कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध | Essay on Female Feticide in Hindi

नमस्कार दोस्तों! आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में, हम हमारे आज के लेख में आपके लिए कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध लेकर आए हैं जो परीक्षाओं की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण विषय है।

सभी स्कूल और कॉलेज में कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध लिखने को दिया जाता है तथा कन्या भ्रूण हत्या वर्तमान समय में बहुत बड़ी समस्या है कई लोगों के द्वारा कन्या भ्रूण हत्या किया जा रहा है,

वर्तमान समय में इन सभी विषयों पर ही निबंध लेखन का प्रश्न दिया जाता है यदि आप सभी हमारे इस लेख को पढ़ते हैं तो आप आसानी से इस विषय पर निबंध लिख सकते हैं जो आपके परीक्षाओं की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।

तो चलिए हम हमारे लेख को शुरू करते हैं और कन्या भ्रूण हत्या से जुड़ी सभी जानकारियों को प्राप्त करते हैं,-

कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध 1

प्रस्तावना

वर्तमान में कन्या भ्रूण हत्या बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है क्योंकि आज भी लोग बेटा और बेटी में भेदभाव करते हैं जिसके कारण कन्याओं की भ्रूण हत्या हो रही हैं, बेटी और बेटे के बीच भेदभाव वर्तमान समय में काफी घातक बनता जा रहा है, आज के आधुनिक समय में भी लोग कन्याओं को बोझ समझा करते हैं।

हमारे देश और समाज में यह सामाजिक प्रथा बन गई है जो आने वाले भविष्य के लिए बहुत बड़ी खतरा बन सकती हैं। लड़की का जन्म से पहले ही उसकी मां के कोख में हत्या कर देना कन्या भ्रूण हत्या कहलाता है।

हमारे देश में कन्या भ्रूण हत्या एक अपराध है जिसके लिए सरकार के द्वारा कानून और नियम भी बनाए गए हैं, परंतु इसके बाद भी कई हिस्सों में आज भी कन्या भ्रूण हत्या हो रही है आज भी लोग लड़कियों को बोझ समझते हैं और लड़के की चाह में लड़कियों की भ्रूण हत्या करवा देते हैं।

हमारा देश विज्ञान की तकनीकी में लगातार प्रगति कर रहा है और प्रगति के दौरान कुछ ऐसे तकनीकों का भी निर्माण किया गया है जिसके जरिए बेटा और बेटी के पैदा होने से पहले ही उसके बारे में पता लगाया जा सकता है, इस तकनीकी का नाम अल्ट्रासाउंड दिया गया है जिसके जरिए लड़का है या लड़की पता लगाना बहुत आसान हो गया है।

हम सभी को कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना बहुत आवश्यक है तभी हम बेटियों की भ्रूण हत्या को रोक सकते हैं तुम्हारे देश में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कई नियमों को बनाया गया है जिसका हम सभी को पालन करना चाहिए।

कन्या भ्रूण हत्या का अर्थ

कन्या भ्रूण हत्या बहुत घिनौना अपराध है, कन्या भ्रूण हत्या के कारण मां और बच्चे दोनों की जान खतरे में होती है, मां के पेट में लड़की होने पर समाज के कई लोगों के द्वारा बेटियों की मां के कोख में ही हत्या करवा दी जाती है जिसे कन्या भ्रूण हत्या के नाम से जाना जाता है।

मां के गर्भवती होने पर लोगों के द्वारा गर्भ में ही लिंग परीक्षण कराया जाता है और बच्चे को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है जो कि बहुत घातक होता है, यह हमारे भारत देश में गैरकानूनी है। कई बार महिलाओं को उनके ससुराल और ससुराल के सदस्यों के द्वारा विवश करा कर गर्भपात करा दिया जाता है।

कन्या भ्रूण हत्या के सामाजिक अपराध है जिसे रोकना हम सभी का कर्तव्य है इस घिनौने अपराध को रोककर हम समाज को एक अच्छा सामान बना सकते हैं और हम सभी को बेटियों तथा नारियों का सम्मान करना चाहिए उन्हें कभी भी बोझ और लड़कों से कम नहीं समझना चाहिए।

कन्या भ्रूण हत्या का कारण

हमारे देश में कई लोग होते हैं जो बेटे और बेटियों के बीच भेदभाव करते हैं तथा बेटियों को बेटों के समान अधिकार भी नहीं देते हैं, कन्या भ्रूण के कई कारण है जिसके द्वारा बेटियों को पेट में ही मार दिया जाता है-

हमारे देश में अधिकतर महिलाओं में शिक्षा की कमी है जो कन्या भ्रूण हत्या का सबसे प्रमुख कारण है, महिलाओं में शिक्षा की बहुत कमी है जिसके कारण लड़कियां और महिलाएं सही गलत का फैसला नहीं ले पाती हैं।

लोगों की मानसिकता के कारण भी कन्याओं का भ्रूण हत्या करवा दिया जाता है, लोग अपनी गंदी मानसिकता के कारण लड़कों को कमाई का स्रोत समझते हैं और लड़कियों को केवल उपभोग इन्हीं गंदी मानसिकता ओं के कारण लड़कियों को पैदा होने से पहले ही मार दिया जाता है।

बढ़ती तकनीक भी भ्रूण हत्याओं को बढ़ावा देती है, क्योंकि नई तकनीकों के कारण ही मां की कोख में पता किया जा सकता है कि बेटी है बेटा, सरकार को इन तकनीकों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ताकि हमारे देश और समाज में बेटियों के कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सकें।

कन्या भ्रूण हत्या के प्रभाव

हमारे देश में कन्या भ्रूण हत्या के विभिन्न कारण है जिसके वजह से हमारे देश और समाज में कई प्रभाव पड़ता है, तथा हमारे भविष्य के लिए भी कन्या भ्रूण हत्या बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।

कन्या भ्रूण हत्या के कारण हमारे देश में कई अपराध जन्म लेती है, और लड़कियों की जन्म स्तर में काफी कमी आती है जिसके कारण लड़कों के लिए वधू नहीं मिल पाती है, लड़कियों के कारण ही वंश को आगे बढ़ाया जाता है परंतु कन्या भ्रूण हत्या के प्रभाव से वंश आगे नहीं बढ़ सकती है।

लड़कियों की कमी होने के कारण बचपन में ही लड़कियों का शादी कर दिया जाता है जो कि एक बहुत बुरी सामाजिक प्रथा है और आप सभी ने अक्सर सुना और समाचार पत्र तथा टीवी में देखा होगा कि किस प्रकार से राजस्थान जैसे जगहों पर लड़कियों की कमी होने के कारण, लड़कियों का सौदा किया जाता है तथा बहु विवाह किया जाता है।

उपसंहार

कन्या भ्रूण हत्या समाज और देश के विकास में बहुत बाधक डालती है, समाज के सभी लोगों की सोच को बदलने की आवश्यकता है लोगों को लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव नहीं रखना चाहिए क्योंकि जो कार्य लड़के कर सकते हैं वह कार्य आज लड़कियां भी कर रही है।

कन्या भ्रूण हत्या एक अपराध है हमें इस प्रकार की समस्याओं से बचना चाहिए और कन्या भ्रूण जैसे अपराध नहीं करने चाहिए, कन्या भ्रूण हत्या इस समस्या अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिलती है इस बुरी प्रथा को रोकने के लिए हमें बहुत प्रयास करना होगा तथा एकजुट होकर लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाना होगा।

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कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध 2

प्रस्तावना

हमारे भारत देश में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों को कम सम्मान दिया जाता है तथा महिलाओं को पुरुषों से सभी क्षेत्र में कम समझा जाता है, और महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार भी नहीं दिया जाता है।

भारत देश में पुत्र को एक परिवार के वंश के रूप में देखा जाता है तथा महिलाओं को केवल उपभोग मात्र समझा जाता है और लड़कियों को सम्मान भी नहीं दिया जाता है, समाज के प्रत्येक लोग केवल बेटों को पैदा करना चाहते हैं जिसके कारण बेटियों की भ्रूण हत्या कर दी जाती है।

कन्या भ्रूण हत्या दहेज की समस्या के कारण भी कराई जाती है क्योंकि वर्तमान समय में लड़के के परिवार के द्वारा लड़की के परिवार पर दहेज के लिए दबाव बनाया जाता है, जिसके कारण लोग लड़की को जन्म देना नहीं चाहते हैं।

लड़कियों की शादी के बाद लड़कियों पर लड़के को जन्म देने का दबाव बनाया जाता है जिसके कारण लिंग पहचान कराया जाता है और लड़की होने पर महिला को गर्भपात कराने पर मजबूर किया जाता है यदि महिला गर्भपात कराने के लिए तैयार नहीं होती है तो महिला को बहुत मारा पीटा जाता है।

कन्या भ्रूण हत्या रोकने का उपाय

कन्या भ्रूण हत्या एक बुरी अपराध है जिसके माध्यम से लड़कियों को मार दिया जाता है और इससे महिलाओं को भविष्य में बहुत खतरा होता है, कन्या भ्रूण हत्या हम सभी के लिए एक बहुत बड़ी सामाजिक बुराई है जिसको रोकना बहुत जरूरी है इसलिए हमें इसे रोकने का प्रयास करना चाहिए।

सरकार के द्वारा कन्या भ्रूण हत्या जैसे घिनौने अपराध को कराने पर कड़े कानून बनाना चाहिए और कन्या भ्रूण हत्या कराने वाले अपराधी को कड़ी सजा दी जानी चाहिए तथा अस्पताल में ऐसे गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसके कारण भ्रूण में बेटा है या बेटी का पता लगाया जा सके।

जो माता पिता के द्वारा इस अपराध को किया जाता है उन पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए, तथा अशिक्षित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहिए और महिलाओं को अधिक से अधिक शिक्षित बनाना चाहिए इस प्रकार से हम कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को देश से हमेशा के लिए खत्म कर सकते हैं।

उपसंहार

कन्या भ्रूण हत्या के कारण देश में विभिन्न प्रकार की समस्याएं आने लगते हैं, कन्या भ्रूण हत्या के कारण मां के जीवन को भी खतरा होता है और कई बार कन्या भ्रूण हत्या के दौरान माता की मृत्यु भी हो जाती है। महिलाओं के बिना पुरुषों का भी कोई अतीत नहीं होता है क्योंकि महिलाओं के द्वारा ही वंश आगे बढ़ता है।

हमारे भारत देश में कई लोगों के द्वारा बेटियों को बेटों से कम समझा जाता है और बेटियों को बोझ माना जाता है जिसके कारण चिकित्सा तकनीकों का दुरुपयोग किया जाता है और चिकित्सा तकनीकों के माध्यम से बेटियों के जन्म से पहले ही उनका हत्या कर दिया जाता है।

कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए समाज के सभी लोगों और सरकार के द्वारा प्रयास किया जाना चाहिए तथा सरकार के द्वारा इनके खिलाफ कड़े कानून बनाए जाने चाहिए और इस अपराध में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

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निष्कर्ष –

हमारा आज का यह लेख कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध सभी विद्यार्थियों के परीक्षा के लिए बहुत उपयोगी विषय है, उम्मीद करते हैं हमारा यह लेख आप सभी को पसंद आएगा तथा आपके लिए ज्ञानवर्धक साबित होगा।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

कन्या भ्रूण हत्या के कारण बताइए ?

कन्या भ्रूण हत्या के कारण कई धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक और भावात्मक कारण है, हालांकि वर्तमान में सरकार के द्वारा कानून बनाए जाने के कारण कन्या भ्रूण हत्या कम हो रही है परंतु आज भी कई इलाकों में यह आगे बढ़ रही है। कन्या भ्रूण हत्या के कारण अशिक्षा और बेटी और बेटा के बीच भेदभाव किया जाना भी है।

कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम कब लागू हुआ है ?

कन्या भ्रूण हत्या अधिनियम अंग्रेजों के शासनकाल में सन 1870 ईस्वी में पारित किया गया था, तथा इसके पश्चात भारत सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार के अधिनियम लागू किए गए जिनका उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना था।

भ्रूण हत्या किसे कहते हैं?

जन्म से पहले ही चिकित्सा तकनीकों के माध्यम से परीक्षण के द्वारा बेटा है या बेटी जानकर बेटी होने पर मां के गर्भ में बेटी का हत्या करा देना भ्रूण हत्या कहलाता है।

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