तीज त्यौहार पर निबंध | Essay on Teej Festival in Hindi

हेलो दोस्तों आज हम आपके लिए तीज त्यौहार पर निबंध लेकर आए हैं, त्यौहारों के बारे में अक्सर स्कूल तथा कॉलेज में निबंध लिखने के लिए दिया जाता है,

इस आर्टिकल के जरिए आप सभी इस त्यौहार के बारे में निबंध लिख सकेंगे, हमारे भारत देश के संस्कृति परंपरा के अनुसार तीज का त्यौहार पूरे विश्व में मनाया जाता है।

आप सभी ने अक्सर देखा होगा कि हमारे भारत देश की महिलाएं तीज का व्रत रखती हैं, तीज का त्यौहार महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, इस त्यौहार को हिंदू महिलाएं बहुत ही पारंपरिक तरीके से मनाती हैं,

सभी के घरों में मां, बहने इस त्यौहार के अवसर पर व्रत रखती हैं इसके बारे में आप सभी को पता होगा। आज हम हमारी निबंध के माध्यम से तीज त्यौहार के बारे में और भी जानकारियां प्राप्त करेंगे।

Essay on Teej Festival Hindi

तीज त्यौहार पर निबंध 1

प्रस्तावना:-

तीज के त्यौहार को हरितालिका तीज या कजली तीज भी कहा जाता है, यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है, तीज त्यौहार के अवसर पर कुंवारी लड़कियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए तीज का व्रत रखती हैं और शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।

इस त्यौहार को हिंदू महिलाएं बहुत ही पारंपरिक और धूमधाम के साथ मनाती हैं, तीज त्यौहार में लड़कियां और महिलाएं व्रत रखती हैं तथा सोलह श्रृंगारकरती हैं,

यह त्यौहार हिंदू धर्म का मुख्य त्यौहार होता है जिसमें सभी शादीशुदा महिलाएं अपने परिवार के कल्याण और सुख शांति के लिए प्रार्थना करती हैं।

तीज का त्यौहार भारत देश के अलावा कई अन्य राज्यों में भी मनाया जाता है, जिन लड़कियों का शादी नहीं होते रहता है उन लड़कियों को तीज का व्रत रखना चाहिए ज्योतिषियों के द्वारा ऐसा माना जाता है।

तीज त्यौहार का महत्व:-

तीज त्यौहार को सबसे अधिक महत्व महिलाओं के द्वारा दिया जाता है, क्योंकि इस त्यौहार कामहत्व सबसे अधिक महिलाओं के जीवन में होता है, तीज त्यौहार को हमारे भारतीय संस्कृति में बहुत ही पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है,

तीज पर्व पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं, और अपने पति तथा परिवार के मंगलमय जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं।

तीज का त्यौहार भगवान शिव जी और माता पार्वती जी के मिलन के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन पार्वती को शिव जी पति के रूप में प्राप्त हुए थे।

पार्वती जी ने शिव जी को प्राप्त करने के लिए धरती पर 107 बार जन्म लिया था, माता पार्वती के कठिन तपस्या करने के बाद जब पार्वती जी ने 108 वें बार धरती पर जन्म लिया तो उन्हें भगवान शिवजी ने अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया।

तब से आज तक शिव जी और माता जी के मिलन के याद में तीज का व्रत रखा जाता है, लोगों की मान्यता होती है कि माता पार्वती जी व्रत रखने वाली महिलाओं से खुश होकर महिलाओं के पतियों को लंबी आयु का आशीर्वाद देती है,

तीज त्यौहार सावन माह में मनाया जाता है सावन माह में चारों ओर हरियाली फैला होता है जिसके कारण इस त्यौहार को हरियाली तीज या तीज त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है।

उपसंहार:-

तीज का त्यौहार भारतीय संस्कृति में बहुत ही प्रचलित और लोकप्रिय है, इस त्यौहार के अवसर पर सभी महिलाएं सज धज कर पूजा पाठ करती हैं.

और अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं, यह दिन सभी महिलाओं तथा कुंवारी लड़कियों के लिए महत्वपूर्ण होता है इस दिन लड़कियां भी व्रत रखती हैं और अच्छे वर प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं,

तीज त्यौहार के अवसर पर शिव जी और माता पार्वती जी का पूजा पाठ किया जाता है, और लोगों की मान्यता होती है कि सच्चे मन से आराधना करने वाले की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।

सम्बंदित निबंध : –

तीज त्यौहार पर निबंध 2

प्रस्तावना:-

तीज का त्यौहार पूरे विश्व भर में मनाया जाता है, यह हिंदुओं का लोकप्रिय त्यौहार होता है, तीज त्यौहार के अवसर पर सभी महिलाएं पारंपरिक परंपरा और रीति-रिवाज के साथ बड़े धूमधाम से इस उत्सव को मनाती हैं,

तीज का त्यौहार भारत देश के अलावा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों में भी बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। तीज के त्यौहार के दिन महिलाएं पारंपरिक तरीके से कपड़े पहनती है और अपने हाथ तथा पैरों में मेहंदी लगाती हैं.

और सभी श्रृंगार करती हैं, सभी राज्यों में इस त्यौहार को अलग अलग तरीके से मनाया जाता है।

हमारे भारत देश में अनेक प्रकार के त्यौहार मनाए जाते है उन्हीं त्यौहारों में से तीज का त्यौहार भी हिंदू धर्म का मुख्य त्यौहार है, तीज त्यौहार के दिन सभी महिलाएं और कुंवारी लड़कियां शंकर जी और माता गौरी की पूजा करते हैं,

यह त्यौहार पति के प्रति पत्नी की भक्ति भाव को दर्शाता है, इस दिन सभी पत्नियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रहकर प्रार्थना करती हैं।

तीज की पूजा:-

तीज त्यौहार पर सभी महिलाएं उपवास रहकर सोलह श्रृंगार करती है और माता पार्वती तथा शिवजी की पूजा करती हैं, और इस त्यौहार के अवसर पर महिलाओं के द्वारा पारंपरिक गीत भी गाया जाता है,

तथा सभी के घरों में पंडितों के द्वारा तीज का कथा सुना जाता है, यह त्यौहार हिंदू महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है हिंदू महिलाएं इस त्यौहार को बहुत ही पारंपरिक तरीके से मनाती हैं और भारतीय संस्कृति के अनुसार पूजा करती हैं।

भारतीय तीज का महत्व:

हमारे भारत देश में तीज का त्यौहार भाद्रपद मास के कृष्ण तृतीया को मनाया जाता है, इस त्यौहार का सभी महिलाओं तथा कुंवारी लड़कियों के लिए बहुत महत्व होता है,

इस त्यौहार के अवसर पर सभी महिलाएं और लड़कियां पूजा पाठ करती हैं, यह त्यौहार बड़ेउत्साह के साथ सभी लड़कियों और महिलाओं के द्वारा मनाया जाता है,

तीज त्यौहार के अवसर पर कहीं-कहीं पर पतियों के द्वारा पत्नियों को झूला झुलाया जाता है, महिलाएं इस त्यौहार पर झूले का आनंद लेती है और नाचती गाती हैं।

तीज व्रत की विधि:-

तीज के दिन व्रत रखने वाली सभी महिलाओं और कुंवारी लड़कियां कोपूरे दिन निर्जला व्रत रखना होता हैं, तीज के दिन महिलाएं और लड़कियांकुछ भी नहीं खाती है और ना ही कुछ पीती हैं, तथा इस दिन महिलाओं और लड़कियों के द्वारा गौ माता का पूजा भी किया जाता है,

और रात को सभी लड़कियां और महिलाएं एक साथ बैठकर पूजा करती है तथा कहानियां सुनती हैं और कजरी गीत भी गाती है, तथा पूरे पारंपरिक तरीके से पूजा पाठ करती हैं । भगवान शिव और माता पार्वती जी से अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं।

तीज का इतिहास:-

तीज का संबंध माता पार्वती से जुड़ा हुआ है, प्राचीन समय में माता पार्वती जी ने शिव जी को प्राप्त करने के लिए कई बार धरती पर जन्म लिया, माता पार्वती के विवाह उनके पिता हिमालय विष्णु जी से कराना चाहते थे परंतुमाता पार्वती अपना विवाह शिवजी से करना चाहती थी.

इसलिए उन्होंने तपस्या किया और 107 बार धरती पर जन्म लिया और भगवान शिव की आराधना करती रही, जब माता पार्वती ने 108 वें बार धरती पर जन्म लिया तो भगवान शिव जी उनके तपस्या से प्रसन्न होकर उन्होंने माता पार्वती को अपने पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया, और तभी से महिलाओं के द्वारा यह त्यौहार मनाया जाता है।

उपसंहार:-

हमारी संस्कृति त्यौहारों को बहुत महत्व देती है, भारत में निवास करने वाले लोग त्यौहारों को बहुत ही पारंपरिक तरीके से मनाते हैं,

तीज का त्यौहार भी भारतीय लोगों के द्वारा पारंपरिक तरीके से धूमधाम से मनाया जाता है, तीज त्यौहार के अवसर पर सभी महिलाएं और लड़कियां सच्चे मन से शिव जी और माता पार्वती की आराधना करते हैं ताकि उनके पति को लंबी आयु मिले और लड़कियों को अच्छा वर प्राप्त हो, लोगों का मान्यता है.

कि तीज त्यौहार के अवसर पर जो महिलाएं और लड़कियां तीज का व्रत रखती है और सच्चे मन से आराधना करती है उन्हें अच्छे वर की प्राप्ति होती है तथा पतियों की उम्र लंबी होती है।

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