स्वागत है दोस्तों आपका अपने वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम पुस्तकालय पर निबंध लेकर आए हैं, पुस्तकालय हमारे विद्यार्थी जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है, इसके माध्यम से हमें देश-विदेश तथा महान लेखकों की लिखी हुई किताबें पढ़ने का अवसर प्राप्त होता है,
अक्सर आपने देखा होगा सभी विद्यार्थियों के स्कूल या कॉलेज में पुस्तकालय पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है, इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी विद्यार्थी पुस्तकालय के महत्व को जान सकेंगे तथा पुस्तकालय पर बहुत अच्छी निबंध लेखन का कार्य कर सकते हैं और पुस्तकालय पर निबंध प्रतियोगिता में भाग लेकर एक अच्छा और सरल भाषा में निबंध प्रस्तुत कर सकते हैं.

पुस्तकालय पर निबंध
प्रस्तावना:-
पुस्तकालय हम सभी के विद्यार्थी जीवन का ज्ञान का केंद्र होता है, जहां अनेक प्रकार के पुस्तकों का संग्रह होता है, यह एक ऐसा स्थान होता है जहां सभी तरह के लोग एक साथ बैठकर अच्छी अच्छी पुस्तकों का अध्ययन करते हैं।
पुस्तकालय का अर्थ पुस्तकों का आलय है अर्थात पुस्तकों के घर से होता है, यहां प्रत्येक उपयोगी पुस्तकों का संग्रह किया गया रहता है जिससे मनुष्य के चरित्र का निर्माण होता है और जीवन की उन्नति होती है, इसलिए अच्छे पुस्तकालय के लिए अच्छी पुस्तकों का संग्रह और अच्छी व्यवस्था होना आवश्यक होता है।
पुस्तकों के संग्रह और अच्छी व्यवस्था से ही अच्छे पुस्तकालय का निर्माण होता है, पुस्तकालय हमें आनंद देता है और जीवन को उन्नत बनाता है, पुस्तकालय में पुस्तकों की संगति और सूचना से हमारे मन में ज्ञान के नए-नए फूल खिलते हैं हमें देश विदेश की जानकारियां प्राप्त होती है, पुस्तकालय एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा हम अपने पसंद के पुस्तक पढ़कर अपने ज्ञान के स्तर को ऊंचा कर सकते हैं।
पुस्तकालय का अर्थ:-
पुस्तकालय को अंग्रेजी में लाइब्रेरी कहा जाता है जिसका अर्थ होता है एक कमरा या भवन जहां पुस्तकों का संग्रह हो, पुस्तकालय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, पुस्तक और आलय जिसे हम पुस्तकालय कहते हैं।
पुस्तकालय में विभिन्न प्रकार की पुस्तकें होती हैं, पुस्तकालय को हम सरल शब्दों में पुस्तकों का घर भी कह सकते हैं, जिसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें रखी हुई होती है।
पुस्तकालय की उत्पत्ति:-
कई सदियों पहले पुस्तकालय का निर्माण किया गया, पुस्तकालय का निर्माण उस वक्त किया गया जब लोगों को किताब की बहुत आवश्यकता होती थी, पहले के जमाने में प्रिंटिंग मशीन नहीं होती थी जिसके कारण किताबों को हाथों से लिखा जाता था,
जिसमें काफी ज्यादा समय लग जाता था और किताबें महंगी भी मिलती थी, इसलिए पुस्तकालय का निर्माण किया गया और पुस्तकालय में किताबों को संग्रहित रूप से रखा गया।
पुस्तकालय का महत्व:-
पुस्तको में ज्ञान का भंडार होता है जिसे हम पढ़ कर अपने ज्ञान को और अधिक बढ़ा सकते हैं, सामान्य व्यक्ति के लिए विभिन्न विषयों की पुस्तकें खरीदना असंभव है, क्योंकि पुस्तके बहुत महंगी होती है।
इसलिए पुस्तकालयों की स्थापना की गई जो जनसाधारण के लिए सुलभ तथा सस्ती दरों पर उपलब्ध होते हैं, पुस्तकालय में हम सभी अपनी इच्छा के अनुसारबैठकर किताबों को पढ़ सकते हैं और अपने ज्ञान को और अधिक बढ़ा सकते हैं।
पुस्तकालयों में हम इतिहास, गणित, संस्कृत और विज्ञान के साथ विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिकों द्वारा लिखित लेख, दार्शनिक पुस्तकें, ज्योतिष तथा महापुरुषों की जीवनी पढ़ सकते हैं, और इनके द्वारा हम जीवन जीने के अनुभवों, जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान तथा प्रत्येक विषय का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
पुस्तकालय हम सभी के जीवन में बहुत महत्व रखता है, पुस्तकालय के बिना हमारे ज्ञान का विकास नहीं हो सकता क्योंकि पुस्तकालय में हमारी जरूरत के हिसाब से पुस्तकों को संग्रहित किया जाता है, जिससे हम अपनी जरूरत के अनुसार पुस्तकों को पढ़कर ज्ञान में वृद्धि ला सकते हैं।
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पुस्तकालय का प्रकार:-
- राष्ट्रीय पुस्तकालय:-राष्ट्रीय पुस्तकालय में विभिन्न ऐतिहासिक लेख, ऐतिहासिक ग्रंथ, सांस्कृतिक ग्रंथ आदि उपलब्ध होते हैं राष्ट्रीय पुस्तकालय अध्यापकों, शिक्षकों तथा लेखकों को और अधिक शिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित किए गए हैं।
- सार्वजनिक पुस्तकालय:-सार्वजनिक पुस्तकालय के अंतर्गत वेपुस्तकालय आते हैं जो आम तौर पर शहर या गांव के बीचो बीच में होते हैं सार्वजनिक पुस्तकालय कहलाते हैं। सार्वजनिक पुस्तकालय का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो व्यक्ति किताबों को नहीं खरीद सकता और वह पढ़ने के इच्छुक है तो उनके लिए किताबें उपलब्ध कराना।
- अनुसंधान पुस्तकालय:-यह ऐसा पुस्तकालय होता हैं जहां पर विभिन्न विषयों से संबंधित अनुसंधान कार्य करने पर जो निष्कर्ष प्राप्त होता है उसको फाइलों में समाहित करके रखा जाता है।
- सरकारी पुस्तकालय:-यह ऐसा पुस्तकालय होता है जिसका संपूर्ण खर्च सरकार ही देता है ऐसे पुस्तकालय संसद, विधान सभाओं तथा अन्य कई सरकारी जगहों पर स्थापित किए जाते हैं।
- शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालय:-वह पुस्तकालय जो शिक्षण संस्थानों में स्थापित किए जाते हैं उन्हें शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालय कहते हैं। शिक्षण संस्थाओं के पुस्तकालयों में स्कूल के पुस्तकालय, विश्वविद्यालय के पुस्तकालय, आते हैं जहां पर विद्यार्थी अपनी इच्छा अनुसार अध्ययन कर सकते हैं।
पुस्तकालय से लाभ:-
- ज्ञान की प्राप्ति:-पुस्तकालय हम सभी के ज्ञान को बढ़ाने में सहयोग प्रदान करता है, क्योंकि पुस्तकालय में सभी तरह की किताबें बड़ी आसानी से मिल जाती है, जो किताबें हमें बाजार में भी नहीं मिल पाती वह किताब भी हमें पुस्तकालय में आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
- मनोरंजन का अच्छा साधन:-आजकल की भागदौड़ जिंदगी में हमें तनाव मुक्त होने के लिए पुस्तक मनोरंजन का साधन प्राप्त कराते हैं।
- बढ़ती महंगाई के कारण लोगों के लिए अच्छा स्रोत:-आजकल महंगाई इतनी बढ़ती जा रही है कि लोगों के लिए पुस्तके खरीदना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है जिसके कारण लोग अपनी पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं, लाइब्रेरी इन सभी के लिए एक सबसे अच्छा स्रोत होता है।
- एकाग्रता बढ़ती है:-पुस्तकालय में जाकर पढ़ने से पढ़ाई में ध्यान लगता है क्योंकि पुस्तकालय में शांत वातावरण होता है शांत वातावरण से हमारा ध्यान पढ़ने पर केंद्रित रहता है, पुस्तकालय के शांत वातावरण से एकाग्रता में वृद्धि होती है।
- उच्चारण व पढ़ने में सुधार:-यदि आपपुस्तकालय में पढ़ने या लिखने नियमित रूप से जाते हैं तो आपके उच्चारण व पढ़ने में सुधार होता है।
पुस्तकालय के नियम:-
- पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ते समय शांति व्यवस्था बनाए रखना जरूरी होता है।
- पुस्तकालय की किताबें और पत्र-पत्रिकाओं को फाड़ना एवं किताबों पर लिखना सख्त मना होता है।
- पुस्तकालय में शोर-शराबा मचाने पर आपको निलंबित किया जा सकता है।
- पुस्तकालय से ली गई किताबों को नियमित अवधि में वापस लौटाना आवश्यक होता है।
- पुस्तकालय में किसी भी प्रकार का कचरा फैलाने या थूकने पर सब तो मना होता है।
पुस्तकालय एक ज्ञान का मंदिर होता है जहां हमें कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है और हमें पुस्तकालय के नियमों का पालन करना चाहिए।
उपसंहार:-
किताबों को पढ़कर ही हमें ज्ञान प्राप्त होता है, अनुशासित जीवन शैली, एकांत एवं एकाग्र चित्त वातावरण, आराम से किताबों को पढ़ना यह सबपुस्तकालय से प्राप्त होता है। हम सभी मनुष्यों के जीवन में पुस्तकालय का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
विभिन्न प्रकार की किताबें हमें पुस्तकालय में आसानी से मिल जाती हैं, इसके मदद से हम पुस्तकों को पढ़कर अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं, पुस्तके मानव की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं, पुस्तकालय में जाकर हम एकाग्र होकर मन से पढ़ाई कर सकते हैं और पुस्तकों से मिलने वाली जानकारियों का लाभ ले सकते हैं।
सभी देश में पुस्तकालयों का होना बहुत आवश्यक होता है, यह व्यक्ति के जीवन के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास में भी सहयोग करता है, हम सभी को पुस्तकालय ,एकांत में बैठकर चिंतन और मनन कराने का अवसर प्राप्त कराता है। पुस्तकालय शिक्षा व्यवस्था की महत्वपूर्ण अंग होती है, जहां प्रत्येक व्यक्ति बैठकर किताबों को पढ़कर ज्ञान प्राप्त कर सकता है और अपने जीवन को उज्जवल बना सकता है।
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