स्वागत है दोस्तों आपका अपने वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में लेकर आए हैं, गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय त्यौहार होता है, इसे हमारे देश में विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। स्कूल, कॉलेज में विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने का प्रश्न दिया जाता है, तथा गणतंत्र दिवसनिबंध प्रतियोगिता भी कराई जाती है,
आज के आर्टिकल के माध्यम से गणतंत्र दिवस पर निबंध आसानी से लिख सकते हैं, और गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है, इसका क्या महत्व होता है इत्यादि सारी जानकारियां विस्तारपूर्वक जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को पढ़ें, यह हम सभी के लिए बहुत बड़ा पर्व होता है इसके बारे में आप सभी को जानकारी प्राप्त होनी चाहिए, तो चलिए आज के आर्टिकल को शुरू करते हैं-
गणतंत्र दिवस पर निबंध 1
प्रस्तावना:-
भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, 26 जनवरी सन 1950 को भारत सरकार ने अधिनियम 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया था, एक स्वतंत्र गणराज्य बनाने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, इस दिन पर भारतीय सेना द्वारा भव्य परेड किया जाता है जो विजय चौक से शुरू होकर इंडिया गेट पर खत्म होता है।
गणतंत्र दिवस का इतिहास:-
आजादी के बाद एक ड्राफ्टिंग कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के स्थाई संविधान का प्रारूप तैयार करने को कहा गया ,4 नवंबर 1947 को डॉ बी आर अंबेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान के प्रारूप को सदन में रखा गया, 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन में संविधान बनकर तैयार हुआ, और 26 जनवरी 1950 को इसको लागू कर दिया गया साथ ही पूर्ण स्वराज की प्रतिज्ञा का भी सम्मान हुआ।
गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व:-
ऐतिहासिक दृष्टि से हमारा भारत देश 26 जनवरी 1950 को पूर्णत स्वतंत्र हुआ, क्योंकि इसी दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाये जाने से पहले 26 जनवरी को प्रतिज्ञा दिवस के रूप में मनाया गया था, 29 जनवरी 1929 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर के अधिवेशन में देश के लिए पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति की प्रतिज्ञा की थी और कहा था जब तक हमारे देश पर हमारा राज्य नहीं होगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा ,इसलिए पहले इसे प्रतिज्ञा दिवस के रूप में जाना जाता था।
उत्सव का आयोजन:-
गणतंत्र दिवस विश्वविद्यालयों एवं विद्यालयों में धूमधाम से मनाया जाता है, इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन किया जाता है, विद्यालय में प्रधानाचार्य द्वारा झंडा फहराया जाता है तथा बच्चों को मिष्ठान वितरित किया जाता है सभी बच्चे बहुत खुश होते हैं, इसके साथ ही पूरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते हैं।
उपसंहार:-
यह पर्व राष्ट्रीयता की भावना को उत्पन्न करता है, और देश के लिए बलिदान होने वाले वीरों की स्मृति दिलाता है। गणतंत्र दिवस हमें अपने संविधान के प्रति कृतज्ञ और निष्ठावान रहने की प्रेरणा देता है हमें अपने गणतंत्र और देश की अखंडता तथा एकता के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए, तभी हम स्वतंत्रता को बनाए रख सकें सकते हैं।
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गणतंत्र दिवस पर निबंध 2
प्रस्तावना:-
हमारे भारत देश में अनेक पर्व मनाए जाते हैं, जिसमें कुछ राष्ट्रीय पर्व भी होते हैं गणतंत्र दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, 15 अगस्त 1947 को हमारा देश स्वतंत्र हुआ और 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था, इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
26 जनवरी के दिन सन 1950 को भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू हुआ था, भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है भारत सरकार द्वारा इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है, इस दिन को प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के रूप में स्कूल, कॉलेज आदिसभी संस्थानों में बड़े उत्साह से मनाया जाता है।
यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है इसे गणतंत्र दिवस के नाम से जाना जाता है, इसे हर भारतवासीउत्साह ,जोश और सम्मान के साथ मनाता है, इस दिन भारत देश को गणराज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था।
गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व होने के नाते इसे हर धर्म संप्रदाय और जाति के लोग बनाते हैं। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति के द्वारा तिरंगा झंडा फहराया जाता है, तथा प्रधानमंत्री के द्वारा अमर ज्योति जवानों को पुष्प अर्पित करके अमर शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी जाती है।
गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम:-
गणतंत्र दिवस को पूरे विश्व में राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है, 26 जनवरी के दिन भारत के राष्ट्रपति द्वारा समारोह में ध्वजारोहण किया जाता है और तोपों की सलामी के साथ गणतंत्र दिवस समारोह में मौजूद सभी नागरिकों द्वारा सामूहिक रूप से खड़े होकर राष्ट्रगान किया जाता है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्कूल तथा कॉलेज में, देश भक्ति गीत, भाषण, नृत्य, कविता आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूल में प्रधानाचार्य के द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है और सभी के द्वारा राष्ट्रगान की जाती है तथा झंडे को सलामी दी जाती है।
राष्ट्रीय उत्सव:-
भारत में गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है, इस दिन का उत्सव लोग अपने अपने तरीके से मनाते हैं, इस उत्सव को सभी लोग उत्साह और उल्लास के साथ मनाते हैं। इस राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर विभिन्न संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
गणतंत्र दिवस का महत्व:-
गणतंत्र दिवस के दिन सभी भारतवासी इस उत्सव को बहुत ही गर्व और सम्मान के साथ मनाते हैं, इस राष्ट्रीय त्यौहार की खास महत्व होती है, गणतंत्र दिवस के अवसर पर लोगों द्वारा कई सारे क्रियाकलापों में भाग लेकर उसे आयोजित करके पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस का सभी लोग उत्सुकता और उत्साह के साथ इंतजार करते रहते हैं, गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी लगभग 1 महीने पहले ही शुरू हो जाती है।
26 जनवरी का दिन हमारे अंदर आत्म गौरव भरने का कार्य करता है, तथा हमें पूर्ण स्वतंत्रता के एहसास कराता है यही कारण है कि इस दिन को पूरे विश्व भर में धूमधाम तथा उत्साह के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस का हम सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसी दिन हमारे संविधान का महत्व हमें समझ आता है, हमारा देश 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ था परंतु इसे पूर्ण रूप से स्वतंत्रता की प्राप्ति 26 जनवरी 1950 को मिली।
राष्ट्रीय पर्व विविधता में एकता का संकेत:-
गणतंत्र दिवस को पूरे भारत में सभी राज्यों की राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी इस उत्सव का खास प्रबंधन किया जाता है, इस कार्यक्रम का शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा झंडारोहण और राष्ट्रगान से किया जाता है, सभी राज्य अपनी अपनी विविधता के लिए झांकी प्रस्तुत करते हैं इसके बाद तीनों सेनाओं द्वारा परेडऔर पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम किया जाता है, और सभी के द्वारा राष्ट्रगान जन गण मन गाया जाता है तथा तिरंगे को सलामी दी जाती है।
उपसंहार:-
गणतंत्र दिवस हमारे देश के 3 राष्ट्रीय पर्व में से एक है, छब्बीस जनवरीअर्थात गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल, कॉलेज में भी विद्यार्थी परेड, खेल, नाटक, भाषण, नृत्य, गायन और निबंध लेखन जैसे सामाजिक अभियानों में मदद के द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के किरदार निभाकर आदि बहुत सारी क्रियाओं द्वारा इस उत्सव को मनाते है।
इस दिन सभी भारतीयों को अपने देश को शांतिपूर्ण और विकसित बनाने के लिए प्रतिज्ञा करनी चाहिए। अर्थात राष्ट्रीय पर्वों का हम सभी के जीवन में एक विशेष स्थान होता है हम सभी को राष्ट्रीय पर्व को सम्मान , और आदर के साथ मनाना चाहिए।
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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
गणतंत्र दिवस पर पहली महिला प्रधान मंत्री मुख्य अतिथि कौन थीं?
यिंगलक चिनावत गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित होने वाली पहली महिला थीं।
गणतंत्र दिवस परेड कहाँ से शुरू होती है?
राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक और लाल किले से गणतंत्र दिवस की शुरुआत होती है।
पहले गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति कौन थे?
प्रथम गणतंत्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे?

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