नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में आज हम आपके लिए राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध लेकर आए हैं। राष्ट्रीय ध्वज के बारे में आप सभी तो जानते ही होंगे क्योंकि यह हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है और प्रत्येक वर्ष हमारे देश के सभी नीजि और सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय त्यौहार के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
यदि आप सभी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध लिखने को दिया जाता है और कई बार स्कूल में निबंध प्रतियोगिता भी कराई जाती है जिसमें इस विषय को दिया जा सकता है, तो हमारा यह निबंध सभी विद्यार्थियों के लिए सहायक होगा आप सभी इसकी मदद से आसानी से निबंध लिख सकेंगे।
राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध 1
प्रस्तावना
हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा के नाम से भी जाना जाता है, तिरंगा पर हम सभी को बहुत गर्व होता है, और हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज तीन रंग का होता है जिसके कारण इसे तिरंगा कहा जाता है। तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया तथा बीच में सफेद और नीचे की ओर हरा रंग होता है।
तिरंगा के बीच में एक चक्र होता है जिसे अशोक चक्र कहा जाता है और अशोक चक्र में चौबीस तीलियां होती है। अशोक चक्र तिरंगे का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है जिसे देखकर तिरंगा बहुत खूबसूरत दिखता है, हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज के लिए कई वीरो ने अपने प्राण न्यौछावर किए हैं।
हमारे देश के तिरंगे के प्रत्येक कलर का अपना अलग-अलग महत्व होता है, तिरंगे में जो केसरिया रंग होता है वह साहस और बलिदान का प्रतीक माना जाता है। सफेद रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक होता है तथा तिरंगे में हरा रंग संपन्नता और हरियाली का प्रतीक होता है।
हमारे राष्ट्रीय ध्वज को देखते ही हमारे मन में वीर शहीदों की यादें आ जाती हैं और हमारे देश के लिए तिरंगा का बहुत महत्व होता है। हमारे तिरंगे में जो अशोक चक्र होता है उसे अशोक स्तंभ से लिया गया है।
तिरंगा का अर्थ
हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज अर्थात तिरंगा तीन रंगों से मिलकर बना हुआ है, जिसमें इन तीनों रंगों का अलग-अलग परिभाषा और महत्व है।
केसरिया
तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया रंग होता है, जो बलिदान और साहस का प्रतीक माना जाता है। हमारे देश के तिरंगे की शान के लिए हमारे देश के कई वीर जवानों ने अपना जान गवा दिया, हमारे तिरंगे का केसरिया रंग हमें हमेशा वीरों का याद दिलाता है।
सफेद
सफेद रंग तिरंगे में केसरिया रंग के नीचे होता है, जिसे शांति और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। सफेद रंग हमारे स्थान और तिरंगे के बीच में होता है और यह रंग शांतिप्रिय रंग होता है। तिरंगे के सफेद रंग वाले पट्टी में एक चक्र बना होता है जिसका बहुत महत्व होता है।
हरा
हरा रंग तिरंगे में सबसे नीचे के पट्टी में होता है जो हरियाली का प्रतीक माना जाता है। हरा रंग सफेद कलर के नीचे होता है और यह तीनों कलर हमारे तिरंगे की शान होते हैं।
आप सभी को हम बता दें कि हमारे देश में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का बहुत महत्व है और हमारा यह तिरंगा इन तीनों रंगों के बिना अधूरा होता है। तिरंगा हमारे देश का शान है और इस तिरंगे के बीच में एक अशोक चक्र होता है जो नीले रंग का होता है।
अशोक चक्र का महत्व
अशोक चक्र हमारे तिरंगे में सफेद रंग के पट्टी में बना हुआ होता है, अशोक चक्र नीले रंग का होता है जिसमें 24 लाइन होता है। अशोक चक्र में जो 24 लाइन होता है उसे धरिया कहा जाता है। अशोक चक्र को प्राचीन काल के महान शासक सम्राट अशोक मौर्य के अशोक स्तंभ से लिया गया है।
हम सभी के लिए तिरंगा झंडा का विशेष महत्व है और तिरंगा झंडा अशोक चक्र के बिना अधूरा होता है इसलिए अशोक चक्र का तिरंगे झंडे के लिए विशेष महत्व होता है। हमारे देश के तिरंगे में प्राचीन कला के अशोक स्तंभ द्वारा लिए गए अशोक चक्र को जोड़ा गया है जो हमारे तिरंगे को और खूबसूरत बनाता है।
राष्ट्रीय ध्वज का महत्व
हमारे देश में राष्ट्रीय ध्वज का बहुत महत्व है और प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी तथा 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। हमारे देश में तिरंगे झंडे को सलामी देने के लिए राष्ट्रगान और विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा का गीत गाया जाता है।
स्कूल और कॉलेज में बहुत धूमधाम से राष्ट्रीय ध्वज के त्यौहार को मनाया जाता है और इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के भाषण तथा नृत्य आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसके माध्यम से देश के अमर शहीदों को याद किया जाता है और उनके याद में विभिन्न प्रकार का कार्यक्रम किया जाता है।
हमारे देश के कई वीर झंडा फहराते हुए अंग्रेजी शासन के गोलियों के शिकार हो गए थे और अपनी जान गवा दिए थे, जब हमारे देश में अंग्रेजों का राज था तब बालकों और अन्य लोगों से झंडा छीन लिया जाता था परंतु लोग झंडा नहीं देते थे जिसके कारण अंग्रेजो के द्वारा बालकों और सभी लोगों को बहुत मारा जाता था तथा कभी-कभी उन्हें जान से भी मार दिया जाता था।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा
हमारे भारत देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का निर्माण अनेक लोगों के योगदान से किया गया है, राष्ट्रीय ध्वज के निर्माण के लिए भगिनी निवेदिता, मैडम एनी बेसेंट और इनके अलावा कई लोगों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। तिरंगे का निर्माण महात्मा गांधी के आदेश पर पिंगली वेंकैया के द्वारा पहले ऊपर की ओर लाल रंग तथा बीच में सफेद रंग और एक चरखे को आखिरी पंक्ति में हरे रंग को गढ़कर बनाया गया था।
हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हमारे आशाओं और आकांक्षाओं को प्रदर्शित करता है, और हम सभी इस तिरंगे के शान को बनाए रखने के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी और 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं। हमारे देश के तिरंगा के शान को बनाए रखने के लिए कई लोगों तथा सैनिकों ने अपना जान कुर्बान किया है।
हमारे देश के राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के झंडे में भी हरा सफेद और केसरिया रंग शामिल है जो हमारे राष्ट्रीय ध्वज में शामिल होता है। केसरिया ,सफेद और हरा रंग राष्ट्रीय ध्वज के एकता, अखंडता और पवित्रता तथा भाईचारे को बनाए रखने का प्रतीक है।
उपसंहार
विश्व में जितने भी देश है उन सभी देशों का अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है, राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश का प्रतीक और शान होता , हमारे भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है जो हमारे देश के शान और प्रतीक को दर्शाता है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज में ऊपर के पट्टी में केसरिया और बीच में सफेद तथा नीचे के पट्टी में हरा रंग होता है।
हमारा भारत देश 15 अगस्त सन 1947 को आजाद हुआ था तब से लेकर प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है और 26 जनवरी 1950 को भारत देश का संविधान लागू किया गया था इसलिए 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हमारा राष्ट्रध्वज हमारे देश का शान है और हम सभी को हमारे देश के शान का सम्मान और रक्षा करना चाहिए। हमें राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नियमों का पालन करना चाहिए क्योंकि तिरंगा हमारे देश का प्रतीक है और इसका सम्मान करना हम सभी नागरिकों का कर्तव्य है।
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राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध 2
प्रस्तावना
राष्ट्रीय ध्वज प्रत्येक देश का गौरव होता है और हमारे भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है जो सभी लोगों के आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिरूप है। भारत देश के प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति आदर और सम्मान तथा गर्व का भावना होता है हमारे देश में कई लोगों के द्वारा तिरंगा झंडा फहराया जाता है परंतु अक्सर आप सभी ने देखा होगा कि कई लोगों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के नियम के बारे में पता नहीं होता है।
हमारा राष्ट्रीय ध्वज देश की एकता, अखंडता और त्याग का प्रतीक होता है और यह हमारे देश का पहचान भी होता है। अंग्रेजों के शासन से आजादी मिलने के बाद हमारे देश में प्रत्येक वर्ष तिरंगा झंडा फहराया जाता है। राष्ट्रीय ध्वज को हम तिरंगा के नाम से भी जानते हैं और यह तीन रंगों से मिलकर बना होता है।
प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अर्थात 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री के द्वारा लाल किले पर तिरंगा फहराया जाता है, तथा 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी देश के राष्ट्रपति के द्वारा तिरंगा झंडा फहराया जाता है।
राष्ट्रीय ध्वज फहराने का नियम
हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज को इंडियन फ्लैग भी कहा जाता है, और भारतीय ध्वज संहिता सन 2002 दो में देश के संसद द्वारा पारित किया गया था। जिसमें राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग कब और कहां करना चाहिए इसके बारे में पूरा जानकारी दिया गया हैं।
तिरंगा झंडा ऐसे जगह पर फहराना चाहिए जहां से तिरंगा झंडा सभी लोगों को स्पष्ट रूप से दिखाई दे, झंडे के मूल प्रारूप से किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए।
तिरंगे झंडे को सूर्य के डूबने से पहले ही उतार देना चाहिए, और तिरंगा फहराते समय तीव्रता से फहराना चाहिए तथा उतारते समय आराम से, स्वच्छ और बिना फटे हुए झंडे को फहराना चाहिए।
तिरंगा झंडा को तिरछा या किसी दीवार के सहारे नहीं फहराना चाहिए तथा तिरंगा का हिफाजत करना चाहिए उसे जमीन पर कहीं भी इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए और ना ही जलाना चाहिए।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का महत्व
हम सभी के लिए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का बहुत महत्व होता है, आप सब ने अक्सर देखा होगा आर्मी, फौजी आदि सभी सैनिकों में झंडे के प्रति बहुत सम्मान होता है और हमारे देश के सैनिक झंडे की हिफाजत के लिए अपना जान भी गंवा देते हैं।
हमारा राष्ट्रीय ध्वज 3 रंगों से मिलकर बना होता है, केसरिया रंग जो कि सबसे ऊपर का पट्टी होता है और यह हमें त्याग तथा बलिदान का संदेश देता है उसके नीचे सफेद रंग होता है जो देश में शांति के प्रतिक को दर्शाता है और यह सत्य का प्रतीक भी होता है।
भारत देश में विभिन्न धर्म जाति के लोग निवास करते हैं और हमारे देश में इतनी विविधता होने के बाद भी शांति व्यवस्था बनी रहती है जिसका एहसास सफेद रंग कराता है। झंडे के सबसे नीचे हरा रंग होता है जो भारत के सुख और समृद्धि को दर्शाता है। हमारे देश को सोने का चिड़िया भी कहा जाता है हमारा देश पूरी तरह से संपन्न देश है इस बात का एहसास हरा रंग कराता है।
उपसंहार
हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा देश का सम्मान होता है और वीर सपूतों के शौर्य तथा बलिदान का प्रतीक भी होता है। हमारे देश के सैनिक देश के शान तिरंगे के लिए हमेशा देश की सीमा पर तैनात रहते हैं और देश की सुरक्षा करते हैं। हम सभी लोगों को भारत देश का नागरिक होने के नाते तिरंगे पर गर्व करना चाहिए और हमेशा राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना चाहिए।
हमें किसी भी परिस्थिति में हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान नहीं करना चाहिए क्योंकि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश के सम्मान का प्रतीक होता है और हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना अर्थात देश का अपमान करना होता है। भारत देश के सभी नागरिक राष्ट्रीय ध्वज पर गर्व करते हैं और प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी तथा 15 अगस्त को तिरंगे झंडे को सलामी देते हैं।
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निष्कर्ष
उम्मीद करती हूं दोस्तों आपको राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध पसंद आएगा और सभी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक तथा मददगार भी साबित होगा।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
भारत देश के राष्ट्रीय ध्वज का नाम क्या है ?
भारत देश के राष्ट्रीय ध्वज का नाम तिरंगा है जो तीन रंगों से मिलकर बना होता है-केसरिया, सफेद और हरा जिसके कारण इसे तिरंगा कहा जाता है।
तिरंगा किसका प्रतीक होता है ?
हमारे देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भारत के चिन्ह और पहचान का प्रतीक होता है, और हमारे भारत देश के तिरंगे को भारत का राष्ट्रीय ध्वज 22 जुलाई 1947 को स्वीकार किया गया था।
अशोक चक्र कहां से लिया गया था और यह किसका प्रतीक है?
अशोक चक्र अशोक के सारनाथ मंदिर से लिया गया था तथा अशोक चक्र प्रगति का प्रतीक होता है और यह तिरंगे के बीच में सफेद रंग के पट्टी में बना होता है जिसमें 24 लाइन होता है।
भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज भारत में कब फहराया जाता है ?
हमारे भारत देश का राष्ट्रीय ध्वज भारत में 15 अगस्त और 26 जनवरी को फहराया जाता है और हमारा राष्ट्रीय ध्वज पूरे देश का गौरव होता है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।