नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे आज के लेख दिवाली पर निबंध में, आज हमने इस लेख में बहुत सरल शब्दों में दिवाली पर हिंदी में निबंध लिखा है। यह निबंध सभी विद्यार्थियों के लिए सहायक होगा, साथ ही जो विद्यार्थी पीएसी और यूपीएससी के मैन्स की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए भी यह निबंध सहायक साबित हो सकता है। दिवाली पर सरल शब्दों में निबंध प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए लेख को अवश्य पढ़ें।
दिवाली पर निबंध
प्रस्तावना
दिवाली का त्यौहार हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और बड़े त्यौहार में से एक है, दिवाली का त्यौहार हिंदू धर्म में उल्लास एवं धूमधाम से भारतवर्ष के प्रत्येक क्षेत्र में मनाया जाता है। सभी भारतवासी दिवाली के त्यौहार को धार्मिक रूप में एवं हर्षोल्लास के साथ मानते हैं और सभी लोग अपने घर पर उजियारा फैलाते हैं साथ ही भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा भी करते हैं। प्रत्येक वर्ष दिवाली का त्यौहार कार्तिक मास के पूर्णिमा को मनाया जाता है।
दीपावली का त्यौहार अक्टूबर और नवंबर महीने में मनाया जाता है साथ ही दीपावली को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है ।इस दिन पूरे भारत देश में विभिन्न प्रकार के झालर के बल्बों और मोमबत्तियां तथा दीपक से हर घर और द्वारा को सजाया जाता है। दिवाली के शुभ अवसर पर भगवान श्री गणेश और माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है। दिवाली के शुभ अवसर पर माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है ताकि धन संपत्ति और स्वस्थ जीवन की प्राप्ति हो सके तथा घर में माता लक्ष्मी का वास हो।
माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए हर घर के द्वार पर रंगोली बनाई जाती है और इस दिन लक्ष्मी जी तथा गणेश जी का विधि विधान से पूजा किया जाता है। दिवाली का तैयारी लगभग 1 महीने पहले ही शुरू कर दिया जाता है, दिवाली के शुभ अवसर के आगमन से पहले ही सभी के घरों की साफ सफाई शुरू हो जाती है तथा ऐसी मान्यता है कि जिस घर में साफ सफाई होती है, उसी घर में दिवाली के अवसर पर मां लक्ष्मी अपनी कदम रखती है और अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखती हैं।
दिवाली के त्यौहार को खुशियों का त्यौहार कहा जाता है अर्थात दिवाली के त्यौहार पर सभी लोग आपस में घुल मिलकर हर्षोल्लाह से दीपों का त्यौहार मनाते हैं। दिवाली के त्यौहार के अवसर पर सभी लोग अपने घर को विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे बल्बों के झालरों से सजाते हैं तथा व्यापारी और दुकानदार अपनी दुकानों को सजाते हैं, साफ सफाई करते हैं और दिवाली के दिन बाजारों में भी भीड़ देखने को मिलती है क्योंकि दिवाली के अवसर पर सभी लोग खरीदारी के लिए बाजारों में जाते हैं।
दिवाली के त्यौहार के अवसर पर सभी लोग आपस में एक दूसरे को बधाइयां देते हैं, नए कपड़े पहनते हैं और दिवाली के एक दिन पहले धनतेरस के अवसर पर विभिन्न प्रकार के वस्तुओं और सोने चांदी की खरीददारी भी की जाती है। दिवाली के दिन विभिन्न प्रकार के पटाखे फोड़े जाते हैं तथा कई जगहों पर दिवाली के त्यौहार को नए साल की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार हिंदू धर्म का सबसे प्रमुख त्यौहार है लोग अपने घर में इस अवसर पर कुछ खास बर्तन लेकर आते हैं तथा आभूषणों की भी खरीदारी की जाती हैं।
हिंदू धर्म के मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन खरीददारी करने से घर में सुख समृद्धि और धन की वृद्धि होती है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है तथा सभी घरों के आंगन में रंगोली बनाई जाती है और विभिन्न प्रकार के मिठाइयों तथा पकवानों को बनाया जाता है। दिवाली के पश्चात गोवर्धन पूजा की जाती है जिस दिन महिलाएं घर के बाहर गोबर की पूजा करती हैं।
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दिवाली के त्यौहार का महत्व
दिवाली का त्यौहार बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है जो सभी धर्म के लोगों के द्वारा उल्लास से मनाया जाता है और यह मुख्य रूप से हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। दीपावली का त्यौहार अधर्म पर विजय का प्रतीक माना जाता है तथा यह त्यौहार सभी के आस्था से जुड़ा हुआ है और इस त्यौहार से मानव जीवन में सुख समृद्धि आती है। दिवाली के त्यौहार का सभी धर्म के लोगों में सामाजिक महत्व देखा जा सकता है जिसमें सभी लोग आपस में मिलजुल कर दिवाली के त्यौहार को मनाते हैं।
दिवाली के दिन सभी लोग अपने घर के मंदिर में पूजा पाठ करते हैं और एक दूसरे से मिलने पर उन्हें बधाई देते हैं जिससे सामाजिक जीवन में सद्भावना को बढ़ावा मिलता है तथा वर्तमान समय में इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग आपस में एक दूसरे से मिलते हैं । वर्तमान समय में सभी लोग अपने कार्य में बिजी रहते हैं ऐसे में त्यौहार ही एक ऐसा समय होता है जब लोग आपस में एक दूसरे से मिल पाते है। इस त्यौहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है ।
दिवाली का त्यौहार सभी वर्ग में मनाया जाता है और दिवाली का त्यौहार मनाने का कई कारण हो सकता है जिनमें से प्रमुख बुराई पर अच्छाई की विजयी , अर्थात दीपावली का त्यौहार पूजा पाठ और बुराई पर अच्छाई की जीत से जुड़ा हुआ है इसलिए लोग इस पावन पर्व पर अध्यात्म की ओर अग्रसर होते हैं और अच्छे विचारों का उत्थान होता है। दिवाली के त्यौहार के अवसर पर बाजारों में खरीदारी की जाती है क्योंकि इस अवसर पर नए सामानों को खरीदना शुभ माना जाता है।
दीपावली की विशेषता
दीपावली के त्यौहार को दीपों का त्यौहार तथा प्रकाश का त्यौहार भी कहा जाता है, यह हिंदू धर्म का प्रमुख त्यौहार है और दीपावली का त्यौहार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। दीपावली त्यौहार बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है और मान्यताओं तथा शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम ने लंका पति रावण पर विजय प्राप्त करके 14 वर्ष के वनवास को पूर्ण करके अयोध्या में कदम रखा था उन्हीं के स्वागत स्वरूप दीप जलाकर भगवान राम को याद किया जाता है।
दीपावली के दिन सभी हिंदू धर्म के लोग मिट्टी के दीए जलाते हैं और एक दूसरे को बधाइयां देते हैं तथा पटाखे जलाकर खुशियां मनाते हैं। दीपावली त्यौहार के अवसर पर सार्वजनिक संस्थानों पर भी अवकाश घोषित की जाती है। दिवाली के त्यौहार को भारतवर्ष में सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है और इस त्यौहार को भारत में रोशनी का त्यौहार कहा जाता है। इस दिन को हिंदुओं के खास त्यौहार के रूप में जाना जाता है। दिवाली का त्यौहार हर्षोल्लास और उत्सुकता के साथ मनाया जाता है, इस त्यौहार के अवसर पर लोग अपने घर दफ्तर की साफ सफाई करते हैं तथा छोटे बड़े सभी आयु वर्ग के लोग इस त्यौहार को मनाते हैं।
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निष्कर्ष
दीपावली का त्यौहार दीपों का त्यौहार है इस दिन सभी के घर आंगन में दीपक जगमगाते हैं। दिवाली का त्यौहार अलग-अलग राज्य और अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है और यह त्यौहार सामूहिक तथा व्यक्तिगत दोनों रूपों में मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है। यह त्यौहार नई उमंग और उत्साह तथा उल्लास का संचार करता है। आपसी प्रेमभाव तथा भाईचारा बढ़ाता है और इस त्यौहार का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है।
दीपावली के त्यौहार के अवसर पर खूब शोर शराबी की जाती है अर्थात पटाखे आदि जलाए जाते हैं इस अवसर पर हमें सावधानी बरतनी चाहिए, अन्यथा पटाखों से हमें नुकसान भी पहुंच सकते हैं। दिवाली का त्यौहार बच्चों से लेकर बुढे़ आयु वर्ग हो सभी लोगों का पसंदीदा त्यौहार है । इस त्यौहार को सभी लोग आपस में मिलजुल कर मनाते हैं और एक दूसरे को बधाइयां देते हैं। यह त्यौहार भगवान राम के याद में मनाया जाता है और इस त्यौहार पर मोमबत्तियां तथा दीपक जलाई जाती है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।