हेलो दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे वेबसाइट में, हम आज किसान की आत्मकथा पर निबंध के विषय पर चर्चा करेंगे, आप सभी को पता होगा कि हमारा भारत देश कृषि प्रधान देश है, आप सभी विद्यार्थियों को अक्सर स्कूल, कॉलेज में निबंध लेखन के प्रश्न में किसान की आत्मकथा पर निबंध लिखने को दिया जाता है, तो इस आर्टिकल के माध्यम से आप किसान की आत्मकथा पर निबंध लिख सकते हैं और किसान के बारे में सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।
हमारे भारत देश में किसान को भगवान का दर्जा दिया जाता है, अर्थात हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, आज हम इस आर्टिकल में किसान के आत्मकथा के बारे में जानेंगे,तथा यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा।

किसान की आत्मकथा पर निबंध 1
प्रस्तावना:-
हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है, भारत में किसानों का बहुत ही महत्व है क्योंकि किसानों के द्वारा ही फसलों का उत्पादन किया जाता है जिसके कारण पूरे देश के लोगों को भोजन के रूप अन्न की प्राप्ति होती है। हमें किसानों पर गर्व करना चाहिए जिनके द्वारा उत्पादित फसलों को खाकर हम जीवित रहते हैं, किसान हमें जीवन जीने के लिए अन्न प्रदान करता है।
भारत के लगभग अधिकतर लोग किसान होते हैं, यहां के सभी लोग बचपन से ही खेतों में काम करते हैं, हम सभी को दो वक्त की रोटी देने वाला किसान ही होता है जिसके कठिन परिश्रम से अन्न का उत्पादन किया जाता है।
भारत देश के अधिकतर लोग खेती किसानी करके अपना जीवन यापन करते हैं, किसान हम सभी के जीवन में बहुत महत्व रखते हैं क्योंकि किसानों के कठिन परिश्रम के द्वारा ही हम जीवित रहते हैं।
हमारे भारत देश के किसान काफी परिश्रमी और मेहनती होते हैं, इन्हें कृषक भी कहा जाता है, किसान दिन भर धूप में गर्मी में तपकरफसल उगाता है और अनाज का उत्पादन करने के बाद उन्हें हम लोगों को प्राप्त कराता है, भारत के किसान ज्यादातर गांव में रहते हैं और वे गरीब होते हैं।
किसान सुबह-सुबह अपने खेतों में काम करने के लिए निकल जाते हैं और पूरे दिन खेतों में काम करते हैं, फसल उगाना बहुत मेहनत का काम है, फिर भी किसान मेहनत करके फसल उगाता है और सभी लोगों को अनाज प्राप्त कराता है।
किसानों की शिक्षा:-
किसानों को पढ़ने लिखने का समय कम मिलता है जिसके कारण वे अधिक नहीं पढ़ पाते हैं। किसानों के कम पढ़े लिखे होने के कारण बहुत से लोग किसानों को डरा धमकाकर उनकी फसलों को हथिया लेते हैं, हम सभी लोगों को किसानों के शिक्षा के लिए मदद करनी चाहिए तथा किसानों का सम्मान करना चाहिए, और जितना हो सके उतना मदद करना चाहिए, तथा किसानों के अशिक्षा के कारण उन्हें फसलों का उचित कीमत नहीं दिया जाता है इसी कारण किसानों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए और उन्हें शिक्षित कराने का प्रयास करना चाहिए।
किसानों के लिए बनाई गई योजनाएं:-
हमारा देश कृषि प्रधान देश है स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए अनेक योजनाएं बनाई गई, जिसका उद्देश्य था कि किसान अपनी जमीन का खुद मालिक बने, किसानों के जमीन को हथियानेवाले लोगों के चंगुल से छुटकारा मिले, तथा बैंकों से किसानों को आर्थिक सहायता मिले, इन सभी योजनाओं का लाभ एक सामान्य गरीब किसान को मिलता है।
किसान का महत्त्व:-
हम सभी के जीवन में किसानों का बहुत महत्व है, किसान हमें अनाज देने के अलावा भारतीय संस्कृति और सभ्यता को भी सहेज कर रखे हुए रहता है, किसान हम सभी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, किसान पूरे देश को अन्न , फल, सब्जी आदि प्राप्त कराता है , जिससे हम सभी जीवित रहते हैं। देश की प्रगति और विकास के लिए भारतीय किसान महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, किसान हमारे अन्नदाता है अतः हम सभी देशवासी को किसानों का सम्मान करना चाहिए।
भारतीय किसान का जीवन:-
भारतीय किसान का जीवन परिश्रम तथा त्याग से भरा होता है, किसान प्रातः काल से लेकर रात तक परिश्रम करता है और खेतों में अन्न उगाता है, तथा अन्न उगाकर हम सभी नगरवासियों को अन्न देता है। किसान कड़कती ठंड हो या चिलचिलाती धूप, वर्षा हो रही हो या तेज आंधी तूफान आ रही हो, किसान अपना कार्य करता है और अपने कर्तव्य का पालन करते रहता है।
भारत का किसान सादा भोजन अर्थात जो खाना उपलब्ध हो उसे खाकर मोटा कपड़ा पहन कर, कच्चे पक्के आवास में रहकर अपने जीवन से संतुष्ट रहता है।
किसान की विशेषताएं और उसकी दूर व्यवस्था:-
हमारे देश में स्वतंत्रता प्राप्ति के इतने वर्ष बाद भी हमारे देश के किसान रूढ़िवादी, भाग्यवादी तथा अंधविश्वासी है। निर्धनता और अज्ञानता दोनों ही किसान के लिए अभिशाप है, किसान कृषि के लिए वर्षा पर निर्भर रहते हैं और कर्म करते हैं, किसान धार्मिक उत्सवों तथा सामाजिक परंपराओं पर उनकी क्षमता से अधिक खर्च कर देने के कारण उनकी स्थिति और भी दयनीय हो जाती है।
किसानों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास:-
हमारे देश के सरकार ने किसानों की दशा सुधारने के लिए अनेक योजनाएं लागू की है, अच्छी तकनीक का खाद,बीज, अधिकार सरकारी समितियों द्वारा वितरण और शिक्षा का प्रसार तथा किसानों को सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे किसानों की दशा में सुधार हो सके, इन योजनाओं से किसानों की दशा में काफी हद तक सुधार आया है।
उपसंहार:-
किसान हम सभी के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि किसानों के द्वारा ही हमें अन्न की प्राप्ति होती है, जिससे हम जीवित रहते हैं, कभी-कभीबारिश ना होने के कारण फसल नष्ट हो जाते हैं जिससे किसान का बहुत नुकसान होता है, जिससे हमें भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है, हम सभी को किसानों के प्रति सहयोग करना चाहिए तथा उनको सम्मान और आदर देना चाहिए।
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किसान की आत्मकथा पर निबंध 2
प्रस्तावना:-
भारत एक कृषि प्रधान देश है इसलिए हमारेभारत देश में किसानों को बहुत महत्व दिया जाता है, किसान बहुत मेहनती होते हैं वे खेत में दिन रात मेहनत करके हमें अन्न देते हैं जिससे हम सभी अपना पेट भर कर जीवन यापन करते हैं।
भारत की जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, भारत के अधिकतर लोग किसान है, किसानों के द्वारा ही हमें भोजन की प्राप्ति होती है जिसे खाकर हम स्वस्थ और तंदुरुस्त रहते हैं। किसान खेतों में दिन-रात परिश्रम करके अनाज पैदा करता है और हमें खाने की सामग्री उपलब्ध कराता है।
हमें किसानों पर गर्व होना चाहिए और किसानों की मदद करनी चाहिए यह हम सभी नागरिक का कर्तव्य है, सभी किसान ऋतु के अनुसार अपने खेतों में रबी फसल, खरीफ फसल, तथा जायद फसल उगाते हैं और फसलों के उत्पादन के बाद लोगों को अनाज की उपलब्धि कराते हैं।
खेतों में किसानों के द्वारा धान, सरसों, गेहूं, मसूर, चना, मटर, आलू, मूंगफली जैसी फसलें उगाते हैं उन्हें बाजार में ले जाकर देखते हैं तथा बाजार के माध्यम से हम सभी लोगों को अन्न और सब्जी की प्राप्ति होती है।
किसान की समस्याएं:-
किसानों का जीवन बहुत ही कठिनाइयों से भरा होता है हमारे देश के ज्यादातर किसान गरीब और कर्ज में डूबे होते हैं, किसानों का कर्ज अधिक होने के कारण किसान आत्महत्या भी कर लेते हैं, तथा किसान के द्वारा लगाए गए फसल की उत्पादन ना होने पर भुखमरी से भी किसान की मृत्यु हो जाती है, प्राकृतिक आपदा और मौसम की वजह से बहुत बार फसल खराब हो जाती है जिससे किसान को अपने परिवार के पालन पोषण करने में कठिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
किसान फसलों का उत्पादन करके जब उसे बाजार में बेचने जाता है तो व्यापारी किसान के फसलों का कम कीमत देते हैं जिससे किसान को नुकसान का सामना करना पड़ता है, किसान के पास फसलों की सिंचाई व्यवस्था ना होने के कारण किसानों को बहुत से परेशानियों को सहना पड़ता है, तथा बहुत से किसान वर्षा पर निर्भर होते हैं वर्षा ना होने के कारण किसान की फसल नष्ट हो जाती है जिससे किसान को नुकसान का भरपाई करना पड़ता है, और इन सभी से परेशान होकर किसान कभी-कभी आत्महत्या का कदम भी उठा लेता है।
उपसंहार :-
किसान हम सभी के लिए भगवान के समान होता है, किसान देश के हर परिवार को अनाज उपलब्ध कराता है हम सभी को किसान का सम्मान करना चाहिए तथा किसान को गरीबी से निकालने के लिए सरकार को प्रयत्न करना चाहिए और देश के प्रत्येक व्यक्ति को किसानों के आदर करना चाहिए। सरकार को किसानों की कर्ज माफ करने के लिए योजनाएं बनानी चाहिए ताकि किसान कर्ज के कारण आत्महत्या जैसे कदम ना उठाए।
सम्बंदित निबंध : –
अगर आप video के मध्यम से निबंध की तयारी करना चाहते है तो निचे दी video को देखे

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