जल ही जीवन है पर निबंध | Essay on Water Is Life in Hindi

नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम आप सभी के लिए जल ही जीवन है पर निबंध लेकर आए हैं, यह निबंध बहुत महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि हम सभी के जीवन में जल का महत्वपूर्ण स्थान होता है।

जल ही जीवन है पर निबंध सभी विद्यार्थियों को परीक्षाओं में लिखने के लिए दिया जाता है,यह निबंध सभी विद्यार्थियों के परीक्षाओं की दृष्टि तथा प्रोजेक्ट वर्क के लिए महत्वपूर्ण विषय है इस निबंध के जरिए आप सभी आसानी से समझ कर निबंध लिख सकते हैं।

जल ही जीवन है पर निबंध 1

प्रस्तावना

जल ही जीवन है यह कथन बिल्कुल सही है क्योंकि हम सभी का जीवन जल के कारण ही रहता है बिना जल के हम जीवित नहीं रह सकते हैं, जल सभी मनुष्यों को जीवित रहने के लिए बहुत आवश्यक होता है जल के बिना मनुष्य एक दिन भी जीवित नहीं रह सकता है।

जल का इस्तेमाल हम केवल पीने के लिए ही नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में इस्तेमाल करते हैं, जब से हम अपने भोजन बनाते हैं तथा कपड़े धोते हैं, स्नान करने के लिए भी हमारे द्वारा जल का इस्तेमाल किया जाता है, अर्थात जल मनुष्य के प्रत्येक क्षेत्र में उपयोगी है।

जल की आवश्यकता केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं बल्कि अन्य पशु पक्षियों के लिए भी जरूरी होती है तथा जल की आवश्यकता पौधों को भी होती है। जल मनुष्य के संपूर्ण गतिविधियों में इस्तेमाल में लाया है। जल की आवश्यकता प्रत्येक पेड़ पौधों को होती है जल के बिना पर्यावरण भी नष्ट हो सकती है।

जल का महत्व

जल मनुष्य के साथ जीव जंतुओं और पौधों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है, हम सभी के जीवन में जल का होना बहुत महत्व रखता है। हम सभी के शरीर का आधा वजन पानी से बना हुआ होता है, बिना जल के हम पृथ्वी पर जीवित नहीं रह सकते हैं। जल के बिना मनुष्य की मौत हो जाती हैं क्योंकि यदि मनुष्य जल नहीं पीता है तो मनुष्य का दम घुटने लगता है और मनुष्य तड़पने लगता है।

जिस प्रकार से हम मनुष्य जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते उसी प्रकार पशु पक्षी और अन्य प्राणी भी जीवित नहीं रह सकते हैं तथा जल के बिना फसलों को भी नहीं उगाया जा सकता है। हम सभी के जीवन में जल बहुत आवश्यक होता है चाहे मनुष्य हो या वन्य प्राणी सभी को जल की आवश्यकता होती है।

हम सभी को जल के महत्व को समझते हुए जल का संरक्षण करना चाहिए, आज के युग में जल लगातार प्रदूषित होते जा रहा है जिसे देखते हुए सरकार ने कई अभियान चलाए हैं और प्रत्येक नदियों तथा तालाबों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

सरकार के साथ-साथ हमें भी अपना कर्तव्य समझकर जल को बचाना चाहिए उसकी बर्बादी नहीं करनी चाहिए और लोगों में भी जल बचाने के लिए जागरूकता फैलाना चाहिए, हमें जल बचाने के लिए जल का आवश्यकता के अनुसार ही उपयोग करना चाहिए तथा वर्षा में हो रहे जल को एकत्रित करना चाहिए।

जल के स्रोत

हमारी पृथ्वी पर मुख्य रूप से जल की चार स्रोत होती हैं, नदी, झील, तालाब और तलैया, हमारे देश में कई नदियां और जल के स्रोत हैं जिनसे सभी पशु पक्षी और मनुष्यों को जल की प्राप्ति होती है। हमारे देश में कुल नदियां तथा सहायक नदियां जिनकी लंबाई लगभग 1.6 किलोमीटर से भी अधिक है।

किन राज्यों में जल की आवश्यकता अधिक है

पंजाब,हरियाणा, तमिलनाडु तथा राजस्थान में जल का बहुत अधिक उपयोग होता है तथा कुछ राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ ,उड़ीसा, केरल आदि में जल की आवश्यकता कम होती है।

जल जीवन मिशन

जल जीवन मिशन को हमारे भारत सरकार के द्वारा साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए खर्च करके हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा इस घोषणा का ऐलान घर घर तक पाइप द्वारा पानी पहुंचाने का लक्ष्य लिया गया है।

इस मिशन की घोषणा हमारे देश के हर घर में जल पहुंचाने और घर को पीने के शुद्ध पानी प्राप्त कराने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस मिशन के तहत देश के प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ और प्रदूषण रहित जल की प्राप्ति होगी जो हम सभी के सेहत के लिए बहुत आवश्यक है।

जल बचाव का उपाय

जल बचाने के लिए हमें भी विभिन्न प्रकार के नियमों को अपनाना चाहिए,,

हम सभी को अपने घर में बर्तन धोते समय कम पानी का उपयोग करना चाहिए तथा नल की अधिक आवश्यकता होने पर ही नल चलाना चाहिए, तथा नहाने के लिए भी कम पानी का उपयोग करना चाहिए हमें नहाते वक्त नल चालू करने के बजाए बाल्टी में पानी भरकर उपयोग करना चाहिए इससे हम बहुत अधिक मात्रा में पानी की बचत कर सकते हैं।

हमें वर्षा ऋतु में होने वाले बरसात के पानी को संरक्षित करके रखना चाहिए पानी को संरक्षित करने के लिए सरकार के द्वारा कई अभियान भी चलाए जा रहे हैं जिनका हमें पालन करना चाहिए। जल संरक्षण के लिए अपने साथ-साथ लोगों को भी जागरूक करना चाहिए, तथा जितना जरूरत जल का हो उतना ही उपयोग करना चाहिए।

वर्षा के जल को तालाब का निर्माण करके संरक्षित किया जा सकता है, तथा वृक्षों की कटाई पर रोक लगाना चाहिए और लोगों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए क्योंकि वृक्ष जितने अधिक मात्रा में लगाए जाते हैं वर्षा उतना ही अच्छा होता हैं।

वर्तमान में लोगों के द्वारा उद्योग स्थापित करने के लिए वृक्षों की अत्यधिक मात्रा में कटाई की जा रही हैं जिससे जल की समस्या बढ़ती जा रही हैं, हमें लोगों को पेड़ की कटाई से होने वाले समस्याओं से अवगत कराना चाहिए और पेड़ों की कटाई पर रोक लगाना चाहिए। हम सभी को जरूरत के अनुसार ही पानी का उपयोग करना चाहिए और वर्षा के जल का संग्रह करना चाहिए।

उपसंहार

हम सभी के लिए जल का विशेष महत्व होता है जल ही जीवन होता है, जल प्रत्येक प्राणियों के लिए बहुत आवश्यक होता है इसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं इसलिए हम सभी को जल के महत्व को समझना चाहिए और जल की बर्बादी नहीं करनी चाहिए।

हम सभी को जल के संरक्षण के बारे में सोचना चाहिए और जल का बचत करना चाहिए तथा सरकार के द्वारा जल की बचत के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं जिनके प्रति हम सभी को जागरूक होना चाहिए तथा लोगों में भी जागरूकता फैलाना चाहिए।

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जल ही जीवन है पर निबंध 2

प्रस्तावना

जल हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण होता है, जल जीवन का प्रमुख हिस्सा है इसके बिना पृथ्वी पर कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता है। जल केवल हम मनुष्यों के लिए ही नहीं बल्कि सभी पेड़ पौधे तथा जीव जंतु और फसलों के लिए आवश्यक होता है। बिना जल के फसल भी नष्ट होने लगते हैं क्योंकि फसलें जल और सूर्य के प्रकाश के माध्यम से ही अपने लिए ऑक्सीजन तथा भोज्य पदार्थों की निर्माण करते हैं।

जल है तो जीवन है अर्थात जल के बिना हम सभी जीवित नहीं रह सकते जल हम सभी के लिए बहुत कीमती और महत्वपूर्ण होता है। हमारे पृथ्वी पर जल लगभग 71% होता है, जिसमें से पीने योग्य केवल 3% ही पानी होता है।

जल की आवश्यकता और प्रयोग

हमारा भारत देश पारंपरिक रूप से कृषि प्रधान देश है जहां की जनसंख्या का लगभग दो तिहाई भाग कृषि पर निर्भर होता है। भारत में कृषि मुख्य व्यवसाय है जिसके माध्यम से लोग अपना जीवन चलाते हैं तथा जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं, पंचवर्षीय योजना में कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए सिंचाई के विकास को एक अति उच्च प्राथमिकता प्रदान की गई है।

फसलों की सिंचाई के लिए जल की बहुत आवश्यकता होती है, जल के द्वारा ही फसलों का उत्पादन किया जाता है, हमारे पृथ्वी का जल सबसे अधिक कृषि के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

हम सभी को हमारे प्रत्येक गतिविधियों के लिए जल की आवश्यकता होती है, स्नान करने के लिए, खाना बनाने के लिए, फसलों की सिंचाई करने के लिए, बर्तन धोने के लिए, हाथ पैर धोने के लिए, तथा इनके अलावा हम विभिन्न प्रकार के गतिविधियों में जल का उपयोग करते हैं।

उपसंहार

हम सभी को जल बचाने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा तथा जल को प्रदूषित करने से रोकना होगा क्योंकि जल के प्रदूषण से हम सभी का स्वास्थ्य भी खराब हो जाता है। पृथ्वी पर जल के चार स्रोत मुख्य रूप से हैं, जिनके माध्यम से हमें जल प्राप्त होता है। जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विश्व जल दिवस के उपलक्ष में विभिन्न जगहों पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं तथा कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में जल के महत्व के प्रति जागरूकता लाई जाती है और जल को बचाने के नियमों को ही बताया जाता है। विश्व जल दिवस का उद्देश्य सभी विकसित देशों को स्वच्छ और साफ जल की उपलब्धता कराना है।

जल जिस प्रकार से हम सभी मनुष्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है उसी प्रकार से सभी जीव जंतु, पेड़ पौधे और पृथ्वी पर रहने वाले अन्य प्राणियों के लिए भी आवश्यक होता है।

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निष्कर्ष

उम्मीद करते हैं दोस्तों आप सभी को यह लेख पसंद आएगा , तथा इस लेख के माध्यम से आप सभी भी जल का संरक्षण करेंगे और जल की बर्बादी नहीं करेंगे तथा लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करेंगे।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

जल क्या है? तथा जल का रासायनिक सूत्र क्या है?

जल एक ऐसा पदार्थ होता है जो हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन के अणुओं से मिलकर बना होता है। जल का रासायनिक सूत्र H2O होता है।

जल की कितनी अवस्थाएं होती है? नाम बताइए

जल की तीन अवस्थाएं होती हैं-ठोस ,द्रव, गैस जल इन तीनों अवस्थाओं में मिलता है। जल का ठोस अवस्था बर्फ, द्रव अवस्था पानी और गैस अवस्था भाप होता है।

जल को जीवन क्यों कहा जाता है ?

जल के बिना हम सभी प्राणियों को घुटन होने लगता है तथा सभी मनुष्य और तैयारी जल के बिना तड़पने लगते हैं इसलिए जल को जीवन कहा जाता है तथा जल के बिना हम सभी प्राणी पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं।

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