यदि मैं पक्षी होता पर निबंध | Essay on If I Were a Bird in Hindi

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में आज हम आपके लिए यदि मैं पक्षी होता पर निबंध लेकर आए हैं, आप सभी को पक्षी के बारे में तो पता होगा ही और आप सभी ने अक्सर विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखा भी होगा।

पक्षी एक ऐसा जीव होता है जो हमारे आस पास कभी भी और कहीं पर भी आ सकता है आप सभी ने देखा होगा पक्षी खुले आसमान में उड़ते हुए दिखाई देते हैं क्योंकि पक्षियों के उड़ने के पंख होते हैं।

आज हम आपको इस निबंध के जरिए पक्षी के बारे में जानकारी देंगे और यह निबंध आप सभी के स्कूल में दिए जाने वाले निबंध के प्रश्न के लिए भी उपयोगी साबित हो सकता है तथा इस विषय पर प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछा जा सकता है।

यदि मैं पक्षी होता पर निबंध 1

प्रस्तावना

प्रत्येक व्यक्ति ने अपने जीवन में किसी ना किसी पक्षी को अवश्य देखा होगा और पक्षी को देख कर प्रत्येक व्यक्ति के मन में कल्पना आया होगा कि क्यों ना मैं भी पक्षी होता और पक्षियों के समान उड़ पाता , प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में कुछ करने की इच्छा रखता है और पक्षियों का जीवन सबसे उत्तम माना जाता है।

पक्षियों को किसी भी प्रकार का कोई चिंता नहीं होता पक्षियों को आप सभी ने अक्सर देखा होगा हमेशा आसमान में स्वतंत्र रूप से उड़ती रहती है और उन्हें ना ही कोई तमन्ना होती है पक्षी हमेशा अपने जीवन में आनंद लेते रहते हैं और इन पक्षियों को आसमान में उड़ते हुए हम सभी मनुष्यों के मन में भी पक्षी होने का इच्छा आता है।

प्रत्येक व्यक्ति सोचता है कि यदि मैं पक्षी होता तो बादल में ऊंची ऊंची उड़ान भरता अपनी इच्छा से स्वतंत्र रूप से जहां मर्जी वहां घूमता और मुझे किसी भी प्रकार की कोई रोक-टोक तथा चिंता नहीं होती, पक्षी हमेशा आसमान में बिना चिंता के मौज मस्ती करता हुआ दिखाई देता है इसलिए मनुष्य इन्हें देखकर इच्छा करते हैं कि मैं भी पक्षी होता तो उन्हीं के समान स्वतंत्र रूप से अपनी इच्छाओं की पूर्ति कर पाता।

पक्षियों का जीवन

पक्षियों का जीवन बहुत आनंदित होता है उन्हें अपने जीवन में किसी भी चीज की चिंता नहीं होते हैं, पक्षी अपने भोजन की तलाश में लंबी उड़ान भरते हैं और स्वतंत्र पूर्वक आसमान में उड़ते हुए इधर उधर मौज मस्ती करते हैं। कुछ पक्षियों का जीवन निराशाजनक भी होता है क्योंकि मनुष्य के द्वारा कुछ पक्षियों को पिंजरे में भी बंद करके रखा जाता है और किसी भी पक्षी का पिंजड़े में रहने का जिज्ञासा नहीं होता है।

आज मनुष्य बहुत स्वार्थी हो गया है मनुष्य स्वार्थ में आकर मानवता को भी भूलता जा रहा है परंतु मनुष्य को अपने मानवता को नहीं भूलना चाहिए और पक्षियों को देखते हुए उनसे सीख ग्रहण करना चाहिए कि पक्षी कभी भी किसी व्यक्ति को संकट में देखकर उसकी सहायता करते हैं उसी प्रकार मनुष्य को भी संकट में पड़े हुए पक्षियों का सहायता करना चाहिए।

पक्षी क्या है

पक्षी एक स्वतंत्र जीव होता है जो हमेशा स्वतंत्र आसमान में मौज करता है और हमेशा अन्य पक्षियों के साथ दोस्ती बनाए रखता है और सभी पक्षी आपस में सहयोग से एक दूसरे के साथ रहते हैं। पक्षी एक ऐसा जीव होता है जो लंबी लंबी उड़ान भरता है तथा एक शहर से दूसरे शहर तक बिना किराए के पहुंच जाता है।

पक्षी का छोटा सा शरीर होता है और छोटे छोटे पंख होते हैं जिनके सहायता से पक्षी उड़ता है पक्षी के दो नन्हे नन्हे पैर होते हैं तथा दो छोटी छोटी आंखें होते हैं और एक नुकीला चोंच होता है।

पक्षियों को देखकर मनुष्य में आने वाली जिज्ञासाएं

पक्षी को देखकर मनुष्य जिज्ञासा करता है कि यदि मैं पक्षी होता तो मेरे पास भी एक छोटा सा शरीर होता और मेरे दो छोटे छोटे पैर और पंख होते जिसकी सहायता से मैं आसमान में लंबी लंबी उड़ान भर पाता, और यदि मैं पक्षी होता तो मैं पक्षियों के साथ मौज मस्ती से इधर-उधर घूम पाता तथा उनके झुंड में ठंडी और गर्म तथा सभी वातावरण का आनंद ले पाता।

पक्षियों में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं होता वे हमेशा एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं और पक्षियों से हमें एकता का संदेश मिलता है। सभी पक्षी एक साथ मिलजुल कर उड़ते हैं तथा एक साथ खाते पीते हैं और यदि मैं पक्षी होता तो मैं भी उन्हीं के साथ मिलजुल कर खाता पीता और आसमान में उड़ता।

पक्षियों को किसी भी प्रकार का कोई बंधन नहीं होता है और ना ही गुलामी होती है पक्षी अपने मन से कहीं भी आ जा सकते हैं उन्हें किसी भी प्रकार की कोई भी रोक टोक नहीं होती है।

पक्षियों को ना तो पढ़ाई का जरूरत होता है और ना ही मेहनत करने का पक्षी हमेशा अपने मर्जी से आनंद लेते हैं उन्हें ना कोई मजदूरी करने की आवश्यकता होती है और ना ही घर की, यदि मैं एक पक्षी होता तो मैं हर एक पक्षी के समान सबका सहायता करता।

उपसंहार

पक्षी स्वतंत्र होता है जो कहीं भी जा सकता है और अपने मर्जी से उड़ सकता है परंतु कुछ पक्षियों की जीवन बहुत दुखमय होती है क्योंकि सभी पक्षी स्वतंत्र रूप से जीवित रहना पसंद करते हैं पर कुछ मनुष्य पक्षियों को पिंजरे में बंद करके रख देते हैं जिससे उन्हें निराशाजनक जीवन यापन व्यतीत करना पड़ता है।

लोगों को पक्षियों को पिंजरे में बंद नहीं करना चाहिए उन्हें स्वतंत्र आसमान में उड़ने का आजादी देना चाहिए क्योंकि सभी पक्षियों का जिज्ञासा होता है कि वह स्वतंत्र रूप से आसमान में उड़ कर मौज मस्ती कर सकें।

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यदि मैं पक्षी होता पर निबंध 2

प्रस्तावना

पक्षी स्वतंत्र जीव होते हैं जो बहुत अनुशासित होते हैं पक्षी हमेशा अपने कार्य को समय पर पूरा करते हैं जिससे हम सभी को संदेश मिलता है कि हमें भी अनुशासन में रहकर अपने अध्याय को समय पर पढ़ना चाहिए। पक्षियों में सहानुभूति की भावना होती हैं जो हमें बतलाती है कि हमें भी जरूरतमंद व्यक्ति का सहायता करना चाहिए।

यदि मैं पक्षी होता तो जिस प्रकार पक्षी खुले आसमान में स्वतंत्र रूप से ऊंची उड़ान भरते हैं उसी तरह मैं भी उनके साथ आसमान में उड़ पाता ऐसा हर मनुष्य का जिज्ञासा होता है। हमारे पृथ्वी पर रहने वाले हर एक इंसान को सपना देखना पसंद होता है और उनमें से कई इंसान ऐसे होते हैं जो पक्षी बनने की सपना देखते हैं।

मेरा सपना है एक पक्षी बनकर आसमान में स्वतंत्र आसमान में लंबी उड़ान भरना, यदि मैं पक्षी होता तो मुझे किसी भी चीज की कोई चिंता नहीं होती और मैं आसमान में बहुत ऊंचाइयों तक उड़ पाता मुझे ऊपर तक उड़ान भरने के लिए कोई खर्च नहीं लगता ना तो मुझे किसी एक घर में रहने की आवश्यकता होती और मैं आसमान में लंबी उड़ान भरकर प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव भी ले पाता।

पक्षियों का महत्व

पक्षी स्वतंत्र होते हुए भी अपने अनुशासन को नहीं भूलते हैं पक्षी हमेशा अपने जीवन में अनुशासन का पालन करते हैं और इन पक्षियों का हम सभी के जीवन में बहुत महत्व होता है। पक्षियों के गतिविधियों से हमें कई बातें सीखने को मिलती हैं जिसे हम सभी मनुष्य जानते हुए भी उनका पालन नहीं करते हैं।

पक्षियों में आत्मनिर्भरता का गुण विद्यमान होता है पक्षी हमेशा भोजन की तलाश में चले जाते हैं और पक्षियों में सहयोग का गुण भी विद्यमान होता है क्योंकि पक्षी हमेशा अन्य पक्षियों की सहायता करते हैं जिससे हमें सहयोग और आत्मनिर्भरता के गुणों का शिक्षा मिलता है।

यदि मैं (मनुष्य) पक्षी होता

यदि मैं पक्षी होता तो मुझे भी कोई रोक-टोक नहीं होती मैं भी इन पक्षियों के समान अपने जीवन में स्वतंत्र होता और किसी भी समय अपने आसपास के प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए आसमान में लंबी उड़ान भर पाता, मैं भी इंसान हूं जिससे मुझे कई स्थानों पर जाने से रोक टोक किया जाता है परंतु पक्षियों को कहीं भी जाने के लिए कोई रोक टोक नहीं होता है।

पक्षी कभी भी धर्म या जाति में भेदभाव नहीं करते हैं इससे हमें सीख लेना चाहिए कि हमें भी किसी धर्म और जाति से भेदभाव नहीं करना चाहिए तथा हमेशा एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए।

जिस प्रकार पक्षी किसी वृक्ष पर बैठकर अपने मनचाहे फल को खाकर आनंद लेता है उसी प्रकार मैं भी पक्षी होता तो आनंद ले पाता तथा अपने जीवन में बंधन रहित जीवन जी पाता पक्षी स्वतंत्र होकर भी अपने अनुशासन को नहीं भूलते और हमेशा संगठन में रहते हैं।

यदि मैं पक्षी होता तो मैं लोगों की सहायता करता तथा एक व्यक्ति के संदेश को दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करता जिससे व्यक्ति को मोबाइल की आवश्यकता नहीं होती और मैं हमेशा खेतों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े मकोड़ों से फसलों की रक्षा करता, यदि मैं पक्षी होता तो उड़ने का पूरा आनंद लेता और पक्षियों के समान मीठे बोल सुनाकर लोगों को आनंदित करता।

पक्षी का विशेषता

पक्षी स्वतंत्र रहता है अर्थात पक्षी किसी भी क्षेत्र में जा सकता है इन्हें किसी भी क्षेत्र में जाने के लिए कोई अनुमति या पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है। पक्षियों को बखूबी अनुशासन का पालन करना आता है, तथा पक्षी आत्मनिर्भर होते हैं।

उपसंहार

हमारे आस पास विभिन्न प्रकार के पक्षी होते हैं जो स्वतंत्र रूप से आसमान में उड़ते हुए दिखाई देते हैं और उन पक्षियों को देखकर हमारे मन में भी जिज्ञासा आता है कि यदि हम भी पक्षी होते तो उनके समान स्वतंत्र रूप से आसमान में उड़कर आनंद ले पाते और हमें किसी भी चीज की चिंता करने की आवश्यकता भी नहीं होती।

पक्षियों का जीवन बहुत आनंद में व्यतीत होता है उन्हें जीवन जीने के लिए किसी भी चीज की चिंता नहीं होती है ना तो पक्षी को पैसे कमाने का चिंता होता है और ना ही मजदूरी करने का उसी प्रकार यदि मैं पक्षी होता तो मुझे भी किसी चीज की चिंता नहीं होती, यदि मैं पक्षी होता तो हमेशा लोगों का सहयोग करता और बिना खर्च के अपने मनचाहे जगह पर घूम पाता।

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निष्कर्ष

आप सभी को यदि मैं पक्षी होता पर निबंध कैसा लगा कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं और आप सभी भी क्या एक पक्षी बनने का जिज्ञासा रखते हैं यदि हां तो हमारे साथ कमेंट के माध्यम से अपने विचार अवश्य साझा करें।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

पक्षी की कितनी आंखें होती हैं?

पक्षी की दो छोटी-छोटी आंखें होती हैं, तथा पक्षियों के पास उड़ने के लिए छोटा-छोटा पंख भी होता है जिसकी मदद से पक्षी आसमान में उड़ पाते हैं।

यदि मैं पक्षी होता कहकर मनुष्य की जिज्ञासा क्या होती है?

यदि मैं पक्षी होता तो बादल में ऊंची ऊंची उड़ान भरता और सभी के मन को मोहित करता तथा अपने इच्छाओं के साथ-साथ हर व्यक्ति के मन को आनंदित करता इसी प्रकार से मनुष्य की पक्षी बनने की जिज्ञासा होती है।

पक्षियों से मनुष्य को क्या सीख मिलता है?

पक्षियों से मनुष्य को आत्मनिर्भरता और सहयोग का शिक्षा मिलता है क्योंकि पक्षी हमेशा आत्मनिर्भर होकर अपने किसी भी कार्य को करते हैं और उनमें अनुशासन होता है पक्षी हमेशा अपने कार्य को समय पर पूर्ण करते हैं।

पक्षी क्या जिज्ञासा नहीं रखता है?

पक्षी चाहे कोई भी हो वह कभी भी पिंजड़े का पक्षी बनने का जिज्ञासा नहीं रखता है क्योंकि इससे पक्षी बंदी बन जाता है और वह स्वतंत्र रूप से आसमान में नहीं उड़ सकता है।

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