मेरा स्कूल पर निबंध | My school essay in Hindi

स्वागत है दोस्तों आपका अपनेवेबसाइट में, आज के आर्टिकल में हम मेरा स्कूल पर निबंध हिंदी में लेकर आए हैं, इस लेख में हमने विद्यालय/स्कूल के बारे में बताया है। विद्यालय और शिक्षा की हमारे जीवन में किस प्रकार से महत्त्व होता हैं, यह हमने हमारे आर्टिकल के माध्यम से बतलाया है, विद्यालय या स्कूल बहुत ही महत्वपूर्ण विषय होता है, मेरा विद्यालय/स्कूल पर निबंध परीक्षाओं में दिया जाता है,

हमारे आर्टिकल के माध्यम से आपको निबंध लिखने में महत्वपूर्ण सहायता प्राप्त होगी, तथा अगर आपको निबंध प्रतियोगिता में भाग लेना है तो भी यह आर्टिकल सहायक होगा, विद्यालय हम सभी के लिए महत्वपूर्ण होता है जहां हम शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं। विद्यालय के बारे में आप सभी को पता होना चाहिए, विद्यालय हमारे लिए विद्या ग्रहण करने का मंदिर होता है, आज हम विद्यालय के बारे में विस्तार पूर्वक बताएंगे, जिससे आपको विद्यालय के बारे में सारी जानकारियां प्राप्त हो और आपविद्यालय के महत्व को समझ सके।

मेरा स्कूल पर निबंध 1

प्रस्तावना:-

विद्यालय को प्राचीन काल से ही मंदिर का संज्ञा दिया जाता है, प्राचीन काल में विद्यार्थी 6 वर्ष, 8 वर्ष अथवा 11 वर्ष की अवस्था में गुरुकुलों में ले जाए जाते थे और गुरु के पास बैठकर शिक्षा प्राप्त करते थे।

हमारे गांव एवं शहर में अनेक विद्यालय हैं, इन विद्यालयों में सभी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, हमारे विद्यालय में 1 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होती है। हमारा विद्यालय एक ऐसा स्थान होता है जो हमें एक अच्छे भविष्य के लिए तैयार करता है, स्कूल में सभी प्रकार की शिक्षा दी जाती है, खेल प्रतियोगिता कराई जाती है, निबंध प्रतियोगिता कराई जाती है , विद्यालय और शिक्षा दोनों का हम सभी के जीवन में विशेष स्थान होता है।

भवन व अन्य सुविधाएं:-

हमारे विद्यालय का भवन बहुत सुंदर है, इसमें 30 कमरे हैं प्रत्येक कमरा साफ सुथरा और रोशनी दार है। प्रत्येक कमरे में पंखे और लाइट लगे हुए हैं, हमारे स्कूल में विद्यार्थियों के बैठने के लिए कुर्सी टेबल की व्यवस्था है, तथा एक बड़ा हॉल है जिसमें सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं। हमारे विद्यालय में प्रधानाचार्य का एक पर्सनल कक्ष है जो पूर्ण रूप से सुसज्जित और अनुशासित होता है, तथा एक और कार्यालय है जहां सभी शिक्षक शिक्षिकाएं अपना अपना कार्य करते हैं।

हमारे विद्यालय में एक बड़ा सा खेल का मैदान है जहां हम सभी छात्र छात्राएं खेल खेलते हैं, हमारे विद्यालय में पानी पीने का स्थानतथा खाने की वस्तुएं भी मिलती है, तथा विद्यालय में 5 शौचालय भी है हमारे विद्यालय में सभी चीजों की उचित व्यवस्था है।

प्रधानाचार्य व अध्यापक:-

मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री श्यामलाल शर्मा है, वे बहुत ही सीधे सरल व सज्जन व्यक्ति है, वे हमेशा अपने विद्यार्थियों के हित के लिए कार्य करते हैं, सभी छात्र व अध्यापक उनकी व्यवहारशीलता व समानता की भावना से प्रसन्न और संतुष्ट रहते हैं।

हमारे विद्यालय में 45 अध्यापक है वे अपने-अपने विषय में विशेष योग्यता रखते हैं, सभी छात्रों को मेहनत से पढ़ाते हैं इसलिए हमारे विद्यालय का परिणाम नगर के सभी विद्यालयों से अच्छा निकलता है।

शिक्षा व्यवस्था:-

हमारे विद्यालय में 4000 विद्यार्थी तथा 45 अध्यापक है, सभी अध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त योग्य एवं परिश्रम शीलहै, पीरियड का घंटी बजते ही सभी अध्यापक अपने अपने कक्षाओं में शिक्षा देने चले जाते हैं।

हमारे विद्यालय में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, वाणिज्य, आदि सभी विषयों की शिक्षा दी जाती है। हमारे विद्यालय में एक फुलवारी बगीचा है जिसमें तरह-तरह के रंग बिरंगे फूल लगे हुए हैं जो बहुत ही खूबसूरत लगते हैं, और वहां कुछ सुविशाल वृक्ष भी लगे है जिनकी छाया में हम सभी विद्यार्थी आराम से बैठ सकते हैं।

हमारे विद्यालय में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए एक प्रयोगशाला भी है जहां छात्र विज्ञान के प्रयोग करते हैं, विज्ञान के अध्यापक बड़े ही बुद्धिमान और छात्रों के लिए हितकारी भी है।

शिक्षा की दृष्टि से हमारा विद्यालय नगर में श्रेष्ठ है यहां बच्चों के अध्ययन करने की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाता है, तथा अध्यापकों का अध्ययन कराने का ढंग बहुत ही अच्छा होता है जिससे हम सभी विद्यार्थियों को समझना आसान होता है, अच्छे पढ़ाई के वजह से हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहता है।

खेलकूद:-

हमारे विद्यालय में खेलने के लिए एक बहुत ही बड़ा मैदान है, और हमारे विद्यालय में समय-समय पर खेलकूद व सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन कराया जाता है, हमारे विद्यालय में दो खेल के अध्यापक हैं जो बहुत ही कुशल और फुर्तीले है, जो हम सभी विद्यार्थियों को हॉकी, फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, खो खो, कबड्डी आदि खेलसिखाते हैं।

संगीत व नृत्य के अध्यापक भी छात्रों को गाने व नृत्य की शिक्षा देते हैं और समय-समय पर सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन करवाते हैं, इसके अलावा विद्यार्थियों के मनोरंजन व ज्ञान वृद्धि के लिए विभिन्न प्रकार के पत्र पत्रिकाएं, समाचार पत्र आदि की व्यवस्था भी हमारे विद्यालय में है, हमारे विद्यालय में अध्यापकों के द्वारा हमें शैक्षणिक भ्रमण पर भी ले जाया जाता है।

उपसंहार:-

विद्यार्थियों को राष्ट्र का भविष्य कहा जाता है, राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है बच्चों का सर्वांगीण विकास अच्छे से हो और उसकेलिए विद्यालय एक उपयुक्त जगह है, विद्यालय में बच्चा पढं लिखकर सुसंस्कृत और अनुशासित नागरिक बनता है और देश के प्रगति में अपना सहयोग देता है। विद्यालय और शिक्षा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है हम सभी को विद्यालय और शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए।

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मेरा स्कूल पर निबंध 2

प्रस्तावना:-

हम सभी विद्यार्थी का महत्वपूर्ण भाग हमारा बचपन होता है, बचपन में हमें किसी भी बात की चिंता नहीं होती ना ही किसी बोझ का अनुभव होता है, और हमारा बचपन विद्यालय में हमारे दोस्तों के साथ बहुत ही अच्छे से व्यतीत होता है, विद्यालय में हम शिक्षा ग्रहण करते हैं साथ ही अपने प्यारे दोस्तों के साथ भाई चारे के भाव से रहते हैं।

हमारा विद्यालय हम सभी को बहुत पसंद होता है, विद्यालय हमारे भविष्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसकी उपयोगिता को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता है, विद्यालय हमारी कला और रुचि को खोज निकालता है, और हम सभी के जीवन को उज्जवल बनाता है।

विद्यालय की परिभाषा:-

विद्यालय अर्थात विद्या का आलय या घर, विद्यालय ऐसे स्थान को कहते हैं जहां हम विद्या ग्रहण करने जाते हैं।

विद्यालय की भूमिका:-

विद्यार्थी जीवन हम सभी के जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है, हम सभी का जीवन बाल्यावस्था से लेकर युवावस्था तक स्कूल में व्यतीत होता है, विद्यालय में हम अपने दोस्तों के साथ जीवन का आनंद लेते हैं विद्यालय में हमारे शिक्षकमां पापा की तरह ख्याल रखते हैं, हम विद्यार्थी अपने शिक्षक को इतना मानतेहैं कि अपने सारे परेशानियों को मां-बाप के जगह शिक्षकों को बताते हैं,हम सभी विद्यार्थी के जीवन को उज्जवल बनाने वाले हमारे शिक्षक ही होते हैं।

विद्यालय सरकारी और निजी दोनों प्रकार का होता है, आजकल के लोगों को लगता है कि केवल निजी विद्यालयों में अच्छा अध्ययन होता है, उनकी यह सोच गलत होती है, सरकारी स्तर के स्कूल में भी बहुत अच्छी पढ़ाई होती हैं जहां शिक्षक हमें बहुत कुछ सिखाते हैं और जीवन में होने वाली परेशानियों से भी लड़नासिखाते हैं।

विद्यालय की विशेषताएं:-

  1. हमारे विद्यालय का वातावरण शांत होता है जिससे हमें पढ़ने में मन लगता है।
  2. हमारे अध्यापक बहुत ही अच्छे हैं, वे हमारे साथ प्यार से दोस्त की तरह रहते हैं जिससे हमें कुछ भी पूछने में भय का अनुभव नहीं होता है।
  3. हम सभी विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ाई करना चाहिए।

उपसंहार:-

विद्यालय हमारे लिए विद्या का मंदिर होता है, जहां जाकर हम सभी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं और अपने भविष्य को उज्जवल बनाते हैं, हम सभी को विद्यालय जाकर नियमित रूप से पढ़ाई करनी चाहिए, तथा अध्यापकों का सम्मान करना चाहिए। हम सभी विद्यार्थियों को अनुशासन में रहकर विद्यालय के नियमों का पालन करना चाहिए तभी हम जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं।

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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

दुनिया का सबसे पुराना स्कूल कहाँ है?

शिशी हाई स्कूल एकमात्र ऐसा स्कूल है जो दुनिया का सबसे पुराना स्कूल है, यहा आज भी पढ़ाया जाता है, और यह चेंगदू, चीन में स्थित है।

किस देश में भोजन को भी पाठ्यक्रम का विषय माना जाता है?

फ्रांस में, दोपहर के या इस स्कूल के अंदर किए जाने वाले भोजन के समय को स्कूली पाठ्यक्रम का विषय माना जाता है, जहाँ जब भी दोपहर का भोजन होता है, तो स्कूल के पाठ्यक्रम की तरह उसका पालन किया जाता है।

बिल्ली की तरह दिखने वाला स्कूल कहाँ स्थित है?

जर्मनी में विशाल सफेद बिल्ली की तरह दिखने के लिए एक स्कूल बनाया गया है, इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे कोई बिल्ली बैठी है और बच्चे उसके अंदर पढ़ रहे हैं। यह एक बहुत ही अजीब स्कूल है जो जर्मनी में स्थित है।

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