नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है, आज के लेख में हम खुशी पर निबंध के बारे में चर्चा करेंगे, खुशी सभी के लिए आवश्यक होता है।
जीवन में सभी कोई खुश रहना पसंद करते हैं, इस निबंध में हम खुशी से जुड़ी सारी बातों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे तथा इसके महत्व के बारे में भी जानेंगे।
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य खुशी के साथ जीवन जीना होता है परंतु लोगों को पता ही नहीं होता कि खुश कैसे रहें, सभी कोई उलझन में रहते हैं और अतीत तथा भविष्य की चिंताएं कई लोगों के खुशियों को छीन लेती है।
खुशी पर निबंध 1
प्रस्तावना
हम सभी को हमेशा अपने जीवन में खुश रहने का प्रयास करना चाहिए, छोटे-छोटे खुशी के पलों का आनंद उठा कर अपने जीवन को खुशहाली और आनंद से भर देना चाहिए। जीवन के हर मोड़ में आनंद से जीवन जीना चाहिए। खुशी एक तरह का मनोभाव होता है जो सुख और आनंद देने वाला होता है।
खुशी का मनोभाव प्रत्येक प्राणियों में विद्यमान होता है तथा जीव जंतु और पेड़ पौधों में भी खुशी और दुख का मनोभाव होता है अर्थात खुशी केवल मनुष्य में ही नहीं बल्कि समस्त सजीव प्राणियों में होता है। खुशी को जाहिर करने के विभिन्न तरीके हो सकते हैं परंतु लोगों में दुख और पीड़ा का भाव एक समान ही होता है।
कुछ लोग अपनी खुशी जाहिर खुलकर करते हैं तथा कुछ लोग केवल हंसी और मुस्कान के द्वारा ही अपने प्रसंता को दूसरों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। खुशी एक प्रकार का मन का भाव होता है इसलिए खुशी को उसी रूप में जाहिर करना कठिन होता है।
खुशी को केवल महसूस किया जा सकता है, हम सभी के स्वस्थ जीवन के लिए प्रसंता का होना बहुत जरूरी है, खुशी का मनोभाव होने से जीवन हमेशा आनंद से गुजरता है। खुशी प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में चाहता है और खुशियों के लिए ही दिन-रात लोग प्रयत्न करते हैं।
कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं जो अपने धन दौलत को प्राप्त करके खुश होते हैं तथा कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जो पारिवारिक जीवन के सुख से खुश होते हैं तथा इनके अलावा कुछ लोग प्रकृति दर्शन से भी खुश होते हैं। आप सभी ने अक्सर देखा होगा व्यक्ति के चेहरे पर दो तरह के भाव दिखते हैं।
किसी व्यक्ति पर खुशी की तो किसी व्यक्ति पर दुख के भाव दिखाई देते हैं, हम सभी अपने पसंद की वस्तुओं को प्राप्त करने पर खुश हो जाते हैं तथा जब हमें कोई वस्तु बहुत पसंद होती है और नहीं मिल पाती तो हम दुखी होते हैं। कुछ व्यक्ति अंदर से खुश ना होने पर भी दूसरों के समक्ष खुशी के भाव दिखाते हैं।
खुशी का महत्व
हम सभी के जीवन में खुशी का बहुत महत्व होता है, खुशी हमारे स्वास्थ्य को अच्छा और तंदुरुस्त रखता है। हमें जीवन के प्रत्येक पल में खुश रहना चाहिए और जीवन के प्रत्येक मोड में खुश रहने का प्रयास करना चाहिए। खुशियां हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखती हैं तथा इसके साथ-साथ हमारे सफलताओं के लिए आवश्यक होती हैं।
जो व्यक्ति खुशी से जीवन जीते हैं उनको अपने कार्यों में सफलताएं मिलती है तथा अपनी इच्छा के अनुसार कार्यों को प्राप्त करते हैं और हमेशा अपने परिवार के साथ खुश रहते हैं। गाड़ी, बंगले, बिजनेस और अपार धन की प्राप्ति जो व्यक्ति खुश रहता है उसे ही होती है।
हम सभी को बचपन से ही सिखाया जाता है कि जीवन में अच्छा पढ़ाई करेंगे तो हमें अच्छा जॉब मिलेगा, तथा जब अच्छे जीवनसाथी मिलेंगे तभी हम खुश रह पाएंगे। हमें सकारात्मक सोच को अपने जीवन में स्थान देना चाहिए तभी हम खुश रह सकते हैं।
छोटे-छोटे खुशी के पलों को समेटकर जीवन को खुशनुमा बनाना चाहिए और अपने जीवन में ऐसे अवसरों को लाना चाहिए जिसमें खुशियां हो, हमारी खुशियों के सबसे खास लोग दोस्त और रिश्तेदार तथा परिवार के सदस्य होते हैं हम सभी अपने दोस्तों के साथ हमेशा खुश रहते हैं तथा परिवार भी हमें हमेशा खुशियां देता है क्योंकि परिवार के प्रत्येक सदस्य का उद्देश्य होता है हम सभी एक साथ खुश रहे।
खुशी से अच्छा स्वास्थ्य
जीवन में खुशियों को प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है परंतु यह हम सभी के लिए बहुत आवश्यक और फायदेमंद भी होता है। खुश रहने के लिए स्वच्छता की महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है क्योंकि जो व्यक्ति अपने शरीर को स्वच्छ रखता है वह शारीरिक और मानसिक रूप से किसी भी बीमारी से ग्रसित नहीं होता है जिसके कारण हमेशा प्रसन्न रहता है।
कई लोग ऐसे होते हैं जो भयानक बीमारियों से पीड़ित होने पर भी अपने चेहरे पर खुशी का भाव प्रकट करते हैं और ऐसे लोग बेहद संतुष्ट एवं सकारात्मक सोच के होते हैं तथा किसी बहाने को ढूंढ कर खुशी के अवसर ढूंढ लेते हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य के फायदे को समझना चाहिए और अपने जीवन में स्वस्थ रहना चाहिए जिससे खुशियां आती हैं और हमारे आसपास के लोग भी खुश रहते हैं, हम सभी अपने जीवन में स्वस्थ रहकर सभी लोगों को खुश कर सकते हैं।
कार्य से खुशी की प्राप्ति
जीवन में खुशी की प्राप्ति के लिए कार्य करना बहुत जरूरी होता है, कुछ लोगों को अपने पसंद का कार्य नहीं मिल पाता या कुछ लोग घर में बैठे रहते हैं क्योंकि उन्हें कोई भी कार्य या जॉब नहीं मिल पाता जिसके कारण लोग मायूस और दुखी रहते हैं इसलिए हमें प्रयास करना चाहिए कि हम जो कार्य कर रहे हैं वह हमारी पसंद का हो,
जो कार्य हमें पसंद होता है उसके आधार पर कार्य करने पर हमें खुशी की प्राप्ति होती है, जब हमें हमारे पसंद पर आधारित न होकर किसी मजबूरी के कारण कार्य करना पड़ता है तो वह हमारे मन को संतुष्टि नहीं देता परंतु हमें अपने कार्य से संतुष्ट रहने का प्रयास करना चाहिए और उसे अपनी पसंद बना कर जीवन में खुशी अर्जित करना चाहिए।
उपसंहार
जीवन के प्रत्येक पल में खुशी पाने का एक ही तरीका होता है हमारे पास जो कुछ है उसे हमें श्रेष्ठ मानना चाहिए और अच्छा महसूस करने का प्रयत्न करना चाहिए इससे हमारे साथ साथ हमारे आसपास के लोग भी खुश रहते हैं तथा सकारात्मक विचार रखते हैं।
सभी खुशी के अवसर को त्यौहार के समान मानना चाहिए और छोटे छोटे खुशी के पल को समेट कर अपने जीवन में बड़ी खुशियों को हासिल करना चाहिए। संसार में सभी लोगों को खुशी का चाहत होता है और उसके लिए हम सभी को सकारात्मक विचार रखना चाहिए।
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खुशी पर निबंध 2
प्रस्तावना
आनंद की स्थिति को खुशी के नाम से जाना जाता है अर्थात जब हम आनंद में होते हैं तो बहुत खुश होते हैं, प्रत्येक इंसान को जीवन में प्रसन्न रहने का कोशिश करना चाहिए और जीवन में जिन चीजों से खुशियां प्राप्त होती है हमें उन्हीं को अपने दैनिक जीवन में अपनाना चाहिए।
जो व्यक्ति नियमित रूप से असंतुष्ट और नकारात्मक सोच रखता है वह कभी भी खुश नहीं रह पाता, उसे कभी भी अंदर से खुशी नहीं मिलती है भले ही बाहर से खुशियों को दिखा सकता है। कुछ लोगों का मानना होता है कि खुशी धन दौलत से प्राप्त होती है या धन दौलत से अर्जित की जाती है,
परंतु धन दौलत से कभी भी प्रसंता नहीं मिल सकता है क्योंकि बिना धन के जीवन बिताने वाले लोग अर्थात गरीब लोग जिनके पास धन की कमी होती है हमेशा प्रसन्नतापूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं और अमीर व्यक्ति कितना भी धन प्राप्त कर लें हमेशा नाखुश ही रहता है।
मनोरंजन से खुशियों की प्राप्ति
हम सभी को खुश रहने के लिए अक्सर मनोरंजन के साधनों का सहारा लेना पड़ता है, और हम खुशी की प्राप्ति के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधनों को अपने जीवन में अपनाते हैं। गाना सुनकर, खेल खेल कर, फिल्म देखकर तथा दोस्तों के साथ घूमने जाकर हम सभी तनाव से मुक्त हो सकते हैं और अपने कष्ट को भुलाकर जीवन में खुशियों को प्राप्त कर सकते हैं।
खुशी और गम
हमारे जीवन में कुछ भी हमें जीवन भर के लिए प्राप्त नहीं होता है, जीवन में प्रत्येक लोगों में खुशी से ज्यादा उदासी नजर आती है। हमें अपने जीवन में कई कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि जिस तरह से हमारे जीवन में हमेशा धूप और छांव नहीं होता है उसी तरीके से प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खुशी का पल वास्तविक रुप से नहीं रह सकता है।
खुशी एवं उदासी दोनों का जीवन में कई बार सामना करना पड़ता है, खुशी मानव के भाव होते हैं जो मस्तिष्क और वातावरण पर भी निर्भर करते हैं । खुशियों को अभ्यास एवं प्रशिक्षण के नियंत्रण से प्राप्त किया जा सकता है।
परिवार से खुशी का संबंध
हमारे खुशियों के लिए सबसे उत्तरदाई कारक हमारा परिवार होता है क्योंकि हमारे खुशियों एवं गम को नियंत्रण करने में सबसे महत्वपूर्ण परिवार ही होता है हम परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर खाना खाकर और घूमने जाकर प्यार तथा आनंद से जीवन व्यतीत करते हैं जिसमें हमें खुशियां मिलती हैं।
उपसंहार
हम सभी को प्रकृति के दृश्य से भी खुशी मिलता है क्योंकि हमारी प्रकृति सबसे सुंदर होती है जो हमारे मन को बहुत अच्छी लगती है तथा जिससे हमारा तनाव भी दूर होता है और हमारे चेहरे पर मुस्कान आती है। हमारा जीवन जिस भी परिस्थिति में हो हमें संतुष्ट रहने का कोशिश करना चाहिए और अपने मन में सकारात्मक सोच रखना चाहिए इससे हमें खुशी मिलती है।
हमें अपने जीवन में छोटी बड़ी चिंताओं से दूर रहना चाहिए और खुश रहना चाहिए चिंता हमारे सेहत को भी खराब करते हैं तथा इसके साथ-साथ हमें तनाव भी होता है हम तनाव से दूर रहकर खुश रह सकते हैं। हमें जीवन में छोटी-बड़ी समस्याओं को भुलकर खुश रहने का प्रयत्न करना चाहिए।
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निष्कर्ष
उम्मीद करती हूं दोस्तों खुशी पर निबंध आप सभी को पसंद आया होगा आप इस निबंध के माध्यम से भाषण भी दे सकते हैं तथा यह लेख आप सभी के लिए ज्ञानवर्धक और उपयोगी है। यह लेख सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक एवं उपयोगी है।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
खुशियां क्यों आवश्यक होती है?
खुशियां हम सभी के स्वास्थ्य जीवन के लिए बहुत आवश्यक होती है। खुश रहना पर हमारा स्वास्थ्य भी हमेशा ठीक होता है।
खुशी के लिए सबसे उत्तरदाई साधन क्या होता है ?
खुशी के लिए सबसे उत्तरदाई सावधान हमारे परिवार और दोस्त होते हैं इनके साथ हम घूम कर तथा खाना खाकर अपने तरह को मुक्त कर सकते हैं, तथा इनके अलावा मनोरंजन के साधनों का भी सहारा लिया जाता है ।
लोग दुखी क्यों होते हैं?
जब व्यक्ति को अपने पसंद का कार्य नहीं मिलता या लोगों को अपने जीवन में आवश्यक उपलब्धियों की प्राप्ति नहीं होती तो लोग दुखी होते हैं।
खुशी क्या है ?
खुशी मनुष्य का भाव होता है, खुशी से सभी लोग प्रसन्न और स्वस्थ रहते हैं अर्थात खुशी सभी के लिए आवश्यक होता है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।