हेलो दोस्तों! आप सभी का स्वागत है आपके अपने वेबसाइट में, आज हम गांव बदलेगा तो देश भी बदलेगा पर निबंध लेकर आए हैं, देश में ज्यादातर लोग गांव में निवास करते हैं,
हम सभी जानते हैं कि गांव में निवास करने वाले लोगों का जीवनयापनबहुत ही सरल और सादगी पूर्वक होता है, हम सभी को गांव की उन्नति के लिए कार्य करना चाहिए क्योंकि शहरों के मुकाबले गांव की उन्नति कम होती है।
हम आज के आर्टिकल में गांव बदलेगा तो देश भी बदलेगा पर चर्चा करेंगे जिसके माध्यम से आपको निबंध लेखन में बहुत सहायता मिलेगा और आप सभी इस आर्टिकल के जरिए अपने ज्ञान को और अधिक बढ़ा सकते हैं,
यह स्कूल और कॉलेज के सभी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी टॉपिक है, क्योंकि हम सभी लोग अधिकतर गांवों में निवास करने वाले होते हैं हम सभी का कर्तव्य होता है कि गांव का विकास में हम सभी अपना योगदान दें, तभी हमारे देश का विकास होगा।

गांव बदलेगा तो देश भी बदलेगा पर निबंध
प्रस्तावना:-
भारत देश की अधिकतर जनसंख्या गांव में निवास करती हैं, और गांव में रहने वाले ज्यादातर लोग किसान होते हैं वह खेतों में काम करके अपने आजीविका को चलाते हैं,
तथा गांव में रहने वाले लोगों के द्वारा पशुपालन भी किया जाता है और पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध आदि को बेचकर परिवार चलाया जाता है, गांव में रहने वाले लोगों का जीवन बहुत ही सादगी और भोलेपन से भरा होता है, गांव की उन्नति उतनी ही आवश्यक है जितनी की शहरों की उन्नति होती है।
गांव में रहने वाले लोग पूरे दिन खेतों में काम करते हैं तब जाकर उन्हें पेट भरने के लिए रोटी, अनाज उपलब्ध होती है, ग्रामीण क्षेत्रों में हरे पेड़ पौधे, खेतों में लहलहाते हरे फसल, और सभी तरफ हरा भरा दिखाई पड़ता है,
जिसे देखकर सभी के मन में आनंद प्राप्त होता है, लेकिन गांव में रहने वाले लोगों की आय बहुत कम होती है, गांव में रहने वाले अधिकतर लोग अशिक्षित होते हैं जिसके कारण गांव के लोग अच्छे और बुरे में फर्क नहीं कर पाते हैं और वे अंधविश्वास के शिकार होने लगते हैं तथा किसी की बातों पर भी विश्वास कर लेते हैं।
गांव के लोगों में अशिक्षा होने के कारण जो व्यक्ति धनी होता है वह गरीब किसानों का शोषण करने लगता है और गरीब किसान को थोड़ा कर्ज देकर उसका जमीन भी हड़प लेता है, हमारे देश में आजादी के बाद में जितनी उन्नति होनी चाहिए उतनी नहीं हुई है और इन सभी का कारण हमारे देश में हो रही भ्रष्टाचार तथा लोगों की अशिक्षा और गरीबी है,
गांव में रहने वाले लोग अपने खेतों में फसल उगाते हैं और कभी-कभी सूखा और बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाएं आ जाती है जिसके कारण फसलों का काफी नुकसान हो जाता है जिससे गरीब किसान की हालत और खराब हो जाती है ।
गांव का महत्व:-
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले गरीब किसान गांव में रहने वाले लोगों के वस्तुओं की आपूर्ति के अलावा शहर में रहने वाले लोगों की वस्तुओं की भी पूर्ति करते है,
गांव में ही फसल, अनाज, सब्जी आदि उगाया जाता है जिसे शहरों में ले जाकर बेचा जाता है जिससे शहर में रहने वाले लोगों को इन सभी वस्तुओं की प्राप्ति होती है, तथा देश की सीमा पर रहने वाले लोगों को भी गांव के द्वारा ही पेट भरने के लिए अन्न की प्राप्ति होती है।
गांव से ही दूध तथा घी के भी प्राप्ति होती है, इनके अलावा कृषि से जुड़े सारे उत्पाद गांव से प्राप्त किए जाते हैं जिन्हें शहरों में ले जाकर निर्यात किया जाता है और इनके बदले में किसानों को मुद्रा की प्राप्ति होती है, गांव में रहने वाले लोग रीति रिवाज का पालन करते हैं और हमेशा अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।
गांवों तथा शहरों की वर्तमान स्थिति:-
हमारे देश के आजादी के बाद भी गांव में रहने वाले लोगों की स्थिति में कुछ ज्यादा सुधार नहीं हुआ है गांव में रहने वाले लोग गरीब होते हैं जबकि शहर में रहने वाले लोग गांव में रहने वाले लोगों के मुकाबले अधिक विकसित होते हैं और उनके पास ज्यादा आय होता है,
गांव में रहने वाले लोगों की स्थिति में पहले के मुकाबले कुछ हद तक सुधार आई है परंतु जितने शहरों में आई है उतना अभी तक गांव में रहने वाले लोगों में नहीं, सरकार के द्वाराजिस प्रकार से शहरी इलाकों में विकास किया जा रहा है, उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास करने की आवश्यकता है.
क्योंकि हमारे गांव के लोग शिक्षित होंगे तभी ग्रामीण स्तर का विकास होगा और ग्रामीण स्तर का विकास होगा तभी हमारे देश का विकास होगा, गांव में रहने वाले लोग बदलेंगे तो देश के आय में भी बदलाव आएगा।
भारत की अधिकतर जनसंख्या गांव में निवास करती हैं जिसके कारण जब तक ग्रामीण इलाकों का विकास नहीं होगा तब तक देश भी विकास नहीं कर सकेगा देश के विकास के लिए ग्रामीण स्तर का विकास करना बहुत ही आवश्यक है।
सरकार को गांव के लोगों के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के साधनों को उपलब्ध करना चाहिए, जिससे गांव के लोग अपनी फसलों में सुधार कर सकें और फसलों में सुधार होने से गांव में रहने वाले लोगों का विकास होगा.
जिससे हमारे देश का भी विकास होगा, वर्तमान में सरकार के द्वारा ग्रामीण स्तरों का बहुत विकास किया जा रहा है जिससे अब गांव की स्थिति में काफी सुधार आ चुकी है।
हमारे गांव बदलेंगे तो देश बदलेगा इसका आशय गांव में गरीबी कम होगी अर्थात भ्रष्टाचार कम होगा तो गांव की स्थिति में बदलाव आएगा और इससे देश की स्थिति में भी बदलाव होगा, इसी कारण हम सभी को गांव की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए.
जिससे देश के विकास में ग्रामीण क्षेत्र बाधा उत्पन्न ना करें और गांव के लोगों का भी विकास हो तथा गांव के लोग अपना जीवन यापन अच्छे से कर सके तभी गांव के लोग देश की प्रगति में अपना कर्तव्य निभाएंगे।
सरकार को गांव में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए और किसानों की स्थिति में भी सुधार करनी चाहिए तथा जिस प्रकार से शहर में रहने वाले लोगों को बहुत से साधन उपलब्ध है जैसे सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, यातायात के लिए परिवहन उसी प्रकार ग्रामीण स्तरों में भी इन सभी उपलब्धियों को उपलब्ध कराना चाहिए.
जिससे ग्रामीण स्तर में रहने वाले लोगों की स्थिति में सुधार आए, गांव में रहने वाले कई लोग अभी तक अशिक्षित हैं जिसके कारण उन्हें विभिन्न प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
उपसंहार:-
गांव में जितना उद्योग धंधों का विकास होना चाहिए उतना अभी तक नहीं हो पाया है, गांव के लोग अभी भी अशिक्षित है जिनके कारण वे क्या सही है और क्या गलत इन दोनों में फर्क नहीं कर पाते हैं,
और अशिक्षा के कारण लोगों को रोजगार भी नहीं मिल पाता, सरकार के द्वारा गांव में रहने वाले लोगों को शिक्षा और स्वस्थ रहने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना चाहिए जिससे गांव के विकास के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध हो और ग्रामीण स्तर के लोगों का जीवन बेहतर हो सके।
शिक्षा के अभाव में व्यक्ति कोई कार्य करने के लिए निर्णय नहीं ले पाता , जिससे गांव में रहने वाले लोग बच्चों को भी शिक्षा नहीं दे पाते तथा आय में भी सुधार नहीं कर पाते हैं।
सरकार के साथ साथ हमें भी ग्रामीण स्तर के विकास के लिए प्रयास करना चाहिए और लोगों को शिक्षित करना चाहिए ताकि गांव के सभी व्यक्ति शिक्षित होकर अपने परिवार और देश को भी शिक्षितकर सकें, शिक्षा के अभाव में गांव और शहर का विकास नहीं हो सकता जिससे देश के विकास में भी बाधा उत्पन्न होती है।
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