स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi

स्वागत है दोस्तों आपका अपने वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में लेकर कर आए हैं, आपने अक्सर देखा होगा स्कूल में निबंध प्रतियोगिता या परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध का प्रश्न दिया जाता है, अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, हमारे आर्टिकल सरल और आसान भाषा में लिखे होते हैं,

आप हमारे आर्टिकल को पढ़कर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर निबंध प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं तथा स्वतंत्रता दिवस पर आए निबंध लेखन के प्रश्न को आसानी से लिख सकते हैं, और स्वतंत्रता दिवस के बारे में सारी जानकारियां भी प्राप्त कर सकते हैं, तो चलिए स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के आर्टिकल को शुरू करते हैं-

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 1

प्रस्तावना:-

15 अगस्त का दिन हमारे भारत देश के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है, 15 अगस्त 1947 में भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ, भारत देश को आजाद कराने के लिए अनेक भारतीय वीरों और वीरांगनाओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जैसे -महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, लोकमान्य तिलक, मंगल पांडे, सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस आदि अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजाद कराने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

भारत को आजाद कराने के लिए भगत सिंह ,राजगुरु, सुखदेव आदि ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, सभी भारत वासियों ने मिलकर सत्याग्रह आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, असहयोग आंदोलन आदि आंदोलन अंग्रेजो के खिलाफ शुरू किए, और अंत में अंग्रेजों ने हार मान ली उन्हें हमारे देश को छोड़कर जाना ही पड़ा।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व:-

15 अगस्त लोगों में देशभक्ति की भावना पैदा करता है, यह हमारा राष्ट्रीय त्यौहार होता है, 15 अगस्त अर्थात स्वतंत्रता दिवस का हमारे देश में विशेष महत्व होता है, इस अवसर पर सभी धर्म के लोग एकजुट होकर स्वतंत्रता दिवस को उत्साह से मनाते हैं। हम सभी को लोकतांत्रिक भारत देश का हिस्सा होने पर गर्व महसूस होता है, 15 अगस्त को हर साल राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास:-

अंग्रेजों ने भारत में लगभग 200 वर्षों तक शासन किया है, जब हमारे देश में ब्रिटिश का शासन था तो लोगों पर बहुत दूर व्यवहार किया जाता था, भारत वासियों के साथ गुलाम जैसा व्यवहार किया जाता था और उन्हें कुछ भी कहने का अधिकार नहीं होता था, भारतीय शासक ब्रिटिश शासक के गुलाम होते थे, ब्रिटिश शिविरों में भारतीय सैनिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता था, ब्रिटिश के शासनकाल में किसान भूख से मर रहे होते थे क्योंकि वे फसल नहीं उगा सकते थे और उन्हें भूमि का कर देना पड़ता था।

आजादी के पहले अंग्रेजो के द्वारा भारतीय नागरिकों पर कई अत्याचार किए जाते थे, भारतीयों को किसी भी प्रकार की स्वतंत्रता नहीं थी । हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा भारत को आजादी दिलाने के लिए कई संघर्षों का सामना करना पड़ा,

भारत के अनेक नेताओंएवं स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत देश को आजाद कराने के लिए अथक संघर्ष किया और कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।

उपसंहार:-

15 अगस्त को हम उन वीर क्रांतिकारियों को याद करते हैं जो हमारे देश की आजादी के लिए लड़ते रहे और अपने प्राणों को गवा दिया, उन वीरों ने भारत देश को आजाद कराने के लिए ब्रिटिश के अत्याचारों को सहा और हमारे भारत देश को आजाद कराया, हम सभी भारत वासियों को मिलजुल कर बिना भेदभाव से रहना चाहिए।

अन्य निबंध लेख :-

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2

प्रस्तावना:-

स्वतंत्रता दिवस हमारे भारत के राष्ट्रीय त्यौहारों में से एक है, 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था, तभी से प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 15 अगस्त के दिन राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता समारोह का आयोजन दिल्ली में किया जाता है, जिसे देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होकर अपने हाथों में तिरंगे को फहराते हैं और राष्ट्रीय गान गाते हैं।

15 अगस्त के दिन देश को ब्रिटिश शासन से आजाद करवाने वाले वीरों व वीरांगनाओं के योगदान को स्मरण किया जाता है तथा उनको श्रद्धांजलि दिया जाता है, स्वतंत्रता दिवस को देश की सुख, शांति व समृद्धि के प्रतीक के रूप में सभी राज्यों में उत्साह के साथमनाया जाता है।

भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है, इस दिन ब्रिटिश शासन से भारत को आजादी मिली थी, 15 अगस्त के दिन को संपूर्ण भारत में राष्ट्रीय अवकाश देने के रूप में घोषित किया गया है।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास :-

भारत के उपमहाद्वीप के सीमा चौकी पर 17 वी शताब्दी के दौरान कुछ यूरोपियन व्यापारियों द्वारा प्रवेश किया जाता था, और अंतत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत को विशाल सैनिक शक्ति के कारण गुलाम बना लिया, 18 वीं शताब्दी तक भारत में अंग्रेजों ने अपना अधिपत्य स्थापित कर लिया था, सन 1857 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ भारत में स्वतंत्रता क्रांति की शुरुआत हो चुकी थी, इस विद्रोह को सिपाहियों का विद्रोह 1857 का विद्रोह इत्यादि कहा जाता है।

इस विद्रोह के द्वारा भारत को नियंत्रण करने का एहसास ब्रिटिश राज्य को भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने दिलाया था, भारतीय राष्ट्रीय अधिवेशन 1929 लाहौर में हुआ था, जहां पर भारत ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी, 1930 से 1947 के बीच कई आंदोलन हुए, जिनमें से एक है सविनय अवज्ञा आंदोलन इसे गांधी जी ने 1930 में शुरू किया था, जिसका अर्थ है बिना हिंसा के किसी भी सरकारी आदेश की अवहेलना करना।

15 अगस्त/स्वतंत्रता दिवस मनाने का उद्देश्य:-

सन 1930 से लेकर 1947 तक 26 जनवरी के दिन भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता था, और इसी दिन झंडा फहराया जाता था, तथा 26 जनवरी को ही आजादी दिवस पर हर साल कांग्रेस सदस्यों, स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा बनाया जाता था, इस बात का फैसला साल 1929 में हुआ, यह अधिवेशन लाहौर में हुआ था इस अधिवेशन में भारत ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।

भारत के अंतिम गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी ने माइंटबेटन पर 15 अगस्त 1947 को भारत की आजादी की घोषणा करने के लिए दबाव डाला था और स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस के मेंबर थे उन्होंने भी अंग्रेजी हुकूमत पर 15 अगस्त को ही भारत को स्वतंत्र कराने का दबाव डाला था,

उन्होंने कहा कि 1948 तक ऐसी परिस्थितियां बन जाएगी की तब सत्ता का हाथ में आना मुश्किल हो जाएगा इसके बाद ब्रिटिश शासकों को इस पर विचार करना पड़ा और माउंटबेटन को 15 अगस्त 1947 को देश की आजादी की घोषणा करने के निर्देश मिले, तथा ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस में इंडियन इंडिपेंडेंस बिल लाया गया, इस बिल ने भारत को 2 हिस्से में विभाजित कर दिया नया देश पाकिस्तान बना यह बिल ब्रिटिश संसद में 18 जुलाई 1947 को स्वीकृत हुआ।

15 अगस्त की आधी रात को देश की आजादी की घोषणा की गई, इसी दिन ब्रिटिश साम्राज्य की हुकूमत भारत से खत्म हो गई थी और भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया था, तभी से 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व:-

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, स्वतंत्रता दिवस का हम सभी के लिए बहुत महत्व होता है, इस अवसर पर हमारे स्कूल तथा कॉलेजों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रकार के रंगारंग कार्यक्रमों के साथ इस राष्ट्रीय त्यौहार को मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है, यह भारत के सभी नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है, इस दिन सभी निजी तथा सरकारी कार्यालयों में झंडा फहराया जाता है।

उपसंहार:-

15 अगस्त को एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय दिवस के रूप में जाना जाता है, तथा 15 अगस्त को आजादी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, स्वतंत्रता दिवस स्कूल, कॉलेज आदि सभी संस्थानों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, इस अवसर पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है तथा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

अन्य निबंध लेख :-

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

भारत की स्वतंत्रता के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किसने किया?

सुभाष चंद्र बोस ने भारत की स्वतंत्रता के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना का गठन किया।

15 अगस्त को भारत के प्रधान मंत्री ध्वज कहाँ फहराते हैं?

भारत के प्रधान मंत्री 15 अगस्त को दिल्ली में लाल किले पर ध्वज फहराते हैं

अंग्रेजों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया?

अंग्रेजों ने भारत पर लगभग 200 वर्षों तक शासन किया।

Leave a Comment