आत्मनिर्भर भारत पर निबंध | Essay on Self-Reliant India in Hindi

हेलो दोस्तों! स्वागत है आप सभी का हमारे वेबसाइट में, आप सभी को पता तो होगा ही आत्मनिर्भर यानी स्वयं पर निर्भर होना, हमारा भारत देश को कोरोना काल के दौरान आत्मनिर्भर होने की आवश्यकता पड़ी।

हमारे आज के आर्टिकल में हम आत्मनिर्भर भारत पर निबंध लेकर आए हैं, भारत देश प्राचीन काल से ही आत्मनिर्भर रहा है, इस आर्टिकल के माध्यम से आपको आत्मनिर्भर पर निबंध के विषय पर जुड़ी सारी जानकारियां प्राप्त होगी।

यह निबंध लेखन सभी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी एवं महत्त्वपूर्ण है, आप सभी विद्यार्थियों को निबंध लेखन के प्रश्न को लिखने के लिए बहुत ही मददगार साबित होगा, तथा आप सभी को आत्मनिर्भर भारत के बारे में ज्ञान होना चाहिए।

इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को आत्मनिर्भर भारत के बारे में ज्ञान प्राप्त होगा साथ ही इसके माध्यम से आप सभी भी आत्मनिर्भर बनने के लिए जागरूक होंगे। तो चलिए शुरू करते हैं-

आत्मनिर्भर भारत पर निबंध
आत्मनिर्भर भारत पर निबंध

आत्मनिर्भर भारत पर निबंध 1

प्रस्तावना :-

हमारे भारत देश के संस्कृति और कला से हमें ज्ञात होता है कि प्राचीन काल से हमारा भारत देश आत्मनिर्भर रहा है, भारत देश को कोरोनावायरस के संकट काल में आत्मनिर्भर बनने की बहुत आवश्यकता पड़ी है।

आत्मनिर्भर अर्थात स्वयं पर निर्भर होना, किसी भी कार्य को करने के लिए किसी दूसरे पर आश्रित ना होना, या अपने देश के लिए कुछ करने के लिए दूसरे पर आश्रित ना होना, हमारे भारत देश में कोरोना महामारी के दौरान कई परिवारों का भरण पोषण किया और राष्ट्र के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

आत्मनिर्भर भारत बनने की आवश्यकता:-

भारत देश पुराने समय से ही संसाधनों से परिपूर्ण रहा है। भारत देश सभी प्रकार की चीजों को बनाने और उसका उपयोग जीवन में करके अपने राष्ट्र के निर्माण में मदद कर सकता है। पूरे विश्व में हमारा भारत देश एक ऐसा देश है जहां सबसे अधिक संसाधन पाए जाते हैं।

हमारे भारत देश किसी भी अन्य देश के मदद के बिना जीवन से लेकर राष्ट्र निर्माण की वस्तुएं बना सकता है और आत्मनिर्भरता के सारे सपने को साकार कर सकता है।

कोरोना महामारी के कारण पिछले कुछ वर्षों में कई महीनों तक हमारा देश बंद पड़ा था जिसके कारण छोटे और बड़े व्यापारी लोगों को भी नुकसान और कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, छोटे और मध्यम वर्ग के परिवारों को कोरोना काल में सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है।

कोरोना महामारी के कारण सभी देशों में सामान का आदान-प्रदान बंद था, जिसके कारण हमारे प्रधानमंत्री ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय लिया, उन्होंने लोकल फाॅर वोकल का नारा भी दिया था।

जिसका अर्थ लोकल में बनी वस्तुओं का उपयोग और उनका प्रचार प्रसार करना तथा एक पहचान के रूप में आगे बढ़ना था, कोरोना महामारी के दौरान कई जवान शहीद हो गए, जिसके कारण भारत के सैनिकों की क्षति हुई और चीनी सामानों को बंद कर दिया गया,

इसलिए प्रधानमंत्री ने सारे देश को आत्मनिर्भर बनने का मंत्र दिया, उन्होंने आत्मनिर्भर बनकर घरेलू चीजों का इस्तेमाल करने का सलाह दिया, जिससे हमारा राष्ट्र मजबूती से सभी समस्याओं का सामना कर सकें।

उपसंहार:-

कोरोना की महामारी के कारण सभी देश अपने बेरोजगारी, भुखमरी तथा चिकित्सा आदि कई अन्य समस्याओं से जूझ रहा था और भारत भी उन्हीं मे से एक है। भारत देश को इन सभी समस्याओं से लड़ने और देश को प्रगति के राह पर ले जाने के लिए आत्म निर्भर बनने की आवश्यकता पड़ी।

भारत देश के आत्मनिर्भर बनने से हमारे देश में उद्योगों की संख्या में वृद्धि होगी, तथा देश में रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे और भारत की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

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आत्मनिर्भर भारत पर निबंध 2

प्रस्तावना :-

विश्व में कोरोनावायरस बढ़ते संकट के समस्याओं से लड़ने और हमारे देश के आंतरिक स्थिति को बनाए रखने तथा इन समस्याओं को ठीक करने के लिए भारत ने आत्मनिर्भर भारत बनने का फैसला किया था। भारत देश कई चीजों का आयात विदेशों को करता था, परंतु कोरोनावायरस के कारण सारे विश्व के आयात निर्यात पर बहुत असर पड़ा जिसके कारण देश को आत्मनिर्भर होना बहुत आवश्यक हो गया था।

आत्मनिर्भर भारत बनाने का अभियान:-

हमारे भारत देश में पुराने समय से ही कई संसाधन का निर्माण किया जाता है, भारत देश पुराने समय से ही संसाधनों का देश रहा है। आजादी के बाद हमारा भारत देश को गरीबी और भुखमरी की समस्याओं का सामना करना पड़ा जिसे देखते हुए महात्मा गांधी जी ने भारत देश को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखा था,

लेकिन उस समय सुविधाओं की कमी होने के कारण भारत देश का आत्मनिर्भर बनना संभव नहीं हो पाया, महामारी की समस्याओं को देखते हुए प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी जी के सपनों को याद करते हुए भारत देश को आत्मनिर्भर बनाने का अपील किया।

हमारे देश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है और हमारा भारत देश सभी प्रकार के चीजों का निर्माण करने में सक्षम है, इन सभी के लिए भारत देश को किसी से भी मदद लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।

आत्मनिर्भर भारत बनने से आशय हमारे देश को सभी क्षेत्र में खुद पर निर्भर होना है, इसके लिए भारत देश को सभी वस्तुओं का निर्माण भारत देश में ही करना होगा, इस अभियान का उद्देश्य भारत के संसाधनों से बनी वस्तुओं को भारत में ही उपयोग में लाना है।

आत्मनिर्भर भारत के फायदे:-

हमारे भारत देश के आत्मनिर्भर बनने से देश को विभिन्न प्रकार के फायदे होंगे जो सभी लोगों और देश के प्रगति में बहुत ही सहायक होगा।

आत्मनिर्भर भारत से हमारे देश में उद्योगों की संख्या में काफी वृद्धि होगी, हमारे देश में रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे तथा इससे हमारे देश को बेरोजगारी के साथ-साथ गरीबी से भी मुक्ति मिलेगी।

आत्मनिर्भर भारत से भारत की स्थिति मजबूत होगी, भारत देश इससे आयात और निर्यात अधिक कर सकता है। देश में सभी वस्तुओं का निर्माण करके देश की प्रगति में बहुत सहायता मिलेगा, तथा इससे हमारे देश को किसी अन्य देशों से सहायता कम लेनी पड़ेगी।

हमारे देश में आत्मनिर्भरता से देश में उद्योगों में वृद्धि होगी, तथा भंडारण की स्तर में भी वृद्धि होगा।

आत्मनिर्भर भारत का अर्थ:-

आत्मनिर्भर का अर्थ दूसरों पर कम निर्भरता रखना अर्थात दूसरों पर निर्भर ना होना है। आत्मनिर्भर भारत मुख्य रूप से भारत में कोरोना महामारी के समय तैयार किया गया। आत्मनिर्भर भारत का शब्द हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इस मंत्र को दिया गया, आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य हमारे देश में सभी जरूरी वस्तुओं का उत्पादन शुरू करके भारत और भारतीयों को आत्मनिर्भर बनाना है।

आत्मनिर्भर का अर्थ कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए किसी दूसरे पर निर्भर ना रहे, अर्थात हमें अपने आजीविका को चलाने के लिए किसी दूसरों की मदद लेने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए, और सभी व्यक्ति को आत्मनिर्भर होना चाहिए।

आत्मनिर्भरता के गुण:-

किसी भी व्यक्ति या देश का आत्मनिर्भर होना एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण गुण है, क्योंकि जब कोई व्यक्ति या देश आत्मनिर्भर होगा तो उसे दूसरे व्यक्ति या देश की सहायता नहीं लेनी पड़ेगी और वह व्यक्ति और राष्ट्र दूसरों पर निर्भर ना होकर, अपनी सफलता और प्रगति के लिए कार्य कर सकता है।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के लाभार्थी:-

आत्मनिर्भर भारत अभियान के लाभार्थी गरीब नागरिक, प्रवासी श्रमिक, किसान, लघु उद्योग, पशुपालक, मत्स्य पालक, कुटीर उद्योग, किराएदार, मध्यम वर्ग के उद्योग, संगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोग आदि सभी आत्मनिर्भर भारत अभियान के लाभार्थी हैं।

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत उन सभी किसानों, श्रमिकों और व्यापारियों आदि सभी को लाभ दिया जाएगा जिन्हें कोरोनावायरस के दौरान लॉकडाउन के कारण नुकसान हुआ है।

उपसंहार:-

सभी देश अपने राष्ट्र के विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं क्योंकि कोरोनावायरस सभी देश को बुरी तरह से प्रभावित किया था, आत्मनिर्भर भारत अभियान हम सभी के विकास तथा हमारे राष्ट्र के विकास को बढ़ावा देता है।

हम सभी को अपने विकास और राष्ट्र के विकास के लिए प्रयास करना चाहिए, इस अभियान का उद्देश्य दूसरों पर निर्भर ना रहना या कम निर्भर रहना रहा है जिससे सभी अपना विकास बिना किसी पर निर्भर रहकर कर सकें।

भारत के आत्मनिर्भरता से हमारे देश में सभी लोगों को बेरोजगारी का कम सामना करना पड़ेगा तथा इससे गरीबी दर में भी कमी होगी और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

निष्कर्ष –

आशा करते हैं दोस्तों आप सभी को हमारा आज का आर्टिकल यानी आत्मनिर्भर भारत पर निबंध पसंद आएगा तथा आप सभी के लिए बहुत ही ज्ञानवर्धक और मददगार साबित होगा, यह निबंध लेखन सभी स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है।

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