सर्कस पर निबंध | Essay on Circus in Hindi

नमस्कार दोस्तों! आज के लेख में हम आपके लिए सर्कस पर निबंध लेखन लेकर आए हैं, यह निबंध लेख सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत मनोरंजक और महत्वपूर्ण है।

यह निबंध आप सभी को स्कूल और कॉलेज में परीक्षाओं के प्रश्नों में दिया जा सकता है, यदि आप सभी हमारी इस लेख को पढ़ते हैं तो आप सभी परीक्षा में दिए जाने वाले निबंध को आसानी से लिख सकेंगे।

यह निबंध आप सभी के निबंध लिखने में सहायक होगा तथा इसके साथ ही आपको सर्कस के बारे में जानकारियां भी मिलेंगी, जो आपको काफी पसंद आएगी, तथा आप सभी इस निबंध के बारे में जानकारी सर्कस देखने जाने के लिए अवश्य सोचेंगे।

सर्कस पर निबंध 1

प्रस्तावना

सर्कस मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय साधन है, हमारे भारत देश के एक कलाकार ऐसे हैं जो अपनी कला को दिखाने के लिए सर्कस दिखाते हैं, भारत के सर्कस कलाकारों की पहचान हमारे देश तथा विदेशों में भी बहुत प्रसिद्ध है। सर्कस सभी वर्ग के लोगों के द्वारा देखा जा सकता है और सर्कस को सभी व्यक्ति देखना पसंद करते हैं।

सर्कस में विभिन्न प्रकार की कलाएं दिखाई जाती है, जिसे सभी बच्चे देखकर बहुत खुश होते हैं और बुढ़े तथा युवा भी सर्कस देखने के लिए उत्सुक रहते हैं तथा सर्कस देखकर सभी लोग बहुत मनोरंजन करते हैं।

सर्कस देखते समय लोग बहुत ज्यादा हंसी मजाक करते हैं तथा सर्कस के दौरान सर्कस दिखाने वाले कलाकारों के द्वारा दर्शकों का मनोरंजन किया जाता है और सर्कस कला दिखाने का एक प्रमुख माध्यम है जहां लोग अपनी कला को दिखाते हैं और अन्य लोग दर्शक सर्कस का आनंद लेते हैं।

यदि आप सभी राजस्थान गए होंगे तो आप सभी ने कठपुतली देखा होगा कठपुतली भी सर्कस के समान ही एक प्रकार का खेल होता है, इस खेल में धागों की मदद से कलाकार या दिखाई जाती है और दर्शकों का मनोरंजन किया जाता है। कठपुतली और सर्कस जैसे खेलों को हाथ का सफाई भी कहा जाता है।

सर्कस मनोरंजन का साधन होता है जिसके माध्यम से सभी व्यक्ति मनोरंजन करते हैं आप सभी को पता ही होगा आज के वर्तमान समय में सभी लोग अपने जीवन में व्यस्त रहते हैं और कभी-कभी ही अपने काम से निकलकर बाहर निकल पाते हैं ऐसे में सर्कस का आनंद लेना बहुत ही खुशनुमा होता है।

आजकल हमारे पास मनोरंजन के विभिन्न प्रकार के साधन उपलब्ध है जिससे हम सभी अपना समय व्यतीत कर सकते हैं परंतु प्राचीन समय और मध्यकालीन समय के लोग सर्कस को मनोरंजन का सबसे प्रमुख साधन मानते थे तथा प्राचीन समय में विभिन्न जगहों पर सर्कस का आयोजन किया जाता था।

वर्तमान समय में सर्कस का आयोजन

वर्तमान समय में आप सभी ने कई कई पर सर्कस देखा होगा तथा सर्कस का मनोरंजन भी किया होगा, सर्कस का आयोजन अक्सर मेले और किसी त्यौहार के अवसर पर किया जाता है। सर्कस के माध्यम से कलाकार अपनी कला को दिखाते हैं और लोगों का मनोरंजन करते हैं तथा उन्हें कुछ पैसे भी मिल जाते हैं जो उनके आजीविका चलाने में सहायक होता है।

आप सभी ने मेले में सर्कस देखा होगा सरपंच में विभिन्न प्रकार के कला दिखाए जाते हैं जो हमें जादू जैसे लगता है और हम सभी उसे जादू ही मानते हैं, हम सभी को अपने भारत देश के कलाकारों पर गर्व होना चाहिए जिन्हें विभिन्न प्रकार की कलाएं आते हैं जिनके माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन होता है।

आज के वर्तमान समय में भी कई जगहों पर सर्कस का आयोजन किया जाता है सर्कस के माध्यम से दर्शकों को बहुत हंसाया जाता है जिससे सर्कस में आए हुए लोग बहुत आनंद लेते हैं। सर्कस एक कला होती है जो व्यक्ति, जानवर और अन्य माध्यमों से दिखाया जाता है।

सर्कस से मनोरंजन

हम सभी को सर्कस बहुत पसंद आता है क्योंकि सर्कस में विभिन्न प्रकार की कलाएं दिखाई जाती है जो हमें बहुत पसंद आती है तथा हम सभी भी सर्कस के खेल को देखकर करना चाहते हैं, कई बार लोग प्रयास करते करते सफल भी हो जाते हैं। सर्कस हम सभी के मनोरंजन का प्रमुख साधन है वैसे तो वर्तमान समय में हमारे पास मनोरंजन के बहुत सारे साधन उपलब्ध है, परंतु हमें सर्कस में एक अलग ही मनोरंजन मिलता है।

सर्कस सभी वर्ग के लोगों को बहुत मनोरंजन कराता है, यदि आप सभी अपने दादाजी और दादी मां को सर्कस दिखाने ले जाते हैं तो दादा जी और दादी मां बहुत खुश हो जाते है क्योंकि उन्हें सर्कस बेहद पसंद आता है और सर्कस में दिखाया जाने वाला खेल आश्चर्यजनक भी होता है।

कई ग्रामीण क्षेत्रों में मनोरंजन के लिए सर्कस का आयोजन कराया जाता है और वहां विभिन्न प्रकार के कलाकार उपलब्ध रहते हैं जो दर्शकों को मनोरंजन कराते हैं। सर्कस देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ जाते हैं तथा कलाकार दूसरे गांव में भी अपना कला दिखाने जाते हैं , लोग सर्कस में मनोरंजन करके कलाकारों को पैसे भी देते हैं।

उपसंहार

वर्तमान समय में विज्ञान के तकनीकों के कारण अधिकतर जगहों में सर्कस लुप्त होते जा रहा है, हम सभी को इन कलाकारों के कला को देखना चाहिए और इन्हें आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए तथा सरकार को भी इनके लिए कार्य करना चाहिए।

प्राचीन समय में लोग मनोरंजन के लिए सरपंच का आयोजन कराते थे और सभी लोग सर्कस का बहुत आनंद लेते थे परंतु वर्तमान समय में सर्कस लुप्त होते जा रहा है और अब यह कहीं कहीं पर ही देखने को मिलता है क्योंकि वर्तमान में हम सभी के पास मनोरंजन के कई साधन उपलब्ध है ।

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सर्कस पर निबंध 2

प्रस्तावना

प्राचीन समय में सर्कस का आनंद सभी शहर और गांव के लोगों के द्वारा लिया जाता था, तथा सर्कस सभी लोगों के मनोरंजन का मुख्य साधन था, परंतु वर्तमान समय में विज्ञान की तकनीकी बहुत अधिक मात्रा में बढ़ चुकी है जिसके कारण सर्कस लूट होता हुआ नजर आ रहा है और विज्ञान के द्वारा वर्तमान में विभिन्न प्रकार के साधनों का उपलब्धि किया गया है जिसके माध्यम से लोगों का मनोरंजन होता है।

सर्कस को अधिकतर लोगों के द्वारा हाथ की सफाई का खेल भी कहा जाता है, सर्कस ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान में भी अधिकतर जगहों में काफी पसंद किया जाता है, हमारे भारत देश में सर्कस दिखाने वाले विभिन्न और हजारों कलाकार हैं जो अपनी कला को सर्कस में दिखाते हैं जिसे वर्तमान समय में जादू भी कहा जाता है।

हम मनुष्यों के आनंद के लिए कोई साधन उपलब्ध है परंतु सर्कस हम सभी को अलग प्रकार का मनोरंजन दिलाता है, क्योंकि सर्कस एक ऐसा मनोरंजन का कार्यक्रम होता है जिसमें मनुष्य, जानवर, पशु ,पक्षी आदि सभी अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं इन सभी के कलाकारों को देखकर लोग बहुत खुश और आनंदित होते हैं।

सर्कस का आयोजन बड़े ग्राउंड वाले स्थानों पर किया जाता है, जहां हजारों लोग बैठकर सर्कस का आनंद ले सकते हैं और बीच में सर्कस का अखाड़ा होता है उसके चारों ओर दर्शक मौजूद रहते हैं जो सर्कस में दिखाए जा रहे हैं कला का आनंद लेते हैं। सर्कस देखने के लिए लोगों को टिकट लेना पड़ता है टिकट लेकर ही लोग अंदर प्रवेश कर पाते हैं।

सर्कस में हाथी, बाघ, शेर आदि सभी के माध्यम से कला का प्रदर्शन किया जाता है और लोगों का मनोरंजन किया जाता है कभी-कभी सर्कस खतरनाक भी साबित होता है क्योंकि सर्कस में लोग खतरों से खेलकर अपना कला दिखाते हैं।

सर्कस का महत्व

सभी कलाकारों के लिए सर्कस का विशेष महत्व होता है क्योंकि कलाकार सर्कस के माध्यम से अपना कला दिखाते हैं और उनके बदले लोग कलाकारों को पैसा देते हैं जिससे कलाकारों का आमदनी भी हो जाता है, कई कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करके आजीविका चलाते हैं।

हम सभी को भी सर्कस के महत्व को समझना चाहिए क्योंकि सर्कस में कलाकारों के द्वारा कला का प्रदर्शन किया जाता है जो हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

सर्कस में खतरनाक कला भी दिखाई जाती हैं जिससे कलाकार कभी-कभी घायल भी हो जाते हैं कई लोगों के पास आजीविका चलाने का कोई साधन उपलब्ध नहीं होता है जिसके कारण अपनी कला को दिखाकर लोगों का मनोरंजन करते हैं और आमदनी प्राप्त करते हैं।

उपसंहार

आप सभी ने अपने जीवन में कभी ना कभी सर्कस का मनोरंजन किया होगा जो आप सभी को बेहद पसंद आया होगा, सर्कस में विभिन्न प्रकार की जादू दिखाई जाती है जो बच्चों को खासकर बहुत पसंद आती है क्योंकि बच्चों को बचपन में जादू करना बहुत पसंद होता है और बच्चे जादू करने के लिए उत्सुक भी होते हैं।

सर्कस में ऐसे प्रदर्शन किया जाता है कि लोग देखते रह जाते हैं, जानवरों के द्वारा भी विभिन्न प्रकार का खाता दिखाया जाता है जो दर्शकों का बहुत मनोरंजन करता है, परंतु वर्तमान में कलाकारों के सरकस को महत्व नहीं दिया जा रहा है और सर्कस लुप्त होती जा रही हैं जिसका प्रमुख कारण नई तकनीकों का मौजूदगी है।

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निष्कर्ष

उम्मीद है दोस्तों मेरे द्वारा लिखा गया यह निबंध लेख सर्कस पर निबंध आप सभी को पसंद आया होगा और आप सभी को भी सर्कस दिखाने वाले कलाकारों का सम्मान करना चाहिए।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

सर्कस के लाभ बताइए ?

सर्कस के माध्यम से लोगों में रचनात्मकता और कला का विकास होता है, तथा एकाग्रता बढ़ती है और स्पष्टता आती है तथा आत्मविश्वास और आत्म सम्मान भी बढ़ता है।

सर्कस के लिए किन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है ?

सर्कस में कला का प्रदर्शन करने के लिए जंगली जानवर जैसे शेर, हाथी, भालू, चीता आदि को प्रशिक्षण दिया जाता है और यह सभी जानवर सर्कस में तरह तरह के खेल दिखाते हैं।

भारत देश का पहला सर्कस कौन सा था ?

हमारे भारत देश का पहला और आधुनिक सर्कस द ग्रेट इंडियन सर्कस था, सर्कस में एरोबिक्स, मार्शल आर्ट आदि का प्रदर्शन भी किया जाता है।

सर्कस का खेल कहां होता है ?

सर्कस का खेल वैसे तो कहीं भी आयोजित किया जा सकता है परंतु सर्कस खेल का मैदान बड़ा होना चाहिए और सर्कस के मैदान को बड़े तंबू गाड़ कर तैयार किया जाता है जिसमें कई दर्शक एक साथ बैठकर सर्कस का मनोरंजन ले सकते हैं।

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