नमस्कार दोस्तों ! आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट में , आज के लेख में उदयपुर के पर्यटन स्थल के बारे में जानकारियां दी गई है जो आप सभी के लिए उपयोगी है। इस लेख के माध्यम से आप उदयपुर से जुड़ी सारी जानकारियों के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
हमारे भारत देश में विभिन्न प्रकार के पर्यटन स्थल है, जो बहुत सौंदर्य और खूबसूरती का दृश्य प्रदर्शित करते हैं उन्हीं पर्यटन स्थलों में से एक उदयपुर भी है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करता है।
उदयपुर शहर राजपूताना के लिए जाना जाता है इसकी खोज महाराणा उदय सिंह ने सन 1553 में किया था। उदयपुर शहर को विश्व का सबसे अच्छा शहर माना जाता है तथा इस शहर में घूमने के लिए कई जगह है, उदयपुर शहर में महल और सुंदर सुंदर बाग बगीचे हैं जो पूरी दुनिया में मशहूर है।
उदयपुर के पर्यटन स्थल
उदयपुर शहर मुख्य रूप से पर्यटन के लिए बहुत प्रसिद्ध है, उदयपुर में अनेक झील होने के कारण इसे झीलों वाला शहर के नाम से भी जाना जाता है। उदयपुर शहर में सुंदर महल और पहाड़ तथा कई बाग बगीचे हैं जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
हम सभी को घूमने में बहुत ही आनंद आता है तथा सभी को घूमना बहुत पसंद होता है।अगर आप भी उदयपुर घूमने जाने की सोच रहे हैं तो हमारा यह लेख आप सभी के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा, तो चलिए हम उदयपुर के मुख्य पर्यटक स्थलों के बारे में जानते हैं-
लेक पैलेस (Lake palace)
यह पैलेस सभी पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है, यह एक महल है जो पिछोला झील के बीचो बीच जग निवास द्वीप पर स्थित है। लेक पैलेस लगभग 4 एकड़ जमीन में बनवाया गया है। इस महल को सन 1743 में महाराणा जगतसिंह के द्वारा महल के रूप में बनवाया गया था।
वर्तमान में यह महल फाइव स्टार होटल के समान दिखाई देता है, इस महल को राजा ने गर्मी के मौसम में जेल के बीचो बीच शीतलता प्रदान करने के लिए बनवाया था, यहां आए हुए सभी लोग ठहर कर आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
इस महल को ग्रीष्मकालीन निवास तथा जग या जन निवास भी कहा जाता है, क्योंकि इसे राजा द्वारा शीतलता प्रदान करने हेतु बनवाया गया था।
सिटी पैलेस उदयपुर
उदयपुर में घूमने जाने वाले लोगों के लिए यह पर्यटक स्थल बहुत सुंदर आकर्षक का केंद्र रहा है, यहां अत्यधिक लोग घूमने के लिए आते हैं। उदयपुर में सिटी पैलेस पिछोला झील के किनारे स्थित है जो कई महलों से मिलकर बना हुआ हैं, इसके अंदर बने हुए महलों का निर्माण कई राजाओं के द्वारा किया गया है।
इस पैलेस को महाराणा उदय सिंह ने बनवाया था, सिटी पैलेस की स्थापना मुख्य रूप से सोलहवीं शताब्दी में हुई थी, वर्तमान में सिटी पैलेस उदयपुर में विदेशों से भी लाखों लोग घूमने के लिए आते हैं। सिटी पैलेस में जाने के बाद आप सभी को राजा महाराजाओं की जीवन शैली का अनुभव भी प्राप्त होता है। सिटी पैलेस सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला हुआ रहता है, तथा इस पैलेस में अंदर जाने के लिए ₹300 का शुल्क लिया जाता है।
दिल कुश महल
यह महल सिटी पैलेस के अंदर निर्मित है, इस महल को सन 1620 में महाराणा करण सिंह ने अपने परिवार की राजपूताना महिलाओं के लिए बनाया था, दिलकुश महल के दो महत्वपूर्ण भाग है प्रथम कांच के बुर्ज और द्वितीय कृष्णा विलास, कांच की बुर्ज को लोगों के द्वारा शीश महल के नाम से भी जाना जाता है।
यह महल अंदर से देखने में बहुत ही सुंदर है जो अंदर से कांच से बना हुआ है तथा कृष्ण विलास के दीवारें भगवान श्री कृष्ण की चित्रों से सजी हुई है।
अन्य पर्यटन क्षेत्र :-
बड़ा महल
यह महल बहुत बड़ा और सुंदर है, यह महल एक विशाल 90 फीट ऊंची चट्टान पर बना हुआ है, जिसका निर्माण 17 वीं शताब्दी में हुआ था। बड़ा महल सिटी पैलेस में पुरुषों के लिए बनाया गया था, तथा इस महल का निर्माण राजपूत और मुगल शैली के हिसाब से हुआ था।
बड़ा महल में सुंदर छत तथा शानदार बगीचे और कई देखने योग्य फुब्बारें भी है। महल के अंदर स्तंभों में सुंदर पत्ते की आकृति बनाई गई है जो बहुत खूबसूरत और शानदार प्रदर्शित होती है।
हल्दी घाटी
हल्दीघाटी के बारे में आप सभी ने पुस्तकों में पढ़ा होगा, यहां सदियों पहले महाराणा प्रताप और मुगल शासक अकबर के बीच बड़ा युद्ध हुआ था। हल्दीघाटी में ही महाराणा प्रताप का मशहूर घोड़ा चेतक मारा गया था जिसके कारण हल्दीघाटी में चेतक की समाधि भी बनाई गई है।
हल्दीघाटी एक ऐतिहासिक स्थल है उदयपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हल्दीघाटी की मिट्टी हल्दी के समान पीली है इसलिए इसका नाम हल्दीघाटी रखा गया था।
सास बहू मंदिर
सास बहू मंदिर भी घूमने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है, जहां आप सभी जाकर घूम सकते हैं और सास बहू मंदिर के बारे में सारी जानकारियां भी प्राप्त कर सकते हैं। सास बहु मंदिर उदयपुर से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
सास बहू मंदिर का एक हिस्सा सास तथा दूसरा हिस्सा बहू के द्वारा बनाया गया था जिसके कारण इसका नाम सास बहू मंदिर रखा गया है। सास बहू मंदिर का निर्माण 10 वीं शताब्दी में किया गया था, इस मंदिर में स्वामी भगवान ब्रह्म, विष्णु और महेश की छवियां एक मंच पर खुदी हुई है।
सास बहू मंदिर का एक हिस्सा सास द्वारा बनाया गया है तथा दूसरा हिस्सा बहू के द्वारा बनाया गया है। सास के द्वारा बनाया गया हिस्सा,बहू द्वारा बनाए गए हिस्से से थोड़ा छोटा है, इस मंदिर में राम और बलराम तथा परशुराम के चित्र अंकित किए गए हैं।
आहाड़
आहाड़़ को मेवाड़ के राजपूतों का कब्रिस्तान भी कहा जाता है, जिसे प्राचीन समय में ताम्रवती नाम से जाना जाता था। आहाड़ में महाराणा अमर सिंह ने राजपाट त्यागने के बाद अपने अंतिम समय गुजारे थे, इस स्थान का संबंध हड़प्पा सभ्यता से भी जोड़ा गया है।
यह उदयपुर से 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित है, जहां पर्यटक सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आ जा सकते हैं। यहां प्रवेश करने के लिए ₹3 के शुल्क लगती है तथा यहां शुक्रवार के दिन जाना मना होता है।
सज्जनगढ़ उदयपुर
सज्जनगढ़ उदयपुर में पश्चिम में बांसदरा पहाड़ पर स्थित एक महल है, इस महल की स्थापना सन 1884 में हुई थी। सज्जनगढ़ को मेवाड़ राजवंश के महाराणा सज्जन सिंह ने वर्षा ऋतु के समय बादलों को देखने के लिए बनवाया था।
इस महल को मानसून महल के नाम से भी जाना जाता है, यह महल समुद्र तल से 3100 फीट ऊंचाई पर स्थित है उदयपुर में इससे ज्यादा ऊंचाई पर कोई इमारत नहीं बनी है। आधुनिक युग में सज्जनगढ़ का देखभाल वन विभाग के द्वारा किया जाता है। सज्जनगढ़ से उदयपुर का नजारा बहुत ही मनमोहक और आकर्षक दिखाई देता है।
गुलाब बाग
गुलाब बाग का निर्माण 1887 में महाराणा फतेह सिंह द्वारा करवाया गया था, गुलाब बाग को सज्जन निवास गार्डन के नाम से भी जाना जाता है,यहां का वातावरण बहुत ही मनमोहक है। यहां के बाग में गुलाब के फूल अत्यधिक मात्रा में है जिसके कारण इसका नाम गुलाब बाग रखा गया है।
गुलाब बाग में एक चिड़िया घर है जो हमारे भारत देश के सबसे प्राचीन चिड़ियाघर में से एक है, इस चिड़ियाघर में प्राकृतिक सुंदरता बहुत ही लाजवाब है और इसके साथ ही इस चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के जीव जंतु भी देखने को मिलते हैं।
यह बाग उदयपुर का सबसे बड़ा बगीचा है, इस बाग के अंदर मंदिर और मस्जिद भी मौजूद है तथा इसके अंदर कमल तलाई नाम का एक जल निकाय भी है जो इस बाघ की खूबसूरती को और अधिक पढ़ाते हैं।
अन्य पर्यटन क्षेत्र :-
निष्कर्ष –
उम्मीद है दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी उदयपुर से जुड़ी जानकारियां और सभी के लिए उपयोगी साबित हो तथा इस लेख के माध्यम से आप सभी भी उदयपुर जैसे खूबसूरत पर्यटन स्थल के बारे में जान सकेंगे।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
गुलाब बाग का निर्माण कब और किसके द्वारा कराया गया था?
गुलाब बाग का निर्माण 1887 में महाराणा फतेह सिंह के द्वारा करवाया गया था, इस बाग को सज्जन निवास गार्डन के नाम से भी जाना जाता है।
बड़ा महल कितनी ऊंचाई पर बना हुआ है ?
बड़ा महान 90 फीट की ऊंची चट्टान पर बना हुआ है और इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था।
महाराणा प्रताप जी का घोड़ा चेतक कहां मारा गया था ?
हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप जी का मशहूर घोड़ा चेतक मारा गया था जिसके कारण हल्दीघाटी में चेतक की समाधि स्थापित की गई है।
दिलखुश महल को किसके लिए बनवाया गया था ?
दिलखुश महल को सन् 1620 में महाराणा करण सिंह ने अपने परिवार की राजपूताना महिलाओं के लिए बनवाया था।
लेक पैलेस को किसके द्वारा बनवाया गया था और कब ?
लेक पैलेस को सन् 1743 में महाराणा जगतसिंह के द्वारा महल के रूप में बनवाया गया था, और यह अब फाइव स्टार होटल के समान दिखाई देता है।
झीलों वाला शहर किसे कहा जाता है ?
उदयपुर शहर को झीलों वाला शहर कहा जाता है क्योंकि यहां अनेक झील है।
सिटी पैलेस कितना बजे खुलता है और यहां जाने का शुल्क कितना लगता है?
सिटी पैलेस सुबह 9:00 बजे से 5:00 बजे तक खुला रहता है और यहां जाने के लिए 300/- शूल्क देना पड़ता है।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अमृत यादव है और पेशे से मैं एक ब्लॉगर और लेखक हूं, जो लेख आप अभी पढ़ रहे हैं वह मेरे द्वारा लिखा गया है, मैं अभी बीकॉम फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा हूं।