना चाहिए तथा अश्लील चित्रों को नहीं दिखाया जाना चाहिए इससे युवा वर्ग पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है, सिनेमा में हमारे भारतीय संस्कृति के बारे में दिखाया जाना चाहिए जिससे दर्शकों के मन में अच्छी भावनाएं उत्पन्न होती है।
सिनेमा हमारे मनोरंजन का प्रमुख और अच्छा साधन होता है परंतु इससे हमें विभिन्न प्रकार की हानियां भी होती है, इसलिए हमें अच्छी फिल्मों को देखने के लिए ही सिनेमा में जाना चाहिए, और सिनेमा से हमें बहुत से लाभ भी मिलते हैं हमें सिनेमा से बहुत कुछ सीखने को मिलता है जो हमारे जीवन में बहुत उपयोगी होता है।
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सिनेमा पर निबंध 2
प्रस्तावना
आधुनिक समय में हम सभी की आवश्यकताएं बहुत बढ़ गई है जिसके कारण हम सभी मनुष्य अपने जीवन में व्यस्त रहते हैं, व्यस्तता के युग में हमारे पास मनोरंजन के लिए समय नहीं होता है, और हमें स्वस्थ रहने के जिंदगी में मनोरंजन करना भी बहुत आवश्यक होता है जिसके लिए सिनेमा बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि सिनेमा के द्वारा दिखाए जाने वाले चित्रपट मनुष्य के कई आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं।
सिनेमा मानव जीवन के उदासीनता और तनाव को दूर करके ताजगी और नवजीवन प्रदान करता है, सभी मनुष्य दिनभर कार्य में व्यस्त रहते हैं और सिनेमा हॉल में बैठकर आनंद अनुभव करते हैं, तथा थकान दूर हो जाती है और सिनेमा हॉल में जाकर विभिन्न दृश्य को देख सकते हैं।
सिनेमा के सामाजिक लाभ
सिनेमा से हम मनोरंजन कर सकते हैं और मनोरंजन के साथ ही सिनेमा से समाज को अनेक लाभ भी मिलता हैं, सिनेमा शिक्षा का उत्तम साधन होता है और यह निम्न श्रेणी से लोगों का स्तर ऊंचा कर सकता है तथा लोग सिनेमा के माध्यम से उचित स्तर पर विषमता की भावना को दूर कर सकते हैं।
सिनेमा के द्वारा कल्पना को वास्तविकता का रूप दिया जाता है और समाज को उन्नत करने का प्रयास किया जाता है, तथा इतिहास, भूगोल विज्ञान और मनोविज्ञान आदि की शिक्षा भी दी जाती हैं जिससे सभी लोगों के ज्ञान में वृद्धि होती है।
ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में हम बड़े पर्दे पर देखकर आसानी और जल्दी से किसी भी घटना के बारे में समझ सकते हैं, जो ज्ञान हमें पुस्तकों से पढ़ने में जल्दी समझ नहीं आती वह भी सिनेमा के माध्यम से आसानी से समझ आ जाती है।
सिनेमा के पर्दे पर अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग जातियों तथा विभिन्न विचारों के जनता के रहन-सहन और रीति-रिवाजों के बारे में दिखाया जाता है जो हमारा ज्ञान बढ़ाता है और हमारे अंदर सहानुभूति की भावना को प्रेरित करता है, तथा हमारा दृष्टिकोण भी विकसित होता है।
सिनेमा हम सभी मनुष्यों को एक दूसरे के निकट लाता है और इसके अलावा हमारे शिक्षा के स्तर में भी वृद्धि करता है। हम सिनेमा के माध्यम से कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बातों की सीख ले सकते हैं तथा विज्ञान तकनीकी के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सिनेमा के दुष्परिणाम
वर्तमान समय में सिनेमा में इस प्रकार के चित्र तैयार किए जाते हैं कि युवक और युवतियों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है, वर्तमान समय में आप सभी लोगों ने सिनेमा हॉल में देखा होगा कि प्रेम और यौन संबंध के अश्लील चित्रों को दिखाया जाता है जिनका देश के युवाओं पर बहुत प्रभाव पड़ता है।
कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के और लड़कियां सिनेमा में अश्लील चित्रों को देखकर के कारण सड़कों पर अश्लील गाने गाते हुए नजर आते हैं यह सिनेमा का दुष्प्रभाव होता है, जिसके कारण युवाओं का सामाजिक और मानसिक पतन होता है, और युवा बलात्कार, अपहरण और प्रेम संबंध बनाकर कई गलत कार्य करने लगते हैं।
उपसंहार
सिनेमा से हमें धन और समय की हानि भी हो सकती है, तथा सिनेमा में दिखाए जाने वाले कई कहानियों के द्वारा हमारे मन में विषैली भावनाएं उत्पन्न हो जाती हैं जिससे हम क्राइम के राह में बढ़ने लगते हैं, हमारे द्वारा सिनेमा का विचार पूर्वक सही प्रयोग किया जाना चाहिए जिससे हम सभी मानव जाति इसके लाभ को प्राप्त कर सके और सिनेमा के दोषपूर्ण परिणाम से बच सकें।
आज के वर्तमान समय में सिनेमा का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है, वर्तमान में प्रत्येक दिन नई मल्टीप्लेक्स आ रहे हैं जिसमें विभिन्न प्रकार की फिल्में दिखाई जाती है। वर्तमान में इंटरनेट तकनीक बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और इंटरनेट तकनीक के सुलभ हो जाने से सभी लोग अपने स्मार्टफोन पर विभिन्न प्रकार के सिनेमा देख सकते हैं।
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निष्कर्ष –
उम्मीद है दोस्तों आप सभी को हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आएगा, और यह निबंध लेख सभी विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी साबित होगा।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
सिनेमा का जीवन पर प्रभाव बताइए?
आज का वर्तमान समय नवीनता के उत्थान का समय है जहां कल्पना से निर्मित चीजों को लोगों के बीच एक मनोरंजन के रूप में दिखाया जाता है जिससे हमारे जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है। सिनेमा समाज के लिए एक दर्पण स्वरूप होता है जो सभी मनुष्य के जीवन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डाल सकता है।
सिनेमा से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
बच्चे फिल्म देखने के लिए बहुत उत्सुक होते हैं और बच्चे फिल्म देखने के लिए इतने उत्साहित होते हैं जितना कि अपने पढ़ाई के लिए भी नहीं होते हैं, जिससे बच्चों के शिक्षा पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सिनेमा देखने के फायदे?
सिनेमा हमारी कल्पना शक्ति को बढ़ाने में मदद करता हैं तथा मनोरंजन का अच्छा साधन होता है, और इनके अलावा हमारे समक्ष मजेदार चीजों को प्रस्तुत करता है जिससे हमारे स्वयं के विचारों में भी बदलाव आता है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।