नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम माउंट आबू के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देंगे. अगर आप राजस्थान में शिमला जैसी घूमने की जगह तलाश रहे है तो माउंट सबसे अच्छा विकल्प है. यहाँ ऊँचे पहाड़, हरियाली और ठण्डे मौसम के कारण इसे राजस्थान का शिमला भी कहा जाता है.
माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है यहाँ पहाड़ों को स्पर्श करते हुए बादल का नज़ारा आपको आनंदित कर देगा. हर वर्ष यहाँ हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने आते है. यह स्थान हरियाली और प्रकृति को पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है.
नए शादीशुदा जोड़े माउंट टाबू हनीमून के लिए जाना भी बहुत पसंद करते है और बच्चों के पिकनिक के लिए भी यह बेहतरीन जगह है. अगर आप भी माउंट आबू घूमने जाने का विचार कर रहे है और वहाँ सबसे अच्छी घूमने की जगहों के बारे में खोज रहे है तो लेख आपके लिए है. कृपया इस लेख को अन्त तक जरूर पढ़े.
- माउंट आबू घूमने की जगहें (Tourist Places In Mount Abu In Hindi)
- #1 प्रसिद्ध दिलवाड़ा जैन मन्दिर (Famous Dilwara Jain Temple in Hindi)
- #2 नक्की झील (Nakki Lake in Hindi)
- #3 गुरु शिखर (Guru Shikhar in Hindi)
- #4 अर्बुदा देवी मंदिर (Arbuda Devi Temple in Hindi)
- #5 सनसेट पॉइंट (Sunset Point in Hindi)
- #6 अचलगढ़ किला (Achalgarh Fort in Hindi)
- #7 टोड रॉक (Toad Rock in Hindi)
- #8 माउंट आबू वन्यजीव अभ्यारण (Mount Abu Wildlife Senctuary in Hindi)
- #9 गौमुख मंदिर (Goumukh Temple in Hindi)
- #10 ब्रह्माकुमारी पीस पार्क (Brahmakumaris Peace Park in Hindi)
- #11 हनीमून पॉइंट (Honeymoon Point in Hindi)
- #12 ॐ शांति भवन (Om Shanti Bhavan in Hindi)
- #13 ट्रेवोर्स टैंक, माउंट आबू (Trevors Tank in Hindi)
- माउंट आबू घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit Mount Abu in Hindi)
- माउंट आबू कैसे पहुँचे? (How to Reach Mount Abu in Hindi)
- माउंट आबू में कहाँ ठहरे? (Where to Stay in Mount Abu in Hindi)
माउंट आबू घूमने की जगहें (Tourist Places In Mount Abu In Hindi)
राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित माउंट आबू अरावली पर्वतमाला के ऊँचे पहाड़ो पर स्थित है माउंट आबू पर स्थित गुरु शिखर अरावली पर्वत माला की सबसे ऊँची चोटी है. चलिए अब एक-एक करके माउंट आबू पर स्थित विभिन्न पर्यटन स्थलों के बारे में जानते है.
#1 प्रसिद्ध दिलवाड़ा जैन मन्दिर (Famous Dilwara Jain Temple in Hindi)

माउंट आबू पर स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर विमालवसाहि मंदिर, लूना वसाही मंदिर, पित्तलहार मंदिर, श्री पार्श्वनाथ मंदिर व श्री महावीर स्वामी मंदिर पाँच मंदिरों की श्रृंखला है जो जैन धर्म के तीर्थकरों को समर्पित है. इन प्रसिद्ध दिलवाड़ा जैन मन्दिरों का निर्माण 11वीं और 13वीं सदी के मध्य राजा वास्तुपाल तथा तेजपाल नामक दो भाइयों ने करवाया था.
इन मन्दिरों की बेहतरीन वास्तुकला हर किसी को आकर्षित कर सकती है. मंदिरों के लगभग 48 स्तम्भों में नृत्यांगनाओं की बनी आकृतियां जो सबको अपनी और आकर्षित करती हैं. इन जैन मंदिरों की शृंखला में सबसे पुराने मन्दिर की बात करें तो जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर आदिनाथ को समर्पित “विमल वसाही मन्दिर” यहाँ का सबसे पुराना मन्दिर है जिसका निर्माण 1031 ई में हुआ था.
दिलवाड़ा जैन मन्दिर ऐतिहासिकता और शिल्प-सौन्दर्य के कारण विश्व प्रख्यात है. मन्दिर आदिनाथ की मूर्ति की आँखों में असली हीरे का प्रयोग हुआ है और उनके गले को बहुमूल्य रत्नों के हार से सजाया गया है. यहाँ की महीन वास्तुकला पर्यटकों आकर्षित करती है. माउंट आबू घूमने जाए तो इन ऐतिहासिक जैन मंदिरों का अवश्य भ्रमण करें.
सम्बंदित लेख : –
#2 नक्की झील (Nakki Lake in Hindi)

चारों ओर पहाड़ियों से गिरी मीठे पानी की नक्की झील राजस्थान की सबसे ऊँची झील है. ऐसा कहा जाता है कि इस झील को देवताओं ने अपने नाखूनों से खोद कर बनाया था इसलिए इसका नाम नक्की झील रखा गया था.
यह विशाल सुन्दर झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है पर्यटकों के लिए यहाँ नौकायन की सुविधा भी उपलब्ध है. सर्दियों के समय इस झील में अक्सर बर्फ जम जाया करती है. झील के चारों ओर सुन्दर हरियाली इसको और भी आकर्षित बनाती है.
इस झील पर 12 फरवरी 1948 को मरणोपरांत महात्मा गाँधी जी की अस्थियों का विसर्जन किया गया था और गाँधी घाट का भी निर्माण किया गया था. माउंट आबू घूमने की यह सबसे सुन्दर और आकर्षित जगहों में से एक है.
#3 गुरु शिखर (Guru Shikhar in Hindi)

गुरु शिखर माउंट आबू की सबसे ऊँची में छोटी है. यहाँ का नज़ारा इतना सुन्दर और आकर्षक है कि नजरें हटाने का मन नहीं करेगा. इस सबसे ऊँचे पर्वत पर सफ़ेद रंग का मन्दिर बना हुआ है जो भगवान विष्णु के अवतार दत्तात्रेय को समर्पित है.
शिखर पर एक बड़ा प्राचीन घंटा भी लगा हुआ है. गुरु शिखर पर चढ़कर नीचे देखने पर बहुत ही सुन्दर नजारा दिखाई देता है. पहाड़ों से बादल टकराते हुए जब दिखाई देते है तो देखने वाले का मन आनंदित हो उठता है.
#4 अर्बुदा देवी मंदिर (Arbuda Devi Temple in Hindi)

माउंट आबू से तक़रीबन 3 किलोमीटर की दुरी पर अर्बुदा देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है जो अम्बिका देवी और अधर देवी के नाम से भी प्रसिद्ध है. यह सफ़ेद रंग का सुन्दर मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. अर्बुदा देवी के मंदिर तक पहुँचने के लिए 365 सीढियाँ चढ़कर जाना होता है और इस दौरान बहुत ही सुन्दर-सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते है.
नवरात्री के दौरान यहाँ पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है. अधर देवी मन्दिर के पास एक दूध बावड़ी बनी हुई है जिसके पानी का रंग दूध के सामान सफ़ेद दिखाई देता है. प्रतिदिन सुबह 5 बजे से लेकर रात की 8 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए यह मन्दिर खुला रहता है.
#5 सनसेट पॉइंट (Sunset Point in Hindi)

माउंट आबू की नक्की झील के पास सूर्यास्त बिंदु यानी सनसेट पॉइंट है. सूर्यास्त के समय यहाँ का नजारा बहुत ही सुन्दर और देखने लायक होता है ऊँची पहाड़ियों के पीछे छिपता सूरज और इन पहाड़ियों पर गिरती हुई सूरज की किरणे बहुत ही सुन्दर नज़ारा पेश करती है. माउंट आबू पर घूमने आने वाले पर्यटक सूर्यास्त बिंदु पर पहुँच कर बहुत ही बेसब्री से इस सुन्दर दृश्य का इंतजार करते है.
#6 अचलगढ़ किला (Achalgarh Fort in Hindi)

आबू से लगभग 13 किलोमीटर की दुरी पर अरावली पार्वतीमाला की पहाड़ियों पर अचलगढ़ का किला बना हुआ है. इस किले का निर्माण महाराणा कुम्भा के द्वारा 1452 ई में करवाया गया. किले के बाहर हनुमान पोल और गणेश पोल नामक दो मुख्य प्रवेश द्वारा है इनके अलावा किले के अंदर चम्पापोल और भैरवपोल दो अन्य प्रवेश द्वार भी है.
अचलगढ़ के किले के अन्दर कुम्भा के राजप्रसाद का महल और ओखा रानी का महल मौजूद है. इनके अलावा सैनिकों के आवासगृह, अनाज के कोठे, सावन भादों झील, खतरे की सुचना देने वाली बुर्ज, पानी के बड़े टैंक आदि मौजूद है. महाराणा कुम्भा के द्वारा निर्मित कुम्भस्वामी का मंदिर का मंदिर भी इस किले पर मौजूद है.
#7 टोड रॉक (Toad Rock in Hindi)

माउंट आबू के नक्की झील के पास में एक बड़ी चट्टान है जिसका आकार एक मेंढ़क के सामान है. मेंढक के समान आकार होने के कारण इसे टोड रॉक के नाम से जाना जाता है. पानी के पास यह चट्टान ऐसी दिखाई देती है जैसे मेंढ़क पानी में छलांग लगाने वाला हो. टोड रॉक बहुत सारे पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है.
#8 माउंट आबू वन्यजीव अभ्यारण (Mount Abu Wildlife Senctuary in Hindi)

माउंट आबू वन्यजीव अभ्यारण माउंट आबू का एक प्रसिद्ध अभ्यारण है जो 288 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है. इस अभ्यारण में कई प्रकार के पेड़-पौधों, पक्षियों और जानवरों की प्रजातियाँ पाई जाती है. इस अभ्यारण में हायना, सियार, लोमड़ी, शेर, गेंडा, जंगली सूअर आदि विभिन्न प्रकार के जानवरों की प्रजातियाँ पाई जाती है इसके अलावा यहाँ कई तरह की विभिन्न लुप्त प्रजातियाँ भी देखने को मिलती है. प्रकृति से प्रेम करने वाले लोगों को इस अभ्यारण का भ्रमण अवश्य करना चाहिए.
#9 गौमुख मंदिर (Goumukh Temple in Hindi)

माउंट आबू पर स्थित हिन्दुओं का पवित्र गौमुख मन्दिर भगवान शिव को समर्पित है. यह स्थान पर्यटकों के आकर्षण का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है यहाँ पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है. इस मंदिर तक पहुँचने के लिए 700 सीढ़ियों की चढ़ाई करनी पड़ती है. माउंट आबू के हरे घने जंगल में बने इस मन्दिर में गौमाता की मूर्ति है जिसके मुख से प्राकृतिक रूप से पानी की धारा निकलती है इसी कारण इस मंदिर को गौमुख मंदिर कहा जाता है.
#10 ब्रह्माकुमारी पीस पार्क (Brahmakumaris Peace Park in Hindi)

गुरु शिखर से लगभग 7 किलोमीटर की दुरी पर ब्रह्माकुमारी पीस पार्क बना हुआ है जो देलवाड़ा से गुरुशिखर के रास्ते में पड़ता है. यह शांत पार्क बहुत सारे सुन्दर-सुन्दर पेड़-पौधों और फूलों से लदा हुआ है. भीड़-भाड़ और शोर भरे वातावरण से दूर इस पार्क में घूमने और बैठने से आपका मन चंचल हो उठेगा.
#11 हनीमून पॉइंट (Honeymoon Point in Hindi)

नक्की झील के नजदीक यह जगह पर्यटकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है. इस स्थान से सूर्यास्त का नजारा भी बहुत ही शानदार दिखाई पड़ता है. इस जगह को अनादरा पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है. इस स्थान पर एक बड़ी चट्टान है जिसका आकार स्री और पुरुष के जैसा है.
#12 ॐ शांति भवन (Om Shanti Bhavan in Hindi)

ॐ शान्ति भवन जिसको यूनिवर्सल पीस हॉल के नाम से भी जाना जाता है यह ब्रह्मा कुमारिस स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी का ऑडिटॉरियम है. यहाँ के स्वयंसेवकों के द्वारा पर्यटकों का स्वागत किया जाता है और वे उनको आध्यात्मिक मिशन के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हैं. पर्यटक इस ऑडिटॉरियम में बैठ सकते है और आध्यात्मिक सत्र का आनंद ले सकते है.
#13 ट्रेवोर्स टैंक, माउंट आबू (Trevors Tank in Hindi)

ट्रेवोर्स टैंक माउंट आबू का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है यह माउंट आबू से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यहाँ पर कई सुन्दर-सुन्दर पक्षी देखने को मिलते है और पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है.
इस टैंक का निर्माण ब्रिटिश इंजीनियर ट्रेवोर्स ने करवाया था इसलिए इसका नाम ट्रेवोर्स टैंक रखा गया. उस समय इस टैंक का इस्तेमाल मगरमच्छ के प्रजनन के लिए किया जाता था.
माउंट आबू घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time To Visit Mount Abu in Hindi)
वैसे तो माउंट आबू में पूरे साल हरियाली रहती है और पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है. यहाँ घूमने के लिए सबसे अच्छे समय की बात करें तो नवम्बर से मार्च का महीना सबसे अच्छा समय माना जाता है. इस समय माउंट आबू का मौसम ठण्डा और शान्त रहता है और किसी भी हिल स्टेशन पर घूमने का आनंद तभी आता है जब वहां का मौसम सुहावना हो. इसलिए बहुत सारे लोग नवंबर से मार्च महीने के बीच यहाँ घूमना पसंद करते है.
माउंट आबू कैसे पहुँचे? (How to Reach Mount Abu in Hindi)
माउंट आबू सड़क, रेल और हवाई परिवहन के माध्यम से विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है. यहाँ के सबसे नजदीकी हवाई अड्डे की बात करे तो उदयपुर का महाराणा प्रताप हवाई अड्डा है जो माउंट आबू से तक़रीबन 185 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. आप अपने नजदीकी हवाई अड्डे से उदयपुर पहुँच सकते है और माउंट आबू घूमने का आनंद ले सकते है.
माउंट पहुंचने के लिए रेल परिवहन की बात करे तो आबू रोड़ यहाँ का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन विभिन्न छोटे-बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है. आप अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन से माउंट आबू के लिए यात्रा की शुरुआत कर सकते है.
सड़क परिवहन की मदद से भी माउंट आबू आसानी से पहुँच जा सकता है यहाँ कई प्राइवेट और राज्य सरकार द्वारा बसों का संचालन किया जाता है. इसके अलावा आप अपने निजी साधन की मदद से माउंट आबू की यात्रा का आनंद ले सकते है.
माउंट आबू में कहाँ ठहरे? (Where to Stay in Mount Abu in Hindi)
आपको बता दे कि माउंट आबू में कम बजट से लेकर महँगी होटलें भी मौजूद है जहाँ आप यात्रा के दौरान ठहर सकते है. इन होटलों की बुकिंग आप ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से आसानी से कर सकते है. दरअसल माउंट आबू के सभी पर्यटन स्थलों की यात्रा एक दिन में करना मुश्किल हो सकता है इसलिए आप वहाँ होटल में ठहर कर दो या तीन दिनों में माउंट आबू के सभी पर्यटन स्थलों पर घूमने का आनंद ले सकते है.
निष्कर्ष – इस लेख में हमने माउंट आबू में घूमने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी. माउंट आबू बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है और यह देश-विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है. अपने परिवार या दोस्तों के साथ माउंट आबू घूमने जाना और वहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों घूमना आपको अलग अनुभव देगा. उम्मीद है यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा होगा.

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम चन्द्रशेखर है। मैं ohindi.in का Author हूँ। मैं राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले का रहने वाला हूँ। मुझे हिन्दी भाषा में लेख लिखना पसन्द है। इसके अलावा किताबें पढ़ने में मेरी रूचि है।