वाराणसी में पर्यटन स्थल हिंदी | Tourist Places in Varanasi in Hindi

नमस्कार दोस्तों ! आज हमने वाराणसी के मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी दी है, तथा इस लेख में हम वाराणसी में पर्यटन स्थल हिंदी में घूमने के जगहों के बारे में जानेंगे। वाराणसी पर्यटन स्थल आकर्षक और मनमोहक है।

हमने इस पोस्ट में वाराणसी पर्यटन स्थल से जुड़ी जानकारियों को देने की कोशिश की है, तथा वाराणसी में घूमने की जगह के बारे में बताया है। हमने इस लेख में वाराणसी जाने का सबसे अच्छे समय के बारे में भी बताया है तो चलिए हम वाराणसी के पर्यटक स्थल के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।

वाराणसी में पर्यटन स्थल हिंदी

वाराणसी (Varanasi)-

वाराणसी हमारे भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे पर स्थित है जो एक बहुत खूबसूरत शहर है। वाराणसी हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत खास तीर्थ स्थल है हिंदुओं के द्वारा इस तीर्थ स्थल को बहुत पवित्र माना जाता है।

वाराणसी को शुद्धिकरण का पवित्र स्थान माना जाता है, यहां लोग मुक्ति के लिए भी अत्यधिक मात्रा में आते हैं। यहां विभिन्न प्रकार के मंदिर और घाट हैं तथा इनके अलावा देखने के लिए बहुत सारी जगहें भी है।

यह एक पवित्र और धार्मिक मंदिर है तथा प्रमुख तीर्थ स्थलों की सूची में आता हैं जो सभी लोगों के पसंदीदा तीर्थ स्थल है, इस विशाल और लोकप्रिय स्थान को देखने के लिए यहां साल भर लोग आते रहते हैं।

यहां भारत के पर्यटक तो आते ही हैं इसके साथ ही विदेशों से भी लोग यहां की मंदिर और घाटों को देखने के लिए आते हैं, यह भ्रमर करने के लिए प्रसिद्ध स्थानों की श्रेणी में आता है।

यदि आप सभी भी अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ स्कूल ट्रिप से वाराणसी घूमने जाने की सोच रहे हैं तो यह जगह पिकनिक मनाने के लिए भी महत्वपूर्ण स्थान है।

काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath temple in Varanasi)

काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है इस मंदिर को वाराणसी में सबसे प्रमुख मंदिरों के रूप में जाना जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर को वाराणसी के प्रमुख मंदिरों के साथ-साथ पूरे देश में पवित्र और प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है।

काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए हर साल लाखों लोग आते हैं और भक्तों का मान्यता है कि शिवलिंग की दर्शन आपकी आत्मा को शुद्ध कर देती है जिसके कारण इसे शुद्धीकरण मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।

यह मंदिर हम सभी के जीवन को ज्ञान के पथ पर ले जाती हैं ऐसी मान्यता है, वाराणसी घूमने के लिए बहुत खूबसूरत स्थान है । यहां आप सभी बिना किसी कठिनाई के जा सकते हैं यह आपके पर्यटन स्थल को बेहद खूबसूरत बनाता है।

रामनगर किला वाराणसी (Ramnagar kila Varanasi)

रामनगर किला तुलसी घाट से गंगा नदी के पास स्थित है यह बनारस के राजा बलवंत सिंह के आदेशों पर 1750 ईस्वी में बलुआ पत्थर के द्वारा बनाया गया था, तथा 1971 में सरकार के द्वारा एक अधिकारिक राजा का पद समाप्त कर दिया गया था परंतु इसके बाद भी पेलू भीरू सिंह को वाराणसी के महाराजा के रूप में जाना जाता है।

इस किले में वेदव्यास मंदिर और राजाओं का निवास स्थान तथा क्षेत्र इतिहास को समर्पित किया गया है जो एक संग्रहालय के रूप में प्रसिद्ध है।

रामनगर किला वाराणसी में आए हुए पर्यटकों के देखने योग्य खूबसूरत स्थान है जहां लोग अपने माता पिता को तीर्थ यात्रा के लिए भी लेकर आते हैं और अपने परिवार के साथ छुट्टियों को बिताने के लिए उद्देश्य से यहां घूमने के लिए भी आते हैं।

संकट मोचन हनुमान मंदिर (Sankat Mochan Hanuman temple in Varanasi)

संकट मोचन हनुमान मंदिर अस्सी नदी के किनारे पर स्थित है, और इस संकट मोचन हनुमान मंदिर को 1900 के दशक में स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा बनवाया गया था।

संकट मोचन हनुमान मंदिर भगवान राम और हनुमान को समर्पित है, हनुमान भगवान राम के सच्चे भक्त थे वाराणसी प्राचीन समय से ही संकट मोचन मंदिर से जुड़ा हुआ है।

संकट मोचन मंदिर बहुत पवित्र स्थान है तथा इस पवित्र स्थान का अनिवार्य और महत्वपूर्ण हिस्सा है यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जाते हैं और यहां हनुमान जी के दर्शन सभी श्रद्धालु और तीर्थयात्रा करने आए लोग अवश्य करते हैं।

इस मंदिर में श्रद्धालुओं के द्वारा चढ़ाया गया लड्डू और अन्य प्रकार का प्रसाद स्थानीय लोगों के बीच में बहुत प्रसिद्ध है । यहां बंदर भी अत्यधिक मात्रा में है जिससे आप सभी को इन बंदरों से सावधान रहना चाहिए ।ये बंदर यात्रियों के प्रसाद को चुरा कर भाग जाते हैं।

तुलसी मानस मंदिर (Tulsi Manas temple in Varanasi)

वाराणसी के मंदिरों के दर्शन के लिए विश्व के प्रत्येक कोने के लोग आते हैं यहां विभिन्न प्रकार के मंदिर हैं जो वाराणसी और पूरे विश्व में प्रसिद्ध है तुलसी मानस भी इन्हीं प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।

तुलसी मानस मंदिर वाराणसी में लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो सफेद संगमरमर से बना हुआ है और यह एक भव्य मंदिर है। इस भव्य मंदिर का निर्माण सन 1966 में कोलकाता के व्यापारी सेठ रतन लाल के द्वारा कराया गया है।

तुलसी मानस के प्रत्येक दीवारों पर रामचरितमानस लिखा हुआ है और मंदिर में प्रभु श्री राम तथा माता जानकी तथा हनुमान जी और माता अन्नपूर्ण तथा इनके अलावा भगवान शिव जी को विराजमान किया गया है। इस मंदिर के दूसरे मंजिलें पर संत तुलसीदास जी विराजमान हैं।

वाराणसी के इसी स्थान पर तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना की थी जिसके कारण इस स्थान को तुलसी मानस मंदिर के नाम से जाना जाता है और यह मंदिर सुबह 5:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक खुला रहता है तथा दोपहर में 3:30 से 9:00 बजे तक खुला हुआ रहता है।

आप सभी बताए हुए समय के अनुसार इस मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते हैं और तुलसी मानस मंदिर में तुलसी जी के साथ-साथ प्रभु श्री राम और हनुमान जी तथा माता जानकी और अन्नपूर्ण माता का दर्शन कर सकते हैं।

चुनार का किला (Chunar kila )

चुनार का किला मिर्जापुर जिले में स्थित है जो वाराणसी से कुछ दूरी पर स्थित है यह जगह भी पर्यटकों के लिए काफी खूबसूरत है यहां जाकर आप सभी यात्रा का खुशहाल अनुभव ले सकते हैं। आप सभी को अपने रोजाना कार्य को विराम देकर इन प्रसिद्ध जगहों पर घूमने के लिए अवश्य जाना चाहिए।

चुनार का यह किला वाराणसी में लगभग 23 किलोमीटर दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है, इस किले में आध्यात्मिक पर्यटन और व्यापारिक महत्व के बारे में भी पर्यटक जान सकते हैं।

किले और महल सभी लोगों को बेहद पसंद होते हैं लोग पुरानी यादों को ताजा करने के लिए और ऐतिहासिक स्मारकों को जानने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, जहां लोग बच्चे अधिक मात्रा में भ्रमण करने के लिए जाते हैं।

मणिकर्णिका घाट (manikarnika Ghat)

मणिकर्णिका घाट वाराणसी के प्रमुख स्थानों में से एक है यह घाट संस्कारों के लिए बहुत शुभ माना जाता है। यहां के गंगा में आप सभी जलते हुए मोमबत्ती और दीपक की रोशनी को देख सकते हैं जो फूलों के समान दिखाई देते हैं तथा इनकी रोशनी आप सभी को बहुत खूबसूरत लगेंगे। यहां के घाट में बहती हुई दीपक और मोमबत्तियां डूबते सूरज का अनुभव कराती हैं।

वाराणसी का इतिहास (history of Varanasi)

वाराणसी से बनारस तीर्थ स्थल दोगुना पुराना है जिन्हें ऋग्वेद ग्रंथों में शामिल किया गया है, यह मंदिर हिंदुओं के सबसे प्राचीन मंदिर है। वाराणसी का प्रमुख नगर काशी था और पौराणिक कथाओं के अनुसार काशी नगर की स्थापना हिंदूओं के भगवान शिव जी ने कई दशक वर्ष पहले की थी।

वाराणसी आज भी महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है जिसे हिंदू धर्म के लोगों का पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है, इसके इतिहास में स्कंद पुराण रामायण, महाभारत तथा अन्य प्राचीनतम ऋग्वेद सहित कई हिंदू ग्रंथों का उल्लेख किया गया है।

वाराणसी काशी राज्य की राजधानी हुआ करती थी और प्रसिद्ध चीनी यात्री हेनसांग मेघनगर को धार्मिक और शैक्षणिक तथा कलात्मक गतिविधियों का केंद्र बताया था।

इस नगर की स्थापना लगभग 5000 साल पुरानी है और यहां भगवान शिव और माता पार्वती काली मां से स्थान हुआ करता था।

वाराणसी पर्यटकों के लिए प्रमुख और प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है

वाराणसी की सुबह और स्वच्छ गंगाजल बहुत सुंदर प्रतीत होते हैं। वाराणसी भारत देश के प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है जहां धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान को प्राप्त करने के लिए लाखों लोग प्रत्येक वर्ष आते हैं।

यह धार्मिक और आध्यात्मिक होने के कारण बहुत पवित्र माना जाता है तथा यहां की भूमि वाराणसी को भी पवित्र माना जाता है यह वाराणसी को बनारस के नाम से भी जाना जाता है। यह प्राचीन शहर है जो हिंदू धर्म के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक है।

यह मुक्ति का केंद्र भी माना जाता है जहां पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति मिल सकती है और यहां के घाट प्रमुख आकर्षण के केंद्र हैं यहां लोग स्नान करने के लिए भी आते हैं और गंगा आरती का आनंद भी प्राप्त करते हैं।

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निष्कर्ष –

हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको वाराणसी में घूमने के कुछ खास जगहों के बारे में बताया है जो आप सभी के वाराणसी यात्रा करने में सहायक होगा, यदि आपको और भी विभिन्न प्रकार के तीर्थ स्थलों के बारे में जानना है तो आप हमारे वेबसाइट के माध्यम से कई अलग-अलग प्रकार के पर्यटक स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

वाराणसी पर्यटकों के लिए क्यों पवित्र माना जाता है?

वाराणसी के शुभा और उसकी स्वच्छ गंगा जल बहुत सुंदर प्रतीत होती है, यह धार्मिक और आध्यात्मिक होने के कारण बहुत पवित्र माना जाता है और इसके भूमि को भी पवित्र माना जाता है।

तुलसी मानस मंदिर कहां स्थित है और इस मंदिर का निर्माण किसके द्वारा कराया गया है?

तुलसी मानस मंदिर वाराणसी में लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और इसे सफेद संगमरमर से बनाया गया है तथा इसका निर्माण सन 1966 में कोलकाता के व्यापारी सेट रतनलाल के द्वारा कराया गया है।

तुलसी मानस मंदिर के प्रत्येक दीवारों पर क्या लिखा हुआ है ?

तुलसी मानस मंदिर के प्रत्येक दीवारों पर श्री रामचरितमानस लिखा हुआ है, तथा इस मंदिर में प्रभु श्री राम, माता जानकी और हनुमान जी तथा इनके अलावा अन्नपूर्ण माता, और शिव जी विराजमान हैं।

वाराणसी किस राज्य में स्थित है?

वाराणसी हमारे भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे पर स्थित है जो बहुत खूबसूरत शहर है और इसे हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत खास तीर्थ स्थल माना जाता है।

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