परिश्रम का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Hard Work in Hindi

नमस्कार दोस्तों! आज के लेख में हम आपके लिए परिश्रम का महत्व पर निबंध लेकर प्रस्तुत हुए हैं। परिश्रम सफलता की कुंजी होती है परिश्रम के बिना मनुष्य का जीवन बेकार होता है अर्थात बिना परिश्रम के सफलता को प्राप्त नहीं किया जा सकता।

इस निबंध लेख में हमने परिश्रम का महत्व पर निबंध से जुड़ी जानकारियां आपके समक्ष शेयर किया है, जो कि सभी विद्यार्थियों के लिए मददगार और उपयोगी है।

आप सभी को पता होना चाहिए कि मनुष्य अपने जीवन को परिश्रम के बल पर ही सफल बना सकता है, बिना परिश्रम किए किसी भी कार्य में सफलता नहीं मिल सकती है, आज हम इस लेख में परिश्रम के महत्व से जुड़ी समस्त जानकारियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे, तो चलिए हम हमारे आज के लिए को शुरू करते हैं –

परिश्रम का महत्व पर निबंध 1

प्रस्तावना

परिश्रम का अर्थ होता है मेहनत करना, परिश्रम के माध्यम से ही हम अपने लिए भोजन की व्यवस्था कर सकते हैं। कई लोग परिश्रम नहीं करते और किस्मत के भरोसे बैठे रहते हैं परंतु उन्हें कोई सफलताएं नहीं मिलती क्योंकि बिना कर्म किए जीवन में सफलता मिलना बहुत मुश्किल है।

परिश्रम आमतौर पर दो तरह से होता है, एक तो वह जो हम अपने शरीर के द्वारा करते हैं जिसे हम शारीरिक परिश्रम भी कहते हैं। अधिकतर यह परिश्रम मजदूरों के द्वारा किया जाता है।

दूसरा परिश्रम वह होता है जो हमारे मानसिक और बौद्धिक क्षमताओं के उपयोग से किया जाता है अर्थात यह मानसिक परिश्रम कहलाता है। किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों परिश्रमों की आवश्यकता होती है।

आप सभी ने अक्सर देखा होगा जो लोग परिश्रम नहीं करते वे अपने जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाते हैं, और परिश्रम के बिना मनुष्य का जीवन पशु के समान होता है। मनुष्य को भोजन के लिए भी परिश्रम करनी पड़ती है अन्यथा मनुष्य को भोजन की भी प्राप्ति नहीं होती है।

सभी मानव अपने द्वारा किए गए परिश्रम के बल पर ही किसी भी मुकाम को हासिल करते हैं। जो लोग किस्मत के भरोसे बैठे रहते हैं वो लोग मूर्ख लोग होते हैं क्योंकि किस्मत से सफलता किसी को नहीं मिलती और यदि किसी को मिल भी जाती है तो वह लंबे समय तक नहीं टिकती है।

परिश्रम की परिभाषा

किसी भी मनुष्य और व्यक्ति के द्वारा किया गया मानसिक और शारीरिक रूप में कार्य परिश्रम कहलाता है। परिश्रम सभी मनुष्य के जीवन के लिए महत्वपूर्ण होता है, वर्तमान समय में केवल परिश्रम शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी करने से मनुष्य को सफलता जल्दी मिलती है।

पुराने जमाने के लोगों के पास केवल शारीरिक परिश्रम ही जीवन में सफलता प्राप्त करने का एक ऑप्शन था जिसके सहारे पुराने जमाने के लोग अपनी जिंदगी जीते थे परंतु आज के वर्तमान समय में शारीरिक परिश्रम से ज्यादा महत्व मानसिक परिश्रम को दिया जा रहा।

अर्थात आज के युवाओं में शारीरिक परिश्रम के साथ-साथ मानसिक परिश्रम करने के भी अवधारणा है जिसके कारण वर्तमान युग की व्यक्ति आसानी से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सभी मनुष्य के लिए परिश्रम बहुत जरूरी होता है।

परिश्रम की आवश्यकता

परिश्रम प्रत्येक मनुष्य को जीवन में सफलता दिलाता है इसलिए सभी मनुष्य को अपने जीवन में परिश्रम करते रहना चाहिए। परिश्रम करना ही मनुष्य का एक उत्तम कार्य होता है परिश्रम करके ही मनुष्य आगे बढ़ता है और परिश्रम करने से ही मनुष्य का आलस्य दूर होता है।

जो व्यक्ति मेहनत करते रहता है उसको कभी न कभी सफलता जरूर मिलती है, क्योंकि परिश्रम ही जीवन का मूल आधार है और परिश्रम करके ह बड़े से बड़े कार्य की सफलता को प्राप्त कर सकते हैं। जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को परिश्रम करने से आलस्य नहीं करना चाहिए सफलता को प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करते रहना चाहिए।

बच्चों को भी जीवन को सफल बनाने के लिए परिश्रम करके पढ़ाई करने पड़ती हैं अभी विद्यार्थी जीवन सफल हो पाता है, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में परिश्रम का होना आवश्यक है। परिश्रम केवल मजदूर के द्वारा ही नहीं बल्कि पृथ्वी पर रहने वाले समस्त प्राणियों के लिए आवश्यक है।

आप सब ने अक्सर गौर किया होगा जो विद्यार्थी बहुत परिश्रम ही होता है वह अपने कक्षा में सबसे अच्छे परिणाम लाता है, और पढ़ाई में भी सबसे अच्छा होता है तथा जीवन में आने वाली कठिनाइयों को भी आसानी से सही कर लेता है और हमेशा सफलता की ओर बढ़ता जाता है।

निरंतर परिश्रम करने वाले व्यक्ति को सफलता एक दिन अवश्य मिलती है और प्रगति के नए-नए रास्ते भी मिलते हैं। परिश्रम से व्यक्ति को नई नई चीजें सीखने की अवसर मिलती है। सभी क्षेत्र में अच्छा परिणाम परिश्रम करने के बाद ही मिलता है इसलिए परिश्रम करना बहुत जरूरी है।

परिश्रम से सफलता

परिश्रम करने से हम सभी मानव का जीवन सफल होता है, तथा हम जो चाहते हैं उसे प्राप्त कर पाते हैं। जिस प्रकार मजदूर परिश्रम करके खेतों में फसल उगाता है उसी प्रकार हम सभी को भी अपने जीवन में सभी चीजों को प्राप्त करने के लिए परिश्रम करने की आवश्यकता होती है।

परिश्रम के द्वारा ही हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और पढ़ाई, तथा अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं। परिश्रम के बिना किसी भी व्यक्ति या विद्यार्थी को सफलता मिलना असंभव है। वर्तमान युग में कई व्यक्ति बहुत ऊंचे ऊंचे पद पर हैं जिनको सफलताएं केवल परिश्रम करने से ही मिली है, ना की किस्मत के भरोसे बैठने से, इसलिए हमें भी अपने जीवन में हमेशा परिश्रम करते रहना चाहिए।

उपसंहार

मनुष्य के लिए जितना भोजन करना जरूरी है उतना ही जरूरी परिश्रम करना है, सभी व्यक्तियों को शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में परिश्रम करना चाहिए इससे सफलता जल्दी मिलती है। परिश्रम करने से किसी व्यक्ति को सफल होने से कोई भी नहीं रोक सकता है।

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परिश्रम का महत्व पर निबंध 2

प्रस्तावना

यदि आप सभी जीवन में सफलता और खुशी चाहते हैं तो निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए तभी आप जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और खुश रह सकते हैं। हमें बिना फल के कर्म करते रहना चाहिए यह भगवान कृष्ण ने भी कहा था, यदि आपको जीवन में आगे बढ़ना है तो बिना फल की इच्छा चाहिए निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए।

परिश्रम का महत्व

जो व्यक्ति अपने जीवन में निरंतर परिश्रम करते रहता है और जिसे परिश्रम करने से डर नहीं लगता उसके लिए जीवन में कोई भी काम को हासिल करना असंभव नहीं है। परिश्रम करने वाला व्यक्ति जीवन के हर असंभव काम को संभव कर सकता है इसलिए कहा जाता है कि दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं है।

जो व्यक्ति अधिक परिश्रम ही होता है वह जिंदगी में सब कुछ प्राप्त कर लेता है, परिश्रम करने से धन संपदा की प्राप्ति तो होते ही हैं और इसके अलावा आपको दुनिया में और लोगों के मुकाबले अधिक इज्जत भी दिया जाता है।

परिश्रमी व्यक्ति जीवन में सफलता को प्राप्त करता है और वह केवल अपना ही भला नहीं बल्कि अपने साथ-साथ समाज और देश के अन्य लोगों का भी भला करता है इसलिए परिश्रम का महत्व बहुत अधिक होता है।

हम सभी मनुष्य को परिश्रम के महत्व को समझना चाहिए और हमें परिश्रम करते रहना चाहिए तभी हम किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और जीवन में जो चाहे वह कर सकते हैं।

परिश्रम के लाभ

दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसे आसानी से सफलता मिल जाए लेकिन सफलताएं केवल परिश्रम से ही नहीं बल्कि निरंतर परिश्रम करते रहने से प्राप्त होती हैं। आज के वर्तमान युग में आज के लोगों का रहन सहन बहुत आरामदायक हो गया है जिससे लोग आलसी स्वभाव के भी होते जा रहे हैं।

युवाओं को यह समझना चाहिए कि परिश्रम के बिना सफलता नहीं मिलती इसलिए उन्हें निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए तभी हम अपने जीवन को बेहतर बना चलती है और अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं।

किस्मत के भरोसे बैठने से कोई भी सफलता नहीं मिलती है, इसलिए हमें किस्मत के भरोसे नहीं बैठना चाहिए और जिंदगी में हमें कुछ चाहिए तो हमें उसके लिए निरंतर परेशान करने की आवश्यकता होती है। हमें अपने किस्मत को दोषी देने के बजाय निरंतर प्रयास करना चाहिए सफल होने के लिए, तभी सफलता मिलेगी।

उपसंहार

परिश्रम करने से व्यक्ति के अंदर चरित्र का भी निर्माण होता है और परिश्रमी व्यक्ति हमेशा परिश्रम के महत्व को समझता है। परिश्रमी व्यक्ति को परिश्रम की समझ होती है जिसके कारण वह किसी भी व्यक्ति को धोखा नहीं देता है और सफलता को प्राप्त करने के लिए भी किसी भी गलत कार्य को नहीं करता है।

परिश्रमी व्यक्ति के जीवन में कितनी भी परेशानियां आए बड़ी आसानी से मुश्किलों का सामना कर लेता है। हम सभी को भी परिश्रम के महत्व को समझना चाहिए तथा निरंतर परिश्रम के मार्ग को अपनाना चाहिए ताकि हम परिश्रम करके सफल व्यक्ति बन सके और अपने साथ-साथ समाज और देश का भी भला कर सके।

निष्कर्ष –

आज के आर्टिकल में हमने परिश्रम का महत्व पर निबंध के बारे में बात की है, हमें उम्मीद है दोस्तों कि यह लेख आप सभी के लिए उपयोगी होगा तथा आपको पसंद भी आएगा। यदि हमारा यह लेख आपको पसंद आता है तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।

यह लेख सभी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक भी है, तथा इस लेख से व्यक्ति को परिश्रम करने का सीख भी मिलता है।

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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

अच्छे चरित्र का निर्माण किससे होता है ?

अच्छे चरित्र का निर्माण मेहनत करने से होता है अर्थात जो व्यक्ति अपने जीवन में परिश्रम करता है और परिश्रम के महत्व को समझता है उस व्यक्ति का चरित्र अच्छा होता है।

परिश्रम के लाभ क्या है ?

परिश्रम करने से विभिन्न प्रकार के लाभ मिलते हैं, परिश्रम से हमें प्रत्येक क्षेत्र में सफलता मिलते हैं और सफलता प्राप्त करने के लिए हमें निरंतर परिश्रम करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा हमें धन दौलत और मान सम्मान आदि भी मिलता है।

परिश्रम का वास्तविक स्वरूप क्या है ?

परिश्रम का वास्तविक स्वरूप फल की चिंता ना करते हुए कर्म करते रहना है अर्थात आपको अपने जीवन में सफलताओं को प्राप्त करने के लिए बिना किसी इच्छा के निरंतर परिश्रम करते रहना चाहिए।

परिश्रम का महत्व क्या है ?

परिश्रम का महत्व हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसी के द्वारा हमें हमारे कार्य में सफलता मिलती है।हम सभी के जीवन में परिश्रम के सबसे ज्यादा महत्व होती है

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