हेलो दोस्तों ! आप सभी का स्वागत है आपके अपने वेबसाइट में, आज हम आपको आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों का योगदान पर निबंध के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे, यह निबंध सभी परीक्षाओं की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इस निबंध लेख के माध्यम से सभी स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी एक अच्छा निबंध लेखन तैयार कर सकते हैं और प्रतियोगिता में भी भाग ले सकते हैं, विद्यार्थियों का योगदान सभी क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि विद्यार्थी देश के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं।
चलिए हम हमारे आज के आर्टिकल को शुरू करते हैं और आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों का योगदान पर निबंध लेखन को विस्तार पूर्वक जानने की कोशिश करते हैं।

आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों का योगदान पर निबंध 1
प्रस्तावना :-
हमारे भारत देश को आजाद हुए बहुत अधिक समय हो गया, भारत ने कई उपलब्धियों को प्राप्त किया है तथा कई छोटे बड़े क्षेत्रों में भारत ने अपने प्रतिभा अर्थात कला का परिचय दिया है, परंतु आज भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जो दूसरे शक्तियों पर निर्भर है।
आत्मनिर्भरता का अर्थ:-
आत्मनिर्भरता दो शब्दों से मिलकर बना है, आत्म और निर्भर जिसमें आत्म अर्थात स्वयं, तथा निर्भर अर्थात आश्रित जिसका अर्थ स्वयं पर निर्भर रहना अर्थात आवश्यकता के लिए दूसरों पर निर्भर ना रहना ही आत्मनिर्भरता है। आत्मनिर्भर होना ही सभी व्यक्ति और समाज तथा राष्ट्र के लिए प्रगति का मार्ग होता है।
आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों की भूमिका :-
किसी भी देश का भविष्य उस देश के बच्चों और युवाओं पर निर्भर करता है अर्थात हमारा भारत देश युवाओं पर ही आत्मनिर्भर है, और विद्यार्थी ही हमारे देश को आर्थिक, सामाजिक, बौद्धिक और धार्मिक तथा आध्यात्मिक रूप से आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
हमारे देश के विकास के लिए सभी विद्यार्थियों का शिक्षित होना बहुत ही आवश्यक है, इसके लिए हमें देश के प्रत्येक बच्चों को शिक्षित करना बहुत ही आवश्यक है, जब हमारे देश के बच्चे और युवा शिक्षित होंगे तभी आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे।
विद्यार्थियों को अपने शिक्षा का उपयोग अपने अन्य कार्यों के लिए तथा देश और समाज के विकास के लिए करना चाहिए, विद्यार्थी देश के राष्ट्रीय विकास में मजबूती लाते हैं लेकिन इन्हें सही मार्गदर्शन ना मिले तो राष्ट्रीय विकास नहीं हो सकता।
केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा कई योजनाओं को चलाया गया है जिससे देश का कोई भी युवा बेरोजगार ना रहे, इन योजनाओं के तहत युवाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और युवाओं को आगे बढ़ने के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है।
जिससे विद्यार्थी अपने ही देश में रहकर उद्योग धंधे स्थापित करें, जिससे हमारे भारत देश में रोजगार की उपलब्धि प्राप्त हो और ज्यादा से ज्यादा चीजों का निर्माण देश में ही हो, लोगों को दूसरे देशों पर निर्भर ना रहना पड़े, ताकि हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके और हम आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कर सकें।
आत्मनिर्भर भारत की उपलब्धियां:-
भारत देश ने स्वतंत्रता के बाद से कई उपलब्धियां को अर्जित किया है, सभी क्षेत्र में भारत ने सारी उपलब्धियों को हासिल किया है और भारत की यह सारी उपलब्धियां विश्व के लिए उपयोगी है, हमारे भारत देश ने परमाणु बम से लेकर तकनीकी और सूचना प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष में कई उपलब्धियों को स्थापित किया है।
कोरोना जैसे खतरनाक महामारी के दौरान जीवन रक्षक दवाइयों जैसे कोविड वैक्सीन, मास्क आदि के उत्पादन और आपूर्ति में भारत देश ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, तथा भारत ने अंतरिक्ष अभियानों में दो चंद्रयान भेजकर बड़ी सफलता अर्जित की है।
उपसंहार:-
देश को आत्मनिर्भर बनाने में विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि विद्यार्थी ही आगे चलकर देश को आगे बढ़ाते हैं, विद्यार्थी देश के प्रत्येक क्षेत्र में पहुंचकर देश के विकास के लिए कार्य करते हैं।
विद्यार्थी आत्म निर्भर होंगे तो हमारा देश भी आत्मनिर्भर होगा, विद्यार्थियों को अपनी पूरी जिम्मेदारी से अच्छे से पढ़ाई करके अपने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहिए। विद्यार्थी अपने विद्यार्थी जीवन में ही आत्मनिर्भर रहना सीख ले तो, आगे चलकर वे अपने सभी कार्य को अच्छी तरह से और आत्मनिर्भर रहकर अपने जीवन को सफलता की ओर ले जा सकते हैं।
विद्यार्थी जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, विद्यार्थी जीवन में हम जो कुछ भी सीखते हैं उससे ही हमारा भविष्य निर्धारित होता है, इसलिए हमें विद्यार्थी जीवन में अच्छी चीजों को ही सीखना चाहिए ताकि हम आत्मनिर्भर होकर देश के विकास में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
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आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों का योगदान पर निबंध 2
प्रस्तावना :-
किसी भी देश के विकास के लिए विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है, क्योंकि यह विद्यार्थी ही देश के भविष्य को बनाते हैं, किसी भी देश के आर्थिक और सामाजिक तथा सांस्कृतिक उन्नति के लिए युवा ही सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।
विद्यार्थी हमारे देश के विकासशील देश की रीढ़ की हड्डी का काम करते हैं, विद्यार्थी हमेशा अपने समाज और देश को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए अपना अहम भूमिका निभाते हैं।
विद्यार्थी जीवन:-
सभी विद्यार्थी एक नई ऊर्जा और महत्वकांक्षा से परिपूर्ण होते हैं, विद्यार्थी जितने उत्साहवर्धक और कौशल युक्त होते हैं उतने ही एक देश के विकास के लिए उसकी उन्नति और प्रगति के लिए प्रबल होते हैं, हमारे भारत देश के सफलता के लिए युवाओं का विशेष योगदान रहा है, हमारे देश में युवाओं को एक अच्छे मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है जिससे देश के युवा हमेशा सकारात्मक रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित हो सकें।
आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थी का योगदान :-
सभी देश के विकास और प्रगति के लिए उस देश के नागरिक का जागरूक और शिक्षित होना बहुत ही आवश्यक है, सभी शिक्षित व्यक्ति देश की तरक्की में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, देश को विकासशील और शक्तिशाली बनाने के साथ-साथ उसका सर्वांगीण विकास भी जरूरी होता है,
जिसके लिए प्रत्येक नागरिक को शिक्षित होना आवश्यक है, विद्यार्थियों में बहुत ही तीव्र इच्छा शक्ति और ऊर्जा होती है जिससे वे देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, कन्या भ्रूण हत्या, आतंकवाद, अनुशासनहीनता जैसे समस्याओं को दूर करने में अपनी भूमिका निभाते हैं।
विद्यार्थियों का मार्गदर्शन :-
विद्यार्थियों को विकास और तरक्की की राह में चलने के लिए एक अच्छे और सफल मार्गदर्शन की जरूरत होती है, युवाओं को सही मार्गदर्शन ना मिलने के कारण वे अपने सही रास्ते से भटक जाते हैं और अपनी ऊर्जा और क्षमताओं का सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं।
विद्यार्थी अपने जीवन में रास्ता भटक जाने पर कई लोग उनका फायदा उठाने लगते हैं और विद्यार्थियों को देश के विरोधी कार्यो में डाल देते हैं, इस कारण हमारे देश के विद्यार्थियों और युवाओं को सही मार्गदर्शन मिलना बहुत ही आवश्यक है।
विद्यार्थी का आत्मनिर्भर भारत अभियान में सहयोग:-
आत्मनिर्भर भारत अभियान में सहयोग करने के लिए बड़े पद की आवश्यकता नहीं होती है, ना तो किसी बड़े व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो किसी बड़े पद पर हो, आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए हर नागरिक को अपना योगदान देना चाहिए।
हमें अधिक से अधिक देश में बनी वस्तुओं का उपयोग करना चाहिए, इससे हमारे देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और हमारे देश में नए उद्योग धंधे स्थापित होंगे जिससे देश के सभी लोगों को रोजगार प्राप्त होगा और गरीबी जैसे भयंकर समस्या भी दूर होंगे।
उपसंहार:-
हम सभी विद्यार्थियों को भारत का नागरिक होने के नाते आत्मनिर्भर भारत अभियान में अपना योगदान देना चाहिए, और देश को सफल बनाने के लिए सभी तरह के सहयोग करने चाहिए जिससे हमारा देश आत्मनिर्भर बन सके और हमारे देश में किसी भी संसाधन की कमी ना हो।
देश के प्रत्येक नागरिकों को विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन देना चाहिए और देश के लिए कार्य करने को प्रेरित करना चाहिए तथा उन्हें देश को आत्मनिर्भर बनाने के प्रति जागरूक करना चाहिए ।
निष्कर्ष –
हम सभी को अपने देश को आत्मनिर्भर और राष्ट्र को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहिए, आशा करते हैं हमारा आज का आर्टिकल, आत्मनिर्भर भारत में विद्यार्थियों का योगदान पर निबंध से ज्ञानवर्धक बातें सीखने को मिली होंगी और आप सभी को भी हमारे भारत देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए।
महत्वपूर्ण लेख

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।