नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है, आज के लेख में पॉलिथीन पर निबंध दी गई है, जो वर्तमान समय में एक महत्वपूर्ण विषय है इसके बारे में विद्यार्थियों को स्कूल और कॉलेज में निबंध लिखने को दिया जा सकता है।
वर्तमान में पॉलिथीन की समस्या समाज में बहुत अधिक बढ़ चुकी है, तथा देश के प्रत्येक क्षेत्र में प्लास्टिक की समस्या तेजी से बढ़ रही है, हमारा यह निबंध लेख आप सभी के परीक्षाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है।
इस निबंध को समझकर आप आसानी से निबंध लिख सकते हैं, इस लेख के माध्यम से आप सभी प्लास्टिक से होने वाले समस्या को भी जान सकते हैं, तो चलिए हम हमारे आज के लिए को शुरू करते हैं और पॉलिथीन पर निबंध को विस्तार पूर्वक जानते हैं-
पॉलिथीन पर निबंध 1
प्रस्तावना
वर्तमान में पॉलिथीन का उपयोग लगभग सभी कार्यों के लिए किया जाता है तथा आजकल के समय में पॉलिथीन का सबसे अधिक उपयोग किया जा रहा है क्योंकि पॉलिथीन से बनी वस्तुएं कम कीमतों में मिल जाती है, पॉलीथिन का उपयोग हम बाहर से सामान लाने, सब्जी लाने, तथा राशन लाने के लिए भी पॉलीथिन का उपयोग करते हैं।
पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाना बहुत आवश्यक है क्योंकि पॉलीथिन का उपयोग करके लोगों के द्वारा जगह-जगह पर पॉलिथीन फेंक दिया जाता है जिसके कारण प्रदूषण बढ़ने लगती है, पॉलिथीन जैसा का तैसा पड़ा रहता है जिसके कारण यह गाय ,बैल और अन्य मवेशियों के लिए बहुत घातक होता है।
पॉलिथीन से पर्यावरण को हानि
पॉलिथीन हमारे पर्यावरण को बहुत ज्यादा प्रदूषित कर रही हैं, और पॉलिथीन हमारे पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक भी है क्योंकि कूड़े कचरे के अलावा प्लास्टिक बहुत गंभीर होता है जिसका निपटारा करना बहुत मुश्किल होता है।
प्लास्टिक की थैलियां कई सालों तक धरती पर पड़ी रहती है और मिट्टी में मिल जाती है जिससे प्लास्टिक या पॉलिथीन की जहरीली रसायन मिट्टी को प्रदूषित कर देती है। पॉलिथीन मिट्टी में रहने के कारण भूमि की उपजाऊ परत को भी धीमे-धीमे कम करने लगती है, हम सभी को पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
पॉलिथीन का दुष्प्रभाव
पॉलिथीन का पौधों पर हानिकारक प्रभाव –
पेड़ पौधे हम सभी के जीवन के अभिन्न अंग होते हैं, क्योंकि पेड़ पौधों के कारण ही हमें स्वच्छ ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है और पेड़ पौधे हमें स्वस्थ रहने में भी मदद करते हैं अर्थात हम सभी को पृथ्वी पर रहने के लिए पेड़ पौधे विभिन्न प्रकार की उपलब्धियों को प्राप्त कराते हैं।
प्लास्टिक की थैलियां हमारी वनस्पति को भी बहुत अधिक मात्रा में नुकसान पहुंचा रही हैं, पॉलिथीन से विभिन्न प्रकार के जहरीले रासायनिक पदार्थ उत्पन्न होती है जो मिट्टी को दूषित कर देते हैं और दूषित मिट्टी पर पेड़ पौधे उत्पन्न नहीं हो पाते हैं।
पॉलिथीन पौधों की वृद्धि में बाधा डालते हैं, पॉलीथिन बहुत हल्के होते है जिससे पॉलिथीन मिट्टी में मिलकर जगह-जगह प्रदूषण फैलाते रहते हैं, तथा हवा के साथ कई जगहों पर उड़ कर चले जाते हैं जिससे कई जगहों की मिट्टी को दूषित कर देते हैं।
कृषि भूमि पर पॉलिथीन का प्रभाव –
कृषि भूमि पर पॉलिथीन का बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और वर्तमान में पॉलिथीन का इतना ज्यादा प्रयोग किया जा रहा है कि पॉलिथीन कृषि भूमि पर जगह-जगह पड़े हुए दिखाई पड़ते हैं, और पॉलिथीन उड़कर भी कृषि भूमि पर चले जाते हैं जिसके कारण मिट्टी की गुणवत्ता कम हो जाती है तथा मिट्टी का उपजाऊ पृथ्वी धीरे-धीरे नष्ट होने लगता है।
जानवर और मनुष्य पर पॉलिथीन का प्रभाव –
जिस प्रकार से हमारा पर्यावरण प्रदूषित होते जा रहा है यदि प्रदूषण को नहीं रोका गया तो इससे विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न होने लगेंगी, प्रदूषण के कारण फसल, पेड़ पौधे आदि के विरुद्ध रुक गई है, जिसके कारण जानवर और मनुष्य पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
प्लास्टिक की थैलियां इधर उधर बिखरी रहती है जिसे गाय भैंस खाकर मरने लगते हैं, क्योंकि प्लास्टिक का पाचन नहीं हो पाता है जिसके कारण मवेशियों के पाचन तंत्र में बहुत समस्याएं आने लगती हैं। पॉलिथीन का मनुष्य के जीवन में भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है क्योंकि पॉलीथिन के उपयोग से विभिन्न प्रकार की प्रदूषण होने लगती है जो मानव के लिए बहुत हानिकारक होता है।
जल प्रदूषण में पॉलिथीन का दुष्प्रभाव
प्लास्टिक की थैली बहुत हल्की होती है जिसके कारण लोग प्लास्टिक को इधर-उधर फेंक देते हैं और प्लास्टिक हवा में आसानी से उड़कर जगह जगह फैल जाती है तथा प्लास्टिक उड़कर जल में प्रवाहित हो जाती हैं, जिसके कारण जल प्रदूषण भी बढ़ने लगता है।
प्लास्टिक के लगातार जल स्रोतों में जाने से जल प्रदूषित होते जाता है तथा इसके अलावा हमारे घरों में जो खाना ऑर्डर किया जाता है वह खाना भी प्लास्टिक में पैक करके भेजा जाता है, और हम जब कहीं घूमने जाते हैं या पिकनिक जाते हैं तो इसी प्रकार के खाने को अपने साथ ले जाते हैं जिसके कारण बहुत अधिक मात्रा में पॉलीथिन का पूरा फैलने लगता है और जल स्रोतों में समाहित हो जाता है।
उपसंहार
प्लास्टिक से लगातार बढ़ती समस्याओं को देखते हुए हम सभी को प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करना चाहिए तथा खरीदारी करते हैं समय घर से थैला लेकर जाना चाहिए। हम सभी को एक साथ मिलकर इस समस्या को दूर करना होगा तभी हम विभिन्न प्रकार से हो रहे प्रदूषण को रोक सकते हैं।
प्लास्टिकों का प्रयोग लगातार बढ़ता जा रहा है, वर्तमान में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं प्लास्टिक से बनी हुई आती हैं जिसका हम सभी के द्वारा प्रयोग किया जाता है, और प्रयोग करने के बाद उसे बाहर फेंक दिया जाता है जिसके कारण हमारा पर्यावरण तेजी से प्रदूषित होते जा रहा है।
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पॉलिथीन पर निबंध 2
प्रस्तावना
प्लास्टिक एक सिंथेटिक पॉलीमर होता है, जो एक ऐसा पदार्थ होता है जिसे आसानी से बनाया तो जा सकता है और अपने अनुसार आकार दिया जा सकता है परंतु इसका निपटारा करना उससे कई गुना मुश्किल होता है। हमारे घरों में लगभग सभी कार्यों में प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, वर्तमान में कोई भी ऐसा घर नहीं है जहां प्लास्टिक का उपयोग ना किया जाता हो, हम सभी अपने जीवन के प्रत्येक कार्य के लिए प्लास्टिक का उपयोग करते हैं।
हमारे घर में लगभग सभी लोगों के द्वारा पॉलिथीन का बना हुआ टिफिन प्रयोग किया जाता है तथा घर में बाल्टी, और विभिन्न प्रकार के पॉलिथीन से बनी वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है, आजकल सभी के घरों में प्लास्टिक के अधिकतर बर्तन पाए जाते हैं तथा गिलास भी प्लास्टिक का बना हुआ उपयोग में लाया जाता है।
वर्तमान समय में हम सभी के लिए प्लास्टिक प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन गया है, दुनिया भर में सभी लोगों के द्वारा प्लास्टिक का प्रयोग करके प्लास्टिक को को बाहर फेंक दिया जाता है जिसके कारण प्लास्टिक नदी नाले और मिट्टी में मिल जाते हैं और हम इन सभी कारणों से लगातार बीमारियों के शिकार होते जा रहे हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान
हम सभी को प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए, प्लास्टिक के थैले के जगह हम सभी को कागज और कपड़े के थैले का प्रयोग करना चाहिए, जिससे हम प्लास्टिक प्रदूषण की समाधान कर सकते हैं।
प्लास्टिक में विभिन्न प्रकार के रसायन पदार्थ मिले होते हैं जिसके कारण कैंसर जैसी बीमारियां उत्पन्न होती है, हमें प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता को समझना चाहिए और प्लास्टिक को इधर-उधर नहीं फेंकना चाहिए तथा उसका निपटारा किया जाना बहुत आवश्यक है इसलिए प्लास्टिक का निपटारा करना चाहिए।
सरकार को पॉलिथीन को बंद करने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए और प्लास्टिक के जगह कागज तथा कपड़े के थैले को मार्केट में लाने का बंदोबस्त कराना चाहिए, तथा प्रत्येक मनुष्य को भी प्लास्टिक से होने वाली समस्याओं को समझना चाहिए और प्लास्टिक का बिल्कुल भी उपयोग नहीं करना चाहिए।
पॉलिथीन से हानि
पॉलीथिन के प्रयोग से विभिन्न प्रकार की हानियां होती है, जो हम सभी के सेहत पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालती है इस कारण हम सभी को अपने जीवन में किसी भी कार्य को करने के लिए प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए।
पॉलिथीन हमारे पर्यावरण को ही नहीं बल्कि पेड़ पौधों और मिट्टी तथा जल को भी अत्यधिक मात्रा में प्रदूषित कर रही हैं। पॉलीथिन के प्रयोग से हमारे पालतू पशु और जंगली पशुओं को भी बहुत हानि हो रहा है, हमारे पालतू पशु तथा जंगली पशु अपने खाने और प्लास्टिक में अंतर नहीं कर पाते हैं जिसके कारण प्लास्टिक को भी खा लेते हैं।
पॉलिथीन मवेशियों के पेट में जाकर फस जाता है, या कभी कभी गले में भी फंस जाता है जिसके कारण मवेशी विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं और कभी-कभी मवेशियों की मृत्यु भी हो जाती है।
उपसंहार
वर्तमान समय में प्लास्टिक का सर्वाधिक उपयोग किया जा रहा है तथा प्रत्येक मनुष्य के द्वारा दैनिक प्रयोग में लाया जा रहा है, रसोई घर से लेकर सभी कार्यों में मनुष्य के द्वारा प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है। प्लास्टिक के सामान बहुत सस्ते कीमत में मिल जाते हैं जिसके कारण अधिकतर लोग प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग करते हैं।
पहले के समय बाजार और दुकानों में सामान देने के लिए कागज से बने थैले का प्रयोग किया जाता था परंतु वर्तमान में सभी जगह पॉलिथीन का प्रयोग किया जा रहा है, क्योंकि प्लास्टिक के थैले मजबूत और सस्ते होते हैं तथा इन्हें आसानी से हाथ में लटकाया जा सकता है।
हम सभी को प्लास्टिक का बिल्कुल भी उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि प्लास्टिक नष्ट नहीं होता है और जगह-जगह पर फैल कर प्रदूषण फैलाने लगता है, तथा जल स्रोतों में मिल जाता है जिसके कारण जल में रहने वाली मछलियां भी मरने लगती है।
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निष्कर्ष –
उम्मीद करती हूं दोस्तों आप सभी को हमारा यह लेख पसंद आएगा, यह हमारे समाज और देश के लिए बहुत गंभीर समस्या बन चुका है इसलिए यह सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण विषय है जिसके बारे में लिखने के लिए आप सभी को स्कूलों में दिया जा सकता है।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
पॉलिथीन से बनी वस्तुओं का प्रयोग अत्यधिक मात्रा में क्यों किया जाता है?
पॉलिथीन से बनी वस्तुएं काफी सस्ते कीमत में मिल जाती है तथा पॉलिथीन से बनी वस्तुएं हल्की होती है जिसके कारण वर्तमान में अधिकतर लोगों के द्वारा पॉलिथीन से बने वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है।
प्लास्टिक क्या है ?
प्लास्टिक एक सिंथेटिक पॉलीमर है , पॉलीमर अणुओं का भार होता है जो कई मोनोमर के श्रृंखलाओं से बना होता है। प्लास्टिक को आसानी से अपने अनुसार किसी भी आकार में बनाया जा सकता है, तथा प्लास्टिक पारदर्शी भी होता है।
पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाने के कोई दो उपाय बताइए ?
हम सभी मनुष्यों को पॉलीथिन का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, और पॉलिथीन के जगह पर कागज तथा कपड़े के थैले का प्रयोग करना चाहिए। पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है, सरकार को प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
पॉलिथीन किस प्रकार से हानिकारक है ?
पॉलीथिन गंभीर समस्या के रूप में तेजी से बढ़ते जा रहा है जिससे विभिन्न प्रकार के प्रदूषण बढ़ती जा रही है, पॉलिथीन के प्रदूषण के समस्या के कारण हमारे पर्यावरण के साथ-साथ मनुष्य और पेड़ पौधे तथा जीव-जंतुओं पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।